700 हेक्टेयर तक पहुंचा मूंग फसल का रकबा, मंडी में 6 से 7 हजार तक दाम
विकासखंड के किसान भी नया प्रयोग करने में लगे हैं। इस बार फसल चक्र के रूप में किसान ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती का प्रयोग कर रहे हैं। पिछले साल ग्रीष्मकालीन मूंग का रकबा 200 से 300 हेक्टेयर था, लेकिन इस साल ये रकबा 700 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। जिन क्षेत्रों में सिंचाई के लिए अच्छे जल स्तर और बिजली की उपलब्धता है। वहां किसान ग्रीष्मकालीन फसलें बोकर लाभ ले रहे हैं। कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार गर्मी में बए जाने वाली मूंग की उन्नत किस्में 65 से 70 दिन में तैयार हो जाती हैं। किसान जून महीने तक उत्पादन ले सकते हैं।
बंपर पैदावार से इस वर्ष ज्यादा जगह में बोवनी
ग्राम ठर्रका के किसान भानूप्रताप तिवारी ने बताया कि पिछले साल नए प्रयोग के रूप में ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती की थी। पिछले साल 10 बीघा में मूंग की खेती की। जिसमें से 2 बोरा प्रति बीघा तक उपज निकली। वहीं मूंग के मंडी में भाव अच्छे मिलने...