Tuesday, October 21

अमृत सरोवर योजना के तहत जल संरक्षण-अमृत सरोवर में 15 तालाब बनेंगे, पुष्कर योजना से 54 जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार भी होगा

जलाभिषेक अभियान में इस बार अमृत सरोवर योजना से क्षेत्र में 15 नए तालाबों का निर्माण होगा। ये सभी तालाब 15 से 25 लाख की लागत से निर्मित होंगे। इसके अलावा पुष्कर योजना में 54 तालाबों और स्टाप डेम का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा।

मनरेगा के तहत होने वाले इन कार्यों की जानकारी सोमवार को विधायक उमाकांत शर्मा ने खंड स्तरीय जलाभिषेक कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आज के समय में जमीन से पानी निकालने के लिए कई संसाधन आ गए है।

हम जंगल खत्म हो रहे हैं और पेड़ भी नहीं बचे। हम सिर्फ प्राकृतिक संसाधन का दोहन कर रहे हैं। भविष्य क्या होगा इसकी कोई भी चिंता नहीं कर रहा। इन हालातों में सुधार करना जरूरी है। हमें पानी रोकना होगा और पेड़ भी लगाना होंगे। जलाभिषेक अभियान के माध्यम से सरकार यही बताना चाह रही है। पानी बचाने के लिए हमें खुद जागरूक होना है।

जलयात्रा निकाल कर दिया संदेश
खंड स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन आरोन रोड पर स्थित करीमा बाद गांव में किया गया था। यहां पर कार्यक्रम शुरू होने से पहले गांव में जलयात्रा भी निकाली गई। जनपद अध्यक्ष ने गांव की गलियों का भ्रमण कर लोगों को जल बचाने का संदेश दिया।

पंचायत सचिव नारायण प्रसाद शर्मा ने बताया कि करीमा बाद में हम तालाब का जीर्णोद्धार करेंगे। जिसका भूमिपूजन आज हो गया है। जलसंकट खत्म करने के लिए शुरू हुए इस प्रयास से ग्रामीण खुश हैं। इस दौरान विधायक ने गांव में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पहुंच कर पूजा भी की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लाइव प्रसारण में नहीं ली किसी ने रूचि
जलाभिषेक कार्यक्रम का शुभारंभ सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश स्तर पर किया गया। जिसका लाइव प्रसारण ग्राम पंचायतों में किया जाना था। करीमा बाद में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ग्रामीणों ने कार्यक्रम देखा लेकिन क्षेत्र की अन्य ग्राम पंचायतों में ना तो पंचायत प्रमुख सक्रिय थे और ना ही ग्रामीण। तेज गर्मी के कारण जलयात्रा में भी ग्रामीण बमुश्किल शामिल हुए। जिसके चलते पंचायतों में ये कार्यक्रम भी औपचारिक ही रहा।

जल बचाने के लिए छोटे-छोटे प्रयास करना होंगे
जल संरक्षण के लिए छोटे-छोटे प्रयास भी करना होंगे। पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें जल, जंगल और जमीन को बचाना होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र बघेल ने कहा कि जल संरक्षण के लिए चार स्तर पर प्रयास शासन स्तर पर हो रहे है।

पुष्कर योजना के माध्यम से तालाब और स्टाप डेम का जीर्णोद्धार हो रहे तो अमृत योजना नवीन तालाबों के निर्माण के लिए बनाई है। इसके साथ ही लीज पिट योजना के माध्यम से हर गांव में हैंडपंप का पानी संरक्षित करने के लिए पास में ही गड्डा खोदा जा रहा है। वहीं जिन गांवों में नलजल योजना है। वहां पर भी जल संरक्षण के स्त्रोत बढ़ाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में जनपद पंचायत सीईओ वंदना शर्मा ने अभियान के दौरान किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी।