भारतीय मूल के प्रमुख अमेरिकी विदेश नीति विशेषज्ञ एश्ले टेलिस को चीन के साथ कथित गुप्त संबंधों और गोपनीय राष्ट्रीय सुरक्षा दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने के आरोप में FBI ने गिरफ्तार कर लिया है।
अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने चीन के साथ कथित गुप्त संबंधों और गोपनीय राष्ट्रीय सुरक्षा दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने के आरोप में भारतीय मूल के प्रमुख अमेरिकी विदेश नीति विशेषज्ञ एश्ले टेलिस को गिरफ्तार कर लिया है। 64 वर्षीय टेलिस, जो अमेरिका-भारत-चीन नीति के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध नाम हैं, पर गंभीर आरोप लगे हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
चीन के साथ गुप्त संबंधों के आरोप
एफबीआई की एक शिकायत के अनुसार, टेलिस ने 2022 से 2025 के बीच चीनी सरकारी अधिकारियों के साथ कई गुप्त बैठकें कीं। इनमें से एक बैठक 15 सितंबर 2025 को वर्जीनिया के फेयरफैक्स में एक रेस्तरां में हुई, जहां टेलिस एक मनीला लिफाफा लेकर पहुंचे लेकिन जाते समय वह गायब था। एक अन्य बैठक अप्रैल 2023 में वाशिंगटन डीसी उपनगरीय क्षेत्र में हुई, जहां चीनी अधिकारियों के साथ ईरान-चीन संबंधों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी नई तकनीकों पर चर्चा सुनी गई।
FBI की छापेमारी
टेलिस पर अमेरिकी वायु सेना की रणनीतियों, सैन्य विमानों की क्षमताओं और अन्य संवेदनशील जानकारी से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से अपने वर्जीनिया स्थित घर में रखने का भी आरोप है। 11 अक्टूबर 2025 को एफबीआई ने उनके आवास पर छापा मारा, जहां लॉक वाले फाइलिंग कैबिनेट, बेसमेंट कार्यालय के डेस्क और यहां तक कि कचरा बैगों में 1,000 से अधिक पेज के ‘टॉप सीक्रेट’ और ‘सीक्रेट’ दस्तावेज बरामद हुए। जांच एजेंसी के अनुसार, टेलिस ने सितंबर-अक्टूबर 2025 में रक्षा और विदेश विभाग की इमारतों में प्रवेश कर इन दस्तावेजों को प्रिंट किया और चमड़े के बैग में लेकर बाहर निकले।