Sunday, October 19

संपादकीय

प्रकति का रौद्र रूप, जिम्मेदार कौन
Uncategorized, संपादकीय

प्रकति का रौद्र रूप, जिम्मेदार कौन

बरसात आते ही चारो और खुशनुमा माहौल हो जाता हैं| रिमझिम करती वारिश प्रकति में नया संचार भर देती हैं | पर जब यही वारिश अपने स्वाभाविक रूप में बरसने लगे तो मानव जीवन के साथ - साथ जीव - जंतु वेहाल हो जाते हैं | विकास की संघी दौड़ ने प्राकृतिक संरचना के मूल रूप को बिगाड़ दिया हैं | जिसके चलते मानव जीवन स्वयं संकट में घिरा नजर आने लगा हैं | आज जिस तरह से नदी नालो पर अतिक्रमण किया जाकर उनके मूल स्वरुप को बिगाड़ दिया हैं | उसी का परिणाम हैं कि आज चारो और त्राहि -त्राहि मची हुयी हैं | जल-जंगल-जमीन सभी को मानव जीवन ने अपनी हबस का शिकार बनाया हैं | जंगलो की बेरहम कटाई भी इस चुनौती का वड़ा कारण हैं वक्त रहते इस विषय पर गंभीरता नहीं दिखाई दी तो वो दिन दूर नहीं जब अधिकांश मानव जाति प्राकृति के दंश को झेल नहीं पायेगी | शहरो के पास से बहने वाली नदियों को अतिक्रमण से मुक्त करना ही इस समस्या का स्थाई सम...
संपादकीय

इतिहास में दर्ज होंगे चमचे और भक्त

इन दिनों देश में बडे ही रोचक शब्द सुनाई दे रहे हैं जिसमे चमचे और भक्त शब्द प्रमुखता से लिए जा रहे हैं युग बदलते हैं युग के साथ तकनीक भी बदलती हैं एक समय था जब प्रिंट मिडिया देश पर हावी था इसके बाद इक्लेक्ट्रॉनिक मिडिया आया और अब इन दिनों सोशल मिडिया का दौर अचल रहा हैं इस दौर में सब के अपने -अपने समर्थक भी हैं विचारो का आदान प्रदान के लिए कई तरह के प्लेटफॉर्म भी हैं उन प्लेटफार्म पर लोग अपने विचार रखते हैं उन विचारो में भक्त और चमचे जैसे शब्द भी जुड़ गए हैं यहाँ आपको बता दे सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थको को भटक की संज्ञा मिली जो लोग नरेंद्र मोदी जी के विचारो और उनकी योजनाओ से सहमत दिखाई दिए उन्हें कांग्रेस व अन्य बिपक्षी पार्टियों ने भक्त कहना शुरू कर दिया इसके प्रतिउत्तर में उन भक्तो ने बिपक्ष के लोगो को चमचे कहना शुरू कर दिया इस तरह भक्त और चमचे इस दौर में सबसे...
ममता की सुप्रीम कोर्ट को चुनौती
Uncategorized, संपादकीय

ममता की सुप्रीम कोर्ट को चुनौती

प.बंगाल में कल बड़ा ही नाटकीय घटनाक्रम देखने में आया जिसमे सीबीआई को वहा की पुलिस ने बंधक बना लिया आपको बता दे प.बंगाल की राजधानी कोलकत्ता में शारदा चिट फण्ड की जांच करने गए सीबीआई के 40 सदस्य टीम के 5 अफसरों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया पुलिस का कहना था कि अधिकारी दस्ताबेज नहीं दिखा पाए इसलिए उन्हें हिरासत में लिया। देश के इतिहास में शायद ये पहला अबसर हैं जब किसी राज्य में सीबीआई के अधिकारियो को बंधक बनाया गया हो जिस तरह से प.बंगाल की मुख्यमंत्री प्रजातंत्र के नाम पर खेल खेल रही हैं वह देश की राजनीति के लिए कही से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता इस तरह की कारवाही से संगठन ढाचो को छती पहुँचती हैं साथ ही अविश्वास का बातावरण भी निर्मित होता हैं भले ही देश के बिपक्षी पार्टिया भारतीय जनता पार्टी को सीबीआई का दुरूपयोग करने का आरोप लगाती हो पर प.बंगाल में सीधा सीधा मामला सुप्रीम कोर्ट और ...
क्या सिंधिया को मध्यप्रदेश से दूर रखने की गयी ताजपोशी
Uncategorized, संपादकीय

क्या सिंधिया को मध्यप्रदेश से दूर रखने की गयी ताजपोशी

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी ने आनन्-फानन में महासचिवों की नियुक्ति की जिसमे एक महासचिव का पद अपनी बहन प्रियंका वाड्रा को दिया गया तो दूसरा महासचिव का पद ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश के चुनावों में महती भूमिका अदा करते हुए नजर आ रहे थे परिणाम स्वरुप कांग्रेस  को सत्ता प्राप्त हुयी सत्ता में भागी दारी को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस में त्रिकोणीय शंघर्ष दिखाई दे रहा हैं जिसमे एक और मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं तो दूसरी और परदे के पीछे दिग्विजय सिंह भूमिका निभाते हुए नजर आरहे हैं और तीसरे सिंधिया जी स्वयं ऐसे में सत्ता के  बटवारे को लेकर आपस में खींचतान साफ़ दिखाई दे रही हैं चाहे मंत्री पद हो या अन्य विभागों की जिम्मेदारी यह खींचतान साफ़ दिखाई दे रही हैं मुख्यमंत्री कमलनाथ कोई भी  निर्णय बैगेर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष की सहमति के बगैर नहीं ले पा रहे हैं ...
क्या प्रियंका दिलाएंगी  राहुल को कुर्सी
Uncategorized, संपादकीय

क्या प्रियंका दिलाएंगी राहुल को कुर्सी

वर्ष 2019 देश के दृष्टिकोण से बड़ा महत्वपूर्ण हैं क्योँकि इस वर्ष में देश में आम चुनाव होने हैं और यह चुनाव देश की दशा और दिशा तय करने वाले होंगे एक और देश वर्तमान प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की और आशा की दृष्टि से देख रहा हैं तो दूसरी और सारे बिपक्षी दाल एक होकर मोदी को सत्ता से  दूर रखने के जातन ढूंढ रहे हैं ऐसे मैं बहुत कुछ निर्भर करेगा उन मतदाताओं पर जो देश में विकास चाहते हैं पर बहुत कुछ निर्भर बिपक्षी पार्टियों पर भी  करेगा क्योँकि जिस तरह से बिपक्ष एकजुट होकर मोदी  हटाओ का अभियान चलाये हुए हैं वह भी कही न कही मोदी के लिए सघर्ष  का काम करेगा| लेकिन इस समय सबसे ज्यादा चिंतित और बिचलित कांग्रेस पार्टी दिखाई दे रही हैं वर्षो तक सत्ता का सुख भोगने वाली कांग्रेस पार्टी वगेर  सत्ता के उस मछली की तरह महसूस कर रही हैं जिसे पानी न मिला हो इसलिए वह तरह तरह के प्रयास कर रही हैं उसी प्रयास  कां...
Uncategorized, इतिहास की गाथा, कहानी, विविध, संपादकीय

एक नेता जिसने राम मंदिर के लिए सत्ता त्यागी, सजा भी काटी

अयोध्या विवाद कोई आज का विवाद नहीं हैं ये विवाद न जाने कितने दशको से चला आ रहा हैं अयोध्या मामले को लेकर ना जाने कितनी पार्टियों ने अपनी सत्ता की रोटी इस विवाद में सेकी किन्तु एक नेता ऐसा भी रहा इस देश में जिसने अपनी सत्ता की रोटी को न सेकते हुये सिर्फ राम मंदिर के लिए अपनी सत्ता त्याग दी राम मंदिर के लिए सबसे बड़ी कुर्बानी  बीजेपी  पार्टी के  नेता कल्याण सिंह ने दी. ये बीजेपी के इकलौते नेता थे, जिन्होंने  6 दिसंबर 1992 में अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद अपनी सत्ता को बलि चढ़ा दिया था. राम मंदिर के लिए सत्ता ही नहीं गंवाई, बल्कि इस मामले में सजा पाने वाले वे एकमात्र शख्स भी थे . 30 अक्टूबर, 1990 को जब मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी. प्रशासन कारसेवकों के साथ सख्त रवैया अपना रहा था. ऐसे में बीजेपी ने उनका मुकाबला करने के लिए कल्याण सिंह को ...
Uncategorized, विविध, संपादकीय

इन 5 स्कीम से पलट सकती है बाजी

विधानसभा चुनावों के बाद अनौपचारिक तौर पर देश में आम चुनाव 2019 का बिगुल बज जाएगा. 2014 के चुनावों में विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने अप्रत्याशित बहुमत के साथ देश में पहली पूर्ण बहुमत वाली बीजेपी सरकार बनाई और नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने. अब इसके बाद बीजेपी का अगला निशाना 2019 का चुनाव होगा , सत्ता में रहते हुये मोदी सरकार ने कई सारी योजनाओ को चलाया और बिपक्ष ने ने इन योजनाओं पर निशाना भी साधा जिससे ऐसा लगा की अगली बार बिपक्ष सत्ता में आयगी किन्तु मोदी सरकार की 5 ऐसी योजनाये हैं जिनसे फिर से सत्ता बीजेपी के हाथो में आ सकती है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को 2 अक्टूबर 2014 को लॉन्च किया और 2 अक्टूबर 2019 तक इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य तय किया गया. इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को घर में शौचालय बनाने के लिए 12,000 रु...
Uncategorized, विविध, संपादकीय

सत्ता कि महत्वकांक्षा और वदलते पाले

जैसे ही चुनाव आते हैं तो राजनीति का स्वाद चख चुके लोग सत्ता कि भूख में इतने पागल हो जाते हैं कि वह दल बदलने में भी गुरेज नही करते उन्हे इस बात का भी भान नही रहता हैं कि कल तक जिस विचार धारा की आलोचना किया करते थेे और वही विचारधारा अच्छी हो जाती हैं न कोई सिद्धांत न कोई जमीर न कोई सोच सिर्फ और सिर्फ अपने व्यक्तिगत हित। वर्तमान परवेष में एक बात और देखने में आ रही हैं जो लोग पार्टी में मंत्री विधायक और सांसद रहें हैं पार्टी ने उन्हे नीचे से ऊठा कर देश की जनता के भाग्य के फैसले के लिए थोप दिया जबकि बह उस योग्य नही थे चुनाव के समय वही नेता उसी पार्टी के खिलाफ अपने महत्वकाक्षां के चलते सड़को पर दिखई देते हैं । और दलबदल लेते हैं।...
Uncategorized, भोपाल संभाग, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

MP Election 2018 : भाजपा ने बांटे टिकट, अब फूंके जा रहे पुतले

मालवा-निमाड़। खंडवा विधानसभा सीट के लिए भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा को टिकट दिए जाने पर शुक्रवार को 11 युवाओं ने घंटाघर चौराहे पर मुंडन कराकर आपत्ति दर्ज कराई। वही धार के धरमपुरी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी गोपाल कन्नोज का नाम तय होते ही धरमपुरी-धामनोद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने कन्नौज को बाहर का प्रत्याशी बताते हुए धामनोद में विरोध प्रदर्शन किया।  नायक ने दिया इस्तीफा भाजपा के घुमक्कड़ जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक श्याम नायक ने पद और सक्रिय सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि धार विधानसभा चुनाव से इसका कोई लेना- देना नहीं है। बागी हुए जोशी सुसनेर विधानसभा से मौजूदा विधायक मुरलीधर पाटीदार को टिकट मिलने से मप्र गोवधर्न बोर्ड के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक संतोष जोशी बागी हो गए हैं। उन्होंने कहा- यह भविष्य की बात है। उन्होंने कि...
Uncategorized, इतिहास की गाथा, कुरवाई, गंजबासौदा, देश विदेश, भोपाल संभाग, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, रायसेन, लटेरी, विदिशा, विविध, संपादकीय, सिरोंज, सीहोर

राम मंदिर के लिए कानून बना सकती है सरकार – चेलमेश्वर

मुंबई. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि विधायी प्रक्रिया से कोर्ट के फैसले को बदला जा सकता है। अदालत में मामला विचाराधीन होने के बाद भी सरकार राम मंदिर बनाने के लिए कानून बना सकती है। कार्यक्रम में शामिल हुए थे चेलेमश्वर जस्टिस चेलमेश्वर शुक्रवार को कांग्रेस से जुड़े संगठन ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। रिटायर्ड जस्टिस का बयान ऐसे वक्त आया है। जब संघ परिवार ने राम मंदिर के लिए 1992 जैसा आंदोलन करने और कानून बनाकर सरकार से जमीन अधिग्रहण करने की बात कही है। जस्टिस चेलमेश्वर ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलटने के लिए कर्नाटक के कावेरी जल विवाद और राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद से जुड़े मामलों का भी जिक्र किया।  ...