
प.बंगाल में कल बड़ा ही नाटकीय घटनाक्रम देखने में आया जिसमे सीबीआई को वहा की पुलिस ने बंधक बना लिया आपको बता दे प.बंगाल की राजधानी कोलकत्ता में शारदा चिट फण्ड की जांच करने गए सीबीआई के 40 सदस्य टीम के 5 अफसरों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया पुलिस का कहना था कि अधिकारी दस्ताबेज नहीं दिखा पाए इसलिए उन्हें हिरासत में लिया। देश के इतिहास में शायद ये पहला अबसर हैं जब किसी राज्य में सीबीआई के अधिकारियो को बंधक बनाया गया हो जिस तरह से प.बंगाल की मुख्यमंत्री प्रजातंत्र के नाम पर खेल खेल रही हैं वह देश की राजनीति के लिए कही से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता इस तरह की कारवाही से संगठन ढाचो को छती पहुँचती हैं साथ ही अविश्वास का बातावरण भी निर्मित होता हैं
भले ही देश के बिपक्षी पार्टिया भारतीय जनता पार्टी को सीबीआई का दुरूपयोग करने का आरोप लगाती हो पर प.बंगाल में सीधा सीधा मामला सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकार के बीच का हैं क्योँकि शारदा चिट फण्ड की जाँच करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को दिया था और सीबीआई को भी सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करनी हैं ऐसे में केंद्र सरकार की भूमिका कही दिखाई नहीं देती रहा सवाल जाँच की प्रक्रिया धीरे तेज हो सकती हैं पर कारवाही तो कोर्ट के आदेश से ही की जा रही हैं मंमता बेनर्जी का रवैया तुकलाकी दिखाई दे रहा हैं इससे कही से भी उचित नहीं माना जा सकता मुख्यमंत्री का पद एक जिम्मेदारी वाला पद हैं यदि किसी करवाई को लेकर मुख्यमंत्री स्वयं धरने पर बैठ जायँगी तो ऐसे में राज्ये की जनता को न्याय कैसे मिलेगा अब इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट को ही निर्णय लेना हैं क्योँकि इससे कोर्ट की प्रतिष्ठा भी जुडी हुयी हैं