मध्यप्रदेश की राजनीति में जारी हैं शय-मात का खेल
मध्यप्रदेश की राजनीति में भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा हैं शय -मात का खेल खुले आम देखा जा रहा हैं राजनीति की गिरावट कहे या स्वार्थ की राजनीति जिसमे अब विधायक भी रेस के घोड़े की तरह उपयोग किये जा रहे हैं सत्त्ता का केंद्र वन चुकी राजनीति में अब सब कुछ जायज माने जाने लगा हैं संख्या बल की पूर्ती के लिए कोई भी दाम दिया जा सकता हैं वही दूसरी और अपनी अपनी महत्वकांक्षाये भी इस खेल का मोहरा बन गयी हैं |
जिस तरह से मध्यप्रदेश की राजनीति में अचानक भूचाल आया हैं उसने सभी को स्तब्ध कर दिया हैं जोड़ - तोड़ पर बनी सरकार का यही हश्र होता हैं खरीद फरोख्त की बात से शुरू हुयी राजनीति इस्तीफा के दौर तक पहुंच गयी और प्रदेश के नेताओ के साथ केंद्र के नेताओ पर भी अपना असर डाल दिया इसी असर के चलते कांग्रेस से रुष्ट ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की शरण ले ली हैं यह राजनीति के शय -मात का खेल रही सभा में भी...