Wednesday, September 24

इतिहास की गाथा

गंज बासौदा। मॉडल पब्लिक हा. सेक. स्कूल में हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ गणेश उत्सव का समापन
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गंज बासौदा। मॉडल पब्लिक हा. सेक. स्कूल में हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ गणेश उत्सव का समापन

गंज बासौदा। स्थानीय बेहलोट रोड स्थित मॉडल पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिक गणेश उत्सव २०१८-१९ के चलते हुए बच्चों ने विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये , इसके चलते प्रतिदिन गणेश उत्सव में विभिन्न छेत्रो में सफलता हासिल कर चुके अतिथि पधारे , जैसे की एयरफोर्स विंग कमांडर अनुभा आचार्य , महिल बल विकास अधिकारी सुश्री कोमल उपाध्याय , इंडियन एयर फाॅर्स में टेक्निकल विभाग में कार्यरत श्री प्रवीण रघुवंशी और इन्ही की तरह अन्य अतिथि पधारे । rally video  इसी के साथ आठवे दिन हवन और भंडारे के साथ बच्चो की रैली निकाली  और गणपति जी को विदाई दी गई ॥...
रहस्यमयी सुरंग को खोदा तोह चमत्कार सामने आया
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रहस्यमयी सुरंग को खोदा तोह चमत्कार सामने आया

लुधियाना।पंजाब के बरनाला शहर के पास गांव पक्खोकलां में सूखे तालाब को गहरा करने के दौरान एक अजीब घटना हुई। दरअसल, तलाब की खुदाई के लिए जेसीबी लाई गई थी। मगर जैसे ही जेसीबी ने खुदाई शुरू की तो वह अचानक बंद हो गई। तमाम कोशिशों के बाद भी जेसीबी ठीक नहीं हो पाई। इसके बाद पंचायत ने खुदाई के लिए मजदूरों को बुलाया। जैसे-जैसे मजदूर खुदाई करते गए वैसे-वैसे तालाब में दबा रहस्य सामने आने लगा।  - खुदाई में सबसे पहले आठ सीढ़ियां और एक रहस्यमयी सुरंग मिली। इसके बाद सुरंग में पानी से भरा एक मटका भी मिला, जिसे देखकर गांव वाले हैरान रह गए। - यह खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। लोग धूप-अगरबत्ती लेकर मौके पर पहुंच गए और पूजा-पाठ करने लगे। - गांव वालों का कहना था कि इस जगह का जरूर कोई धार्मिक संबंध रहा है।...
बिलासपुर में दूर दूर से लोग आ रहे ह यह कुदरत का चमतकर देखने
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बिलासपुर में दूर दूर से लोग आ रहे ह यह कुदरत का चमतकर देखने

बिलासपुर.छत्तीसगढ़ अपने आप में नेचरल खूबसूरती के साथ ही कई अनसुलझे रहस्यों को अपने आप में समेटे हुए है। यहां की कई अजीबो-गरीब जगहों की खासियत देखने दूर-दूर से सैलानियों को आने के लिए मजबूर कर देती हैं। इनमें फरसाबहार में नागलोक, मैनपाट की स्पंजी जमीन और गर्म पानी उगलता तातापानी का कुंड मशहूर है। dainikbhaskar.com अाज बता रहा है छत्तीसगढ़ के कुछ ऐसे ही खूबसूरत और अनसुलझी जगहों के बारे में। मेटल जैसे गूंजता है ये पत्थर... - छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से तकरीबन 12 किलोमीटर की दूरी पर दरिमा हवाई पट्टी के पास कई बड़े पत्थरों के बीच एक ऐसा पत्थर मौजूद है, जिससे मैटल की तरह आवाज आती है। - कई अलग-अलग तरह के मैटल की आवाज आने के कारण लोग दूर-दूर से इस पत्थर को देखने आते हैं। - इस पत्थर पर बैठकर या लेटकर बजाने से भी इसके आवाज में कोई अंतर नहीं पड़ता। - इसी खासियत के कारण इस पत्थर को इलाके के ल...
भारत के रहस्य मे जगह यहाँ पे एलियंस और भूतोने मशहूर कर दे है
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भारत के रहस्य मे जगह यहाँ पे एलियंस और भूतोने मशहूर कर दे है

कुलधरा को भूतों का गांव भी कहा जाता है। इस गांव में 1800 से कोई नहीं रहता। यह गांव जैसलमेर से 15 किलोमीटर दूर है। इस गांव को 1291 में पालीवाल पंडितों ने बसाया था। एक दिन अचानक इस गांव और पास के गांव के लोग रात के अंधेरे में गायब हो गए, तब से इस गांव को भुतहा मान लिया गया। गांव के आस-पास से निकलने वाले लोग यहां भूत दिखने के दावे करते हैं। कोंग्ला ला पास, हिमालय में भारत-चीन के विवादित बॉर्डर अक्साई चीन में है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां UFO का अंडरग्राउंड क्षेत्र है। यहां लोगों ने एक अजीब प्रकार की ट्राईएंगलर चीज को आते जाते देखा है  ...
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बाबासाहब अंबेडकर की 125वीं जयंती वर्ष समारोहों के साथ पड़ा है।

नई दिल्ली. राष्ट्र-निर्माण में बाबासाहब अंबेडकर की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि  यहां एनसीसी की रैली में देशभर से आये कैडेटों को संबोधित करते हुए मोदी ने छात्रों का आह्वान किया कि अपना जीवन राष्ट्र के नाम और उसकी जनता के कल्याण के नाम सर्मपित करें। उन्होंने कैडेटों से आग्रह किया कि वे गणतंत्र दिवस समारोहों के लिए पिछले एक महीने तक दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान सीखीं अच्छी चीजें आत्मसात करें। प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि जब अपने गांवों और शहरों में लौटकर जाएं तो स्वच्छता और देशभक्ति जैसे मूल्यों को बढ़ावा दें। एनसीसी एक संस्था है जो युवाओं को पूरे देश से जोड़ती है और इस तरह से देश में एकता की भावना के लिए योगदान देती है। इस साल का गणतंत्र दिवस अंबेडकर के 125वीं जयंती वर्ष समारोहों के साथ पड़ा है। अंबेडकर अपने पूरे जीवन संकटों से जूझते रहे, या...
ऐसे बना था देश का संविधान,
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ऐसे बना था देश का संविधान,

नई दिल्ली. 26 जनवरी 1950 वो दिन था जब भारत को उसका संविधान मिला। आज हम उसी दिन को हर साल की तरह रिपब्लिक-डे के तौर पर मनाने जा रहे हैं। लेकिन जब पहली बार देश का संविधान पास हुआ और संविधान सभा की पहली बैठक हुई, तो उस वक्त का नज़ारा कैसा था। वे कौन थे, जिन्होंने बड़ी भूमिकाएं निभाई थीं, कुछ Rare Photos के ज़रिए हम आपको दिखा रहे हैं। इसमें संविधान बनने से लेकर संविधान सभा की पहली बैठक और देश की पहली सरकार के कैबिनेट सदस्यों की झलक आपको देखने मिलेगी।...
ये हैं परमवीर चक्र विजेता,मेजर सोमनाथ शर्मा
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ये हैं परमवीर चक्र विजेता,मेजर सोमनाथ शर्मा

नई दिल्ली। परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च सैन्य सम्मान है। यह सेना के जवानों को उनकी बहादुरी के लिए दिया जाता है। इस सम्मान की शुरुआत 26 जनवरी 1950 में हुई थी। अब तक 21 सैनिकों को इससे सम्मानित किया गया है। विदेशी महिला ने डिजाइन किया था मेडल... - सबसे ज्यादा सेना के 20 और एयरफ़ोर्स के एक जवान को ये अवॉर्ड मिला है। - अभी तक नेवी के किसी जवान को यह अवॉर्ड नहीं मिला है। - परमवीर चक्र पाने वाले सैनिकों या उनके परिजनों को 10 हजार रुपए महीने का अलाउंस भी दिया जाता है। - परमवीर चक्र को सावित्री बाई खालोनकर ने डिजाइन किया था। उनकी मां हंगरी की, जबकि पिता रशियन थे। - उनकी शादी मेजर जनरल विक्रम खालोनकर से हुई थी। - दिलचस्प यह भी है कि खालोनकर के रिश्तेदार मेजर सोमनाथ शर्मा को मरणोपरांत पहला परमवीर चक्र का सम्मान मिला।...
जम्मू-कश्मीर पुलिस, दिखाए हैरतअंगेज स्टंट
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जम्मू-कश्मीर पुलिस, दिखाए हैरतअंगेज स्टंट

श्रीनगर। रिपब्लिक डे पर होने वाली परेड में जम्मू-कश्मीर पुलिस करतब दिखाएंगी। इसके लिए उनकी प्रेक्टिस शुरू हो गई है। पुलिसकर्मियों ने गुरुवार को जहां बुलेट पर मिसाइल लेकर करतब दिखाए वहीं महिला पुलिस भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने ने भी हैरतअंगेज स्टंट दिखाए। इस तरह के होंगे करतब इन्हें हैंडल छोड़कर बाइक चलाना, बाइक के ऊपर सीढ़ी रखकर चलाना, कई लोगों के ऊपर से बाइक उछालना, कुछ बाइक्स पर कई जवानों का एकसाथ लेकर चलने और दूसरी कई तरह के करतब बनाने में महारत हासिल है।  ...
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धरती पर गिरीं 3 रहस्यमयी चीजें, किसी को नहीं मालूम क्या हैं

हनोई. अंतरिक्ष में उड़नतश्तरियां देखने की खबरें हाल के सालों में काफी ज्यादा सामने आई हैं। ताजा मामला वियतनाम का है। टीवी चैनलों का दावा है कि यहां तीन चीजें अंतरिक्ष से गिरी हैं। कहां से आसमान में पहुंची, किसी को मालूम नहीं वे क्या हैं, कहां से आई हैं किसी को पता नहीं। येन बाइ व तुयेन कुआंग राज्य की तीन जगहों पर तीन अलग-अलग चीजें गिरी हैं। वे दिखने में मेटल बॉल जैसी हैं और उनका वजन क्रमश: 250 ग्राम, छह किलो एवं 45 किलो है। वियतनाम का रक्षा मंत्रालय और कई साइंटिस्ट इनकी जांच कर रहे हैं। शुरुआती अनुमान यह भी है कि ये रूसी अंतरिक्ष कार्यक्रम का हिस्सा हो सकते हैं। फिर भी अगर किसी यान का कोई सामान गिरता है, तो यान में खराबी आ सकती है। ये टुकड़े धरती की कक्षा में आते ही नष्ट हो जाने चाहिए थे। वैज्ञानिकों ने कहा कि अंतरिक्ष यान की दुर्घटनाएं टालने के लिए किए गए प्रयासों में भी ऐसा होता ह...
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गुरुवार को 4 आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के लिए पठानकोट सिविल अस्पताल लाए गए।

चंडीगढ़. पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों की फोटो सामने आ गई हैं। गुरुवार को 4 आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के लिए पठानकोट सिविल अस्पताल लाए गए। जहां 4 डॉक्टरों की टीम उनका पोस्टमार्टम कर रही है। बताया जा रहा है कि इनमें से दो आतंकियों के शव बहुत ही बुरी तरह जले हुए हैं। पठानकोट में चार दिन तक आतंकियों के साथ चली मुठभेड़ में आतंकियों को मार तो गिराया, लेकिन आतंकियों की घुसपैठ में किसने मदद की, गोला-बारूद पठानकोट तक कैसे पहुंचा। ये ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब ढूंढने में सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं। ड्रग और आतंक दोनों का एक ही रास्ता है फैंसिंग... ड्रग्स तस्करी का पूरा सिंडिकेट है। सुरंग खोदने वालों से लेकर दोनों मुल्कों की जेलों में कैद अपराधी इसमें शामिल होते हैं। बीएसएफ पहले भी कह चुकी है कि पंजाब में ड्रग्स का एक बड़ा जरिया बॉर्डर फैंसिंग है। इसके जरिए सुरंग में पा...