गुरुवार को 4 आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के लिए पठानकोट सिविल अस्पताल लाए गए।
चंडीगढ़. पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों की फोटो सामने आ गई हैं। गुरुवार को 4 आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के लिए पठानकोट सिविल अस्पताल लाए गए। जहां 4 डॉक्टरों की टीम उनका पोस्टमार्टम कर रही है। बताया जा रहा है कि इनमें से दो आतंकियों के शव बहुत ही बुरी तरह जले हुए हैं।
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पठानकोट में चार दिन तक आतंकियों के साथ चली मुठभेड़ में आतंकियों को मार तो गिराया, लेकिन आतंकियों की घुसपैठ में किसने मदद की, गोला-बारूद पठानकोट तक कैसे पहुंचा। ये ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब ढूंढने में सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं।
ड्रग और आतंक दोनों का एक ही रास्ता है फैंसिंग…
ड्रग्स तस्करी का पूरा सिंडिकेट है। सुरंग खोदने वालों से लेकर दोनों मुल्कों की जेलों में कैद अपराधी इसमें शामिल होते हैं। बीएसएफ पहले भी कह चुकी है कि पंजाब में ड्रग्स का एक बड़ा जरिया बॉर्डर फैंसिंग है। इसके जरिए सुरंग में पाइप डाले जाते हैं और उनसे ड्रग्स पहुंचती है। सीमा एरिया में कन्साइनमेंट को आसानी से क्लीयरैंस मिल जाता है और ड्रग माफिया कभी पकड़ में नहीं आ पाते। सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल सरकार पंजाब में ड्रग्स की तस्करी के लिए बीएसएफ को ही जिम्मेदार ठहराती रही है।