देश में गहरा सकता है बिजली संकट, बिजली घरों में हफ्तेभर का भी कोयला नहीं
नईदिल्ली। ताप बिजलीघरों में कोयले की उपलब्धता का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। देश के आधे से ज्यादा बिजली घरों में एक हफ्ते से भी कम का कोयला बचा है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के नवीनतम डाटा के मुताबिक कोयला आधारित 56 बिजली घरों में सात दिन से भी कम का कोयला है। इनमें से 33 संयंत्रों में बमुश्किल चार दिन का कोयला बचा है। इन 33 संयंत्रों में से 10 देश की सबसे बड़ी बिजली कंपनी एनटीपीसी के हैं। यही नहीं, उक्त तारीख को 11 बिजली घरों में तो एक दिन का भी कोयला नहीं बचा था। कोयले की कमी से जूझ रहे एनटीपीसी के प्लांट हरियाणा का इंदिरा गांधी थर्मल प्लांट, यूपी के रिहंद, सिंगरौली, टांडा और उचाहार प्लांट, छत्तीसगढ़ के कोरबा और सीपत प्लांट, पश्चिम बंगाल के फरक्का और दुर्गापुर प्लांट और बिहार का कहलगांव थर्मल प्लांट। कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक ईस्टर्न कोलफील्ड्स भारत कोकिंग कोल और...