Monday, September 22

गंगा के पुनजीर्वन को जनांदोलन का रूप देने की जरूरत

Narendra-Modiनईदिल्ली। गंगा के पुनर्जीवन को एक जनांदोलन का रूप देने की जरूरत पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मिशन की पहली प्राथमिकता नदी को और प्रदूषित होने से रोकने की होनी चाहिए। गंगा पुनर्जीवन के लिए बनी योजना नमामी गंगे पर पहली अच्च स्तरीय बैठक में मोदी ने कहा कि निर्मल गंगा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। पीएम ने गंगा सेवा के लिए समर्पित समाज के विभिन्न तबकों की ताकत को एकजुट करने की कार्य-योजना बनाने की अपील की। मोदी का जोर नदी के अलग-अलग हिस्सों का रखरखाव कर गंगा सेवा करने और जन जागरूकता पैदा करने के लिए देश भर के स्वयंसेवकों की टीम बनाई जा सकती है। माइगव वेबसाइट पर मंगाए गए लोगों के सुझावों को ध्यानपूर्वक अध्ययन किया जाना चाहिए। पीएम ने पीपीपी मॉडल के जरिए देश भर में 500 शहरी केंद्रों में ठोस कचरा प्रबंधन और व्यर्थ जल प्रबंधन को लेकर अपनी दृष्टि का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सोच के तहत पहली प्राथमिकता गंगा के किनारे बसे नगरों को दी जानी चाहिए।
गंगा पर उमा ने पीएम को दिया प्रजेंटेशन: पीएम मोदी गंगा को निर्मल बनाने के लिए बनने वाली कार्य योजना पर खुद नजर रख रहे हैं। मोदी ने सोमवार को केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती से प्रजेंटेशन लेकर इस महत्वाकांक्षी योजना के विभिन्न पहलुओं को बारीकी से परखा। यह पहला मौका है, जब गंगा नदी को निर्मल बनाने की किसी योजना पर प्रधानमंत्री ने प्रजेंटेशन लिया है। यह प्रजेंटेशन ऐसे समय हुआ है, जब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को गंगा को निर्मल बनाने की योजना तैयार करने के लिए तीन सप्ताह का वक्त दिया है। इस प्रजेंटेशन के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। इसमें गंगा को निर्मल बनाने की चरणबद्ध योजना पेश की गई है। मोदी सरकार ने गंगा के लिए योजना तैयार करने को जल संसाधन मंत्रलय के सचिव आलोक रावत के समन्वय में एक अनौपचारिक समूह बनाया था। समूह ने पिछले महीने ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। फिलहाल सरकार इस पर विचार कर रही है।
मोदी बोले, गंगा को और मैली न करो: गंगा स्वच्छता अभियान को जनांदोलन बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी पहली प्राथमिकता नदी को और ज्यादा प्रदूषित होने से रोकने की है। नमामि गंगे अभियान पर पहली उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि स्वच्छता के इस आंदोलन को और मजबूत करने के लिए गंगा सेवा के प्रति समर्पित समाज के विभिन्न तबकों को एक मंच पर लाना होगा। इस उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू नितिन गडकरी, उमा भारती, प्रकाश जावड़ेकर और निर्मला सीतारमण मौजूद थे।