Monday, September 22

डेमोक्रेसी की ताकत ने बनाया गरीब के बच्चे को देश का पीएम

0326_untitleaaaad-pictureमुंबई। शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बहाने मुसलमानों पर निशाना साधा है और कहा है कि मोदी अब भी कट्टर हिंदूवादी हैं। मोदी ने कहा था कि भारत के मुसलमान देश के लिए जिएंगे और देश के लिए मरेंगे। इस पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय लिखा है। इसमें मुसलमानों से कहा है कि वे मोदी की जुबान झूठी नहीं होने दें। साथ ही, यह भी कहा कि जो मुसलमान देशभक्त नहीं है, उन्हें पाकिस्तान भेज दिए जाने की जरूरत है।
संपादकीय में मोदी के बयान का समर्थन करते हुए कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने इस मामले पर शिवसेना के पुराने रूख के मुताबिक ही बात की है। मुसलमानों को यह भी आगाह किया गया है कि देशभक्ति का सर्टिफिकेट मिल जाने से वे यह न मानें कि मोदी का कटï्टर हिंदुत्ववाद कमजोर पड़ गया है। संपादकीय में कहा गया है कि बतौर प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश के हैं, इसलिए किसी धर्म को लेकर उनके मन में द्वेष रखने की कोई वजह नहीं है। सामना में कहा गया है कि दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे भी लगातार कहा करते थे कि उनका विरोध सिर्फ उन मुसलमानों से है, जो क्रिकेट में पाकिस्तान से भारत की हार पर पटाखे फोड़ते हैं। संपादकीय में यह भी कहा गया है कि भारत में मुसलमान अन्य देशों की तुलना में ज्यादा सुखी और सुरक्षित हैं, फिर भी धर्माध लोग इस्लाम के खतरे में होने की बात करते हैं। इसके पीदे दलील दी गई है कि पाकिस्तान में गृहरूद्ध जारी है, बांग्लादेश में अस्थिरता है, अफगानिस्तान इराक की कमान आतंकवादियों के हाथों में है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सीएनएन को एक इंटरव्यू दिया। पीएम बनने के बाद से यह उनका पहला इंटरव्यू था। अल कायदा द्वारा भारत में ब्रांच खोले जाने की धमकी से जुड़े सवाल पर मोदी ने कहा कि भारतीय मुस्लिम देश के लिए ही जिएंगे और देश के लिए ही मरेंगे। उन्होंने कहा कि अल कायदा को इस बात का भ्रम है कि वे उसके इशारों पर नाचेंगे। मोदी ने कहा मेरा मानना है कि वे हमारे देश के मुसलमानों के साथ अन्याय कर रहे हैं। अगर कोई यह सोचता है कि मुसलमान उनके इशारों पर नाचेंगे तो यह उनका भ्रम है। भारत के मुसलमान जान दे देंगे, लेकिन भारत के साथ विश्वासघात नहीं करेंगे। वे भारत के लिए बुरा नहीं सोचेंगे। मोदी ने यह भी कहा भारत में करीब 17 करोड़ मुसलमान हैं, लेकिन उनमें से अल कायदा के सदस्य न के बराबर हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पद संभालने के बाद सीएनएन के वरिष्ठ पत्रकार फरीद जकारिया को इंटरव्यू दिया है। इस बातचीत में उन्होंने देश-दुनिया के कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। चीन की तरक्की के पीछे वहां डेमोक्रेसी न होकर सत्तावादी सरकार होना है, क्या मोदी भी वैसे ही अधिकार चाहते हैं, इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने लोकतंत्र की ताकत देखी है। अगर लोकतंत्र न होता, तो उनके जैसा एक गरीब परिवार में पैदा हुआ बच्चा यहां कैसे बैठता? ये ताकत लोकतंत्र की है। पीएम के मुताबिक ऐसा जरूरी नहीं कि जहां डेमोक्रेसी नहीं वहां विकास नहीं हुआ।