Tuesday, October 21

संपादकीय

क्या तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगना चाहिए?
देश विदेश, संपादकीय

क्या तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगना चाहिए?

अचनक ही एकनाम सामने आया ,ओर नाम सामने आते ही देश के बच्चे के मुहूं पर सुनाई देने लगा ओर उस नाम से लोगों मे दहशत ओर डर व्याप्त हो गया ,जिस नाम से लोग डरने लगे उसका नाम हे तब्लीग़ी जमात ।अभी तक देश के लोग इस नाम से रुबरु नहीं थे ,पर इस नाम ने देश मे ऐसा काम किया की लोग इस नाम कि तह मे जाने लगे। जिस समय देश एक भीषण संकट का सामना करने की तैयारी कर रहा था उस समय तब्लीग़ जमाती दिल्ली की मरकस मे जमा थे ,इतना ही नहीं वहां ये लोग अच्छी खासी संख्या मे उपस्थित थे यहां तक भी ठीक हे पर केंद्र सरकार ओर राज्य सरकार के आदेशों को धता बताते हुये कोरोना जैसी महामारी के दिशा निर्देश का पालन भी नहीं कर रहे थे ,उल्टे उन निर्देशों की खिल्ली उडा रहे दे । जव पूरा देश कोरोना संक्रमण से लडने के लिए एकजुट था उस समय देश कि अलग अलग मस्जिदों मे तब्लीगी जमात के लोग चोरी छिपे रुके हुये थे।ओर ये लोग जहां जहां गये व...
दिल्ली में फ़ैल होता लॉक डाउन कोई षड्यंत्र तो नहीं
संपादकीय

दिल्ली में फ़ैल होता लॉक डाउन कोई षड्यंत्र तो नहीं

दिल्ली की सड़को हजारो की तादात में लॉक डाउन का उलंघन करते हुए लोग दिखाई देने लगे हैं लोग हैरान परेशान यहाँ वहा भटकते नजर आ रहे थे ऐसे में केंद्र सरकार की कोशिश जिस उद्देश्य से लॉक डाउन किया वह फ़ैल होता नजर आ रहा हैं तो सवाल यह उठता हैं की आखिर यह सब कैसे हो गया जब दिल्ली सहित पूरा देश लॉक डाउन हैं तो इतने सारे लोग अचानक सड़को पर कैसे आ गए ऐसे में यह सवाल उठना भी लाजमी हैं के कही ये सुनियोजित षड्यंत्र तो नहीं | 25 मार्च से पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा की गयी थी शहर ही नहीं गांव भी अछूते नहीं थे कई जगह तो 144 धारा के साथ कर्फ्यू की भी खबरे चल रही हैं| दिल्ली पहले से ही सेंसेटिव घोषित की जा चुकी थी चारो और पुलिस गश्त चल रही थी दिल्ली से लगी हुयी सीमाएं पंजाब उत्तरप्रदेश पर भी नाके बंदी की गयी थी इतना सख्त पहरा होने के बाद भी अपने घर की और पलायन करने के लिए लोग सौ - सौ क...
को     रो       ना
Uncategorized, संपादकीय

को रो ना

हमारी सावधानी राष्ट्र निर्माण में सहयोग कर सकती दुनिया जिस अघोषित युद्ध का सामना कर रही हैं उस युद्ध में हर नागरिक को अपनी आहुति देनी होगी दुनिया सहित भारत जिस संक्रमण की चपेट में हैं उस संक्रमण से अकेले कोई भी देश में नहीं हैं | आज यदि किसी कारण से विश्व युद्ध हो जाता तब भी देश को कई प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता ऐसे में देश के हर नागरिक का दायित्व भी हो जाता हैं की वह अपनी और से देश के लिए अपनी भागीदारी तय करे | ऐसी ही स्थिति देश के नागरिको के सामने हैं यह संक्रमण किसी युद्ध के परिणाम से कम नहीं हैं अंतर यह हैं इस युद्ध में हमला करने वाला सीमाओं पर न होकर सीमाओं के अंदर प्रवेश कर गया हैं उसे रोकने के लिए किसी मानव श्रृंखला बनाने की जरुरत नहीं हैं बल्कि मानवो की श्रृंखला को दूर करने की हैं | आज इस युद्ध में हमारा दायित्व हैं की हम उस सैनिक की तरह इस दुश्मन का सामना करे...
नागरिकों का गैर जिम्मेदार रवैया
Uncategorized, संपादकीय

नागरिकों का गैर जिम्मेदार रवैया

कोरोना के संक्रमण के चलते केंद्र सरकार और राज्य सरकार नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं | उन प्रयासों के चलते सरकारें कठोर निर्णय और नागरिकों की सुविधाओं का भी धयान रख रही हैं| नागरिकों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा हैं, पर नागरिकों का गैर जिम्मेदार रवैया से सरकार की कोशिशों को पलीता लग रहा हैं सरकार एक कदम चलती हैं और नागरिक उन कदमो पर पानी फेर रहे हैं वर्तमान समय को नागरिक गंभीरता से नहीं ले पा रहे हैं समाचार पत्रों, सोशल मीडिया ,टीवी चैनलों ,पर पूरी हकीकत दिखाने के बाबजूद भी नागरिक उसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं | पूरी दुनिया के बेकाबू होते हालातो से बाक़िफ़ होने के बाबजूद भी नागरिक इस संक्रमण को बहुत ही हल्के में ले रहे हैं | देश के प्रधानमंत्री के आव्हान पर रविवार को देश की जनता ने जनता कर्फ्यू लगाकर अपने जिम्मेदार होने का उद...
एक राष्ट्र नायक मोदी जी
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एक राष्ट्र नायक मोदी जी

देश के मुखिया की पहचान बिपत्ति के समय ही पता चलती हैं, की उसका मुखिया उसके प्रति कितना गंभीर हैं और उसके लोगों की क्या भावना हैं उस देश के नागरिक अपने मुखिया की कितनी बातों को महत्त्व देते हैं यदि हम इस आंकलन पर अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रखे तो सौ प्रतिशत नागरिक उनके प्रति अटूट विश्वास रखते हैं उनकी कही हुयी बात को पत्थर की लकीर मान लेते हैं इसका जीता जागता उदाहरण हैं कोरोना बायरस को लेकर भारत के प्रधानमंत्री ने देश के नागरिको के द्वारा स्वयं के ऊपर कर्फ्यू लागू करने की मांग की थी जिसे पूरे राष्ट्र ने सिरोधार्य किया | इतना ही नहीं उनके द्वारा बताये गए तय समय पर कोरोना की जंग में लड़ रहे शासकीय कर्मचारियों के हौंसले बढ़ाने के लिए नागरिकों ने थाली, ताली, घंटी, शंख, झालर से उनका अभिवादन किया | यह देश के इतिहास में शायद पहला अवसर हैं जब बगैर किसी जोर-जबरजस्ती के नागर...
क्या राष्ट्र से बढ़कर हैं निजस्वार्थ / शाहीन बाग़
संपादकीय

क्या राष्ट्र से बढ़कर हैं निजस्वार्थ / शाहीन बाग़

दिल्ली के शाहीन बाग़ में सीएए/एनआरसी के खिलाफ चल रहा धरना लोगों को ये सोचनी पर मजबूर कर रहा हैं की क्या राष्ट्र से बड़े हो सकते हैं निजी स्वार्थ | जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के तमाम तरह के उपाय खोज रही हैं ऐसे में भारत भी अपनी देशवासियो को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव उपाय कर रहा हैं | पर शहीएवाग में बैठे लोग या लोगो की मानसीकता उस कोरोना वायरस से भी खतरनाक दिख रही हैं जिसमे सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ ही मुख्य हैं ऐसे में जब डब्लूएचओ द्वारा पूरी दुनिया को कोरोना वायरस से वचने के तमाम तरह के उपाय सुझाये जा रहे हैं और कम से कम एक मीटर की दूरी के फासले की बात की जा रही हैं उस स्तिथि में भी इस तरह के आंदोलनों का चलना कही न कही राष्ट्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता हैं | यह अच्छा अवसर था जब पूरा भारत एक सुर में इस गंभीर वीमारी से लड़ने के लिए खड़ा हैं | उस वक्त यदि शाहीन बाग़ ...
कोरोना से लड़ता भारत
संपादकीय

कोरोना से लड़ता भारत

कोरोना वायरस की दहशत में पूरी दुनिया दिखाई दे रही हैं और इस दहशत से भारत भी अछूता नहीं हैं कोरोना वायरस ने जिस तरह से लोगो को अपनी गिरफ्त में लिया हैं उससे वो संपन्न राष्ट्र भी अपने आप को इससे रोकने के लिए बोन सावित हो रहे हैं ऐसे में उन राष्ट्र पर जो परमाणु बम की धमकी दिया करते थे वो भी एक वायरस से परास्त दिखाई दे रहे हैं | जिस तेजी से इस बायर्स ने अपना दायरा बढ़ाया हैं उसी तेजी के साथ सरकारे भी इसका सामना करने के लिए प्रायस कर रही हैं पर वह प्रयास बगैर जनता की जागरूकता के पूरे नहीं किये जा सकते | अभी तक की भारत की कोशिशे कोरोना वायरस के खिआफ़ सकारात्मक रही हैं इससे निपटने के लिए जो जो अहम कदम उठाने चाहिए थे वह भारत सरकार द्वारा उठाये गए हैं इतना ही नहीं सरकार ने लोगों को जाग्रत करने और उन्हें बचाव के भी उपाए सही समय पर किये हैं उसी कोशिश के चलते आज भारत कोरोना से अपनी लगाईं लड़ पा रह...
हिन्दुस्तान लीवर की कालाबाजारी शुरू
Uncategorized, संपादकीय

हिन्दुस्तान लीवर की कालाबाजारी शुरू

हिन्दुस्तान लीवर लिमिटेड ने मौके का फायदा कई सामान के रेट जिसमे लक्स और पियर्स जैसे साबुन शामिल हैं | कोरोना वायरस के साबुन सेनेटाइजर जैसे उत्पादों की एक दम मांग बड़ गयी हैं इस मांग की बढ़त के कहते हिन्दुस्तान लीवर लिमिटेड ने अपने कई प्रोडक्ट के रेट बड़ा दिए हैं | इस समय जब पूरी दुनिया एक गंभीर बिमारी का सामना कर रही हैं ऐसे समय में कम्पनियो को सिर्फ अपना मुनाफ़ा दिखाई दे रहा हैं इनकी ये सम्बेदनहीनता किसी राष्ट्रद्रोह से कम नहीं हैं | जिस भारत ने हिन्दुस्तान लीवर को अरबो खरबो का व्यापार दिया आज वही हिन्दुस्तान लीवर जब भारत को सहयोग की आवश्यकता हैं तो उनके नागरिको पर बेबजह दाम बढ़ाकर मुनाफ़ा खोरी में लग गए हैं हिन्दुस्तान लीवर का ये कृत्य कही से भी सही नहीं माना जा सकता जबकि होना यह चाहिए था की कम्पनी को ऐसे समय में छोटी छोटी किट बनाकर लोगो को वितरित करनी चाहिए थी पर कम्पनी तो बुरे...
मध्यप्रदेश  की राजनीति में कोरोना का वार
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मध्यप्रदेश की राजनीति में कोरोना का वार

पूरी दुनिया में वायरस ने अपनी दहशत फैला रखी हैं वही भारत के मध्यप्रदेश खींचतान के चलते कोरोना की आड़ में शय मात का खेल जारी हैं | गौरतलव हैं की विगत कई दिनों से मध्यप्रदेश की राजनीति में भाजपा - कांग्रेस के बीच संघर्ष चल रहा हैं जिसमे दोनों ही पार्टिया शय मात का खेल खिलाने में व्यस्त हैं जब से मध्यप्रदेश की सरकार वनी हैं तभी से मध्यप्रदेश के भाग्य में राजनितिक संकट के बादल रहे हैं निर्दलीयों की कृपा पर टिकी कमलनाथ सरकार खुलकर काम करने में भी हिम्मत नहीं दिखा पा रही हैं आये दिन सरकार के ऊपर अविश्वास की तलवार लटकती दिखाई देती रहती थी | अब जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी अपेक्षा से रुष्ट होकर भाजपा का दामन थाम लिया तब से उनके समर्थक भी कांग्रेस से बाहर आ गए इसके चलते कांग्रेस सरकार अस्थिर व अल्पमत में आ गयी किन्तु सत्ता का खेल आकड़ो का खेल हैं तो उन आकड़ो को बनाने और बिगाड़ने...
भारत में भी कोरोना की इमेरजेंसी
संपादकीय

भारत में भी कोरोना की इमेरजेंसी

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया दहल गयी हैं | ये किसी परमाणु हमले की आशंका से कम नजर नहीं आ रहा हैं अब इससे भारत भी अछूता नहीं हैं पर भारत की तैयारियों ने अपने आप को सुरक्षा मोड़ में डाल दिया हैं इस वायरस को लेकर जब पूरा विश्व भय ग्रस्त हैं उस समय भी भारत पूरे संयम के साथ इससे सामना करने के लिए देश की जनता को जाग्रत कर रहा हैं और न घबराने की हिदायत भी दे रहा हैं इतना ही नहीं आज भारत सही मायने में विश्व गुरु की भूमिका अदा करते हुए दूसरे देशो को भी इस वायरस से लड़ने के लिए सभल प्रदान कर रहा हैं | इसी के चलते सार्क देशो के प्रति भारत ने जो पहल की हैं उसकी सभी जगह सराहना हो रही हैं | बैसे तो भारत में अभी तक 107 केस पॉजिटिव आये हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गयी हैं जबकि अन्य देशो में यह आकड़ा सेकड़ो और हजारो में हैं भारत सरकार की सजगता ने न सिर्फ देश के नागरिको को जाग्रत किया हैं वल्कि उनमे सुरक्...