भारतीय सेना के स्पेशल कमांडो की ट्रेनिंग, रोज दौड़ते हैं 42 किमी
भोपाल। पठानकोट हमले में सेना के कमांडो की बहादुरी के चर्चे हर तरफ हैं। 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस भी है। खास ऑपरेशन के लिए तैयार इन जवानों की ट्रेनिंग बेहद कठिन और शरीर को थका देने वाली होती है। इस ट्रेनिंग में जो जवान खरा उतरता है, उसे ही स्पेशल फोर्स में शामिल किया जाता है।
ये हैं भारत के स्पेशल फोर्सेस
- मार्कोस
यह कमांडो वैसे तो भारतीय नौ सेना के जवान होते हैं, लेकिन किसी भी स्थिति में लड़ाई लड़ने में सक्षम होते हैं। भारत के सबसे बेहतरीन कमांडो इन्हें माना जाता है। मार्कोस कमांडो को थ्री डाइमेंशन फोर्स भी कहा जाता है।
- पैरा कमांडोज
2015 में म्यामांर में सर्जिकल ऑपरेशन पैरा कमांडोज ने ही किया था। इन कमांडोज को दुश्मन के इलाके में घुसकर बिना कोई सबूत छोड़े ऑपरेशन करने के लिए जाना जाता है। ये कमांडाेज थल सेना के होते हैं।
- गरुड़ कमांडोज
भारतीय वायु सेना के इन कमांडोज ...









