Wednesday, September 24

इतिहास की गाथा

फरिश्ता वना सरकारी तंत्र ..
इतिहास की गाथा, भोपाल संभाग, राजधानी समाचार, संपादकीय

फरिश्ता वना सरकारी तंत्र ..

अक्सर सरकारी तंत्र को आम जनमानस उपेक्षा की दृष्टि से देखते रहे हैं ,ओर प्राइवेट सेवाओं पर गर्व महसूस करते रहे है पर जव भी देश मे कोई संकट आता है तो वही प्राइवेट सेवाएं अपनी सेवा से दूर भागती नजर आती है ,ओर अंतोगत्वा सरकारी तंत्र ही देवदूत वनकर खडा दिखाई देता है। ऐसा ही आज के हालात मे भी दिखाई दे रहा है जव कोराना के संक्रमण से सव अपनी सुरक्षा कि चिंता करते हुये घरों मे कैद हैं तव वही सरकारी तंत्र अपनी जान की परवाह किये बगैर देश सेवा मे सवसे आगे खडा दिखाई दे रहा है। इसमे चाहे डॉक्टर हो ,पुलिस हो , वार्डबॉय हो ,नर्सेज हो ,सफाई कर्मचारी हो ओर जो भी इस संकट के काल मे अपनी सेवा दे रहे है वो सभी सम्मान के पात्र है। ओर आज वो सभी देश के हीरो के रूप मे दिखाई दे रहे है ,जव हम एसी कमरों मे बैठे है, उस भीषण गर्मी मे भी डॉक्टर मेडिकल किट पहनकर मरीजों की सेवा कर रहे है वो पुलिस भी इस दौर मे अपनी ...
अक्षय तृतीया हिन्दुओं का मुख्य त्योहार-सुमेध मुदगलकर
इतिहास की गाथा, कहानी, लाइफ स्टाइल

अक्षय तृतीया हिन्दुओं का मुख्य त्योहार-सुमेध मुदगलकर

'राधाकृष्ण' शो में कृष्ण का किरदार निभा रहे एक्टर सुमेध मुदगलकर ने बताया कि "अक्षय तृतीया हिंदू धर्म के महत्वूर्ण त्यौहारों में से एक मना जाता है। इस दिन से वसंत ऋतु कि शुरुआत होती है। इस दिन को शुभ मानते हुए लोग इस दिन नए काम कि शुरुआत करते हैं और नई चीजें खरदते हैं। मुझे आज भी याद है बचपन में मैं यह त्यौहार अपने मातापिता के साथ मनाता था। चूंकि आज मैं उनके साथ पुणे में नहीं हूँ तो इस बार मैं वीडिओ कॉल के ज़रिए उनसे बात करके उनका आशीर्वाद लूंगा।"...
लॉकडाउन की रामायण।
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लॉकडाउन की रामायण।

कोरोना-कोरोना ओर लॉकडाउन -लॉकडाउन सुनकर दिमाग पगलाने लगा था की दूरदर्शन ने रामायण ओर महाभारत का पुनः प्रसारण शुरू कर दिया जिस रामायण के कारण तीस वर्ष पूर्व सडकों पर लॉकडाउन हो जाया करता था । आज इस लॉकडाउन मे रामायण संजीवनी का काम कर रही है । वर्तमान पीढी जो भोगविलास के चलते न तो अपने बुजुर्गों का सम्मान कर रही थी ओर ना ही अपने बच्चों को संस्कार दे रही थी ,उल्टे कुतर्क किया करती थी,ऐसे मे जव लॉकडाउन के चलते रामायण ओर महाभारत जैसे धारावाहिक देखकर अपने दूषित विचारों को छोडने मजबूर होना पडेगा। रामायण के एक एक संबाद जिसमे किसी भी तरह के छुआछूत , ऊंचनीच, छोटा बढा न होकर सिर्फ नीति की ही पैरवी कि गई हे। इसी तरह महाभारत मे भी सिर्फ ओर सिर्फ सिद्धांतों की बात बताई हे त्याग, तपस्या, समर्पण की गाथा से निष्चित ही हमारी आनेवाली पीढी को एक नई प्रेरणा मिलेगी। इतना ही नहीं कही न कहीं संस्कारो...
कब्रिस्तान में मिले 250 शव सब के सब 5000 साल से अधिक पुराने
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कब्रिस्तान में मिले 250 शव सब के सब 5000 साल से अधिक पुराने

कच्छ/गुजरात | कच्छ के लखपत तालुका के खाटिया गांव में कच्छ यूनिवर्सिटी और केरल यूनिवर्सिटी मिलकर खुदाई कर रहे हैं इस खुदाई के दौरान पांच हजार साल पुराना कब्रिस्तान मिला है. जिसमें 250 कब्रों में शव मिले हैं इन कब्रों में पैरों के पास मिट्टी के बर्तन और दूसरी चीजें भी पुरातत्व विभाग को खुदाई में मिली हैं. बताया जा रहा है कि यह ऐसा पहला हड़प्पा कालीन कब्रिस्तान है जोआयताकार है. यहां जो सबसे बड़ी कब्र मिली है वह 6.9 मीटर की है. जबकि सबसे छोटी 1.2 मीटर की है.हैरानी की बात तो यह भी है कि यहां कुछ ऐसे बर्तन भी मिले हैं जो इसके पहले पाकिस्तान के आमरी, नाल और कोट से भी मिल चुके हैं. इससे इस बात को और जोर मिलता है कि गुजरात से लेकर पाकिस्तान तक सभ्यता फैली होगी. इसके पहले हड़प्पा कालीन कई प्राचीन अवशेष मिल चुके हैं. यहां 16 तालाबों की शृंखला और साइन बोर्ड मिले हैं जिसमें हड़प्पा कालीन लिपि मिली है. ...
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कहानी – संसद हमले की

आज संसद पर हमले के पूरे 17 साल हो चुके हैं ये हमला जैश-ए-मोहम्मद के आंतकबादियों ने किया था इस हमले से पूरी दुनिया हिल गई थी करीब 45 मिनिट तक आतकंवादी संसद के अंदर रहें। ये हमला 13 दिसंबर सन 2001 को दिल्ली के संसद भवन पर हुआ था आम दिनों में जब संसद भवन के परिसर कोई सफेद रंग की एंबेसेडर आती है तो कोई ध्यान नहीं देता लेकिन उस दिन उस सफेद रंग की एंबेसेडर ने कोहराम मचा दिया। संसद भवन के परिसर में अचानक गृह मंत्रालय का कार पास लगी एक सफेद एंबेसेडर से आए 5 आतंकवादियों ने 45 मिनट तक लोकतंत्र के इस मंदिर पर गोलियों.बमों से थर्रा कर रख दिया था। आतंक के नापाक कदम उस दिन लोकतंत्र के मंदिर की दहलीज तक पहुंच गए थे। अचानक हुए हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। संसद परिसर के अंदर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अचानक हुए हमले का बड़ी ही वीरता से सामना किया। लोकतंत्र के इस मंदिर में कोई आंच न आएए इसलिए उन्हों...
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120 जवानों के दम पर चीनी सेना को धूल चटा दी थी मेजर शैतान सिंह ने

सन 1962  में भारत और चीन के बीच एक भयानक युद्ध हुआ इस युद्ध में चीन ने विजय प्राप्त की थी किन्तु इस युद्ध में भारत के कुछ ऐसे वीर सिपाही भी थे जिन्होंने बर्फीली पहाडियों में चल रहे युद्ध में भी चीनी सेना के पसीने छुड़ा दिए थे आज हम बात कर रहे हैं मेजर शैतान सिंह की जिन्होंने केबल 120 सिपाहियों के साथ मिलकर चीन की नाक में दम कर दिया था | 13वीं कुमाऊं बटालियन की चार्ली कंपनी चुशुल में मौजूद एयरफील्ड की रक्षा कर रही थी. चुशुल को गंवा देने का मतलब था   लद्दाख की सुरक्षा में सेंध, साथ ही यह उस समय भारत के लिए नाक की लड़ाई बन चुका था. एयरफील्ड की सुरक्षा पर निगरानी के बीच 18 नवंबर की सुबह चीन के लगभग 5000 सैनिकों ने इस जगह पर हमला कर दिया. गौरतलब है कि चीन के 5000 से ज्यादा सैनिकों के जवाब में उस समय भारत के महज 120 सैनिक ही मौजूद थे.लेकिन दुश्मन की परवाह न करते हुए इंडियन आर्मी ने जबरदस्त आक्...
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एक नेता जिसने राम मंदिर के लिए सत्ता त्यागी, सजा भी काटी

अयोध्या विवाद कोई आज का विवाद नहीं हैं ये विवाद न जाने कितने दशको से चला आ रहा हैं अयोध्या मामले को लेकर ना जाने कितनी पार्टियों ने अपनी सत्ता की रोटी इस विवाद में सेकी किन्तु एक नेता ऐसा भी रहा इस देश में जिसने अपनी सत्ता की रोटी को न सेकते हुये सिर्फ राम मंदिर के लिए अपनी सत्ता त्याग दी राम मंदिर के लिए सबसे बड़ी कुर्बानी  बीजेपी  पार्टी के  नेता कल्याण सिंह ने दी. ये बीजेपी के इकलौते नेता थे, जिन्होंने  6 दिसंबर 1992 में अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद अपनी सत्ता को बलि चढ़ा दिया था. राम मंदिर के लिए सत्ता ही नहीं गंवाई, बल्कि इस मामले में सजा पाने वाले वे एकमात्र शख्स भी थे . 30 अक्टूबर, 1990 को जब मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी. प्रशासन कारसेवकों के साथ सख्त रवैया अपना रहा था. ऐसे में बीजेपी ने उनका मुकाबला करने के लिए कल्याण सिंह को ...
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लोंगेवाला की एक रात

 1971 में भारत-पाक में छिड़ी पूरी जंग का आखिरी दिन था। 4 दिसंबर की रात को भारत पाकिस्तान के रहीमयार खान डिस्ट्रिक्ट क्वार्टर पर अटैक करने वाला था। किन्हीं वजहों से भारत अटैक नहीं कर पाया, पर बीपी 638 पिलर की तरफ से आगे बढ़ते हुए पाकिस्तान ने भारत की लोंगेवाला चेकपोस्ट पर अटैक कर दिया। यहां से उनका जैसलमेर जाने का प्लान था उस वक्त लोंगेवाला चेकपोस्ट सिर्फ 90 जवानों की निगरानी में थी। कंपनी के 29 जवान और लेफ्टिनेंट धर्मवीर इंटरनेशनल बॉर्डर की पैट्रोलिंग पर थे। देर शाम उन्हें जानकारी मिली कि दुश्मन के बहुत सारे टैंक एक पूरी ब्रिगेड के साथ लोंगेवाला पोस्ट की तरफ बढ़ रहे हैं। उस ब्रिगेड में 2 हजार से ज्यादा जवान रहे होंगे। कुछ ही पलों बाद लश्कर का सामना भारत की सेना की छोटी सी टुकड़ी के साथ करना था। न जमीनी न हवाई किसी तरह की मदद उस दौरान मिलना संभव नहीं था। भारतीय सेना के जवान मुंहतोड़ जवाब के लिए ...
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1971 War में पाकिस्तान के हो गए थे दो टुकड़े

47 साल पहले आज के दिन यानी 3 दिसंबर 1971 को पकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया था , पाकिस्‍तान का मानना था कि भारतीय सेना बांग्‍लादेश की मांग कर रहे पूर्वी पाकिस्‍तान के लोगों की न केवल मदद कर रही है, बल्कि उन्‍हें युद्ध के लिए सैन्‍य प्रशिक्षण भी दे रही है. इसी खुन्‍नस के चलते पाकिस्‍तान ने 3 दिसंबर 1971 को भारत पर हवाई हमला कर दिया था इस हमले में पकिस्तान ने भारत के पी-35 राडार को नष्‍ट करने में सफलता हासिल कर ली थी .पाकिस्‍तान ने इस  युद्ध  को 'ऑपरेशन चंगेज खान' का नाम दिया था 3 दिसंबर 1971 की शाम 5:30 बजे पाकिस्‍तान सरकार ने इस्‍लामाबाद से पाक वायु सेना को हमले के आदेश जारी कर दिए पाकिस्‍तान के लड़ाकू विमानों ने पहला हमला अमृतसर के एयरबेस पर किया. इसके बाद,  पठानकोट, श्रीनगर, अवंतीपुर पर हवाई हमला किया गया. इन हमलों के ठीक  बाद फरीदकोट पर पाकिस्‍तानी लड़ाकू विमानों ने बम बरसाने शुरू कर द...
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राम मंदिर के लिए कानून बना सकती है सरकार – चेलमेश्वर

मुंबई. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि विधायी प्रक्रिया से कोर्ट के फैसले को बदला जा सकता है। अदालत में मामला विचाराधीन होने के बाद भी सरकार राम मंदिर बनाने के लिए कानून बना सकती है। कार्यक्रम में शामिल हुए थे चेलेमश्वर जस्टिस चेलमेश्वर शुक्रवार को कांग्रेस से जुड़े संगठन ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। रिटायर्ड जस्टिस का बयान ऐसे वक्त आया है। जब संघ परिवार ने राम मंदिर के लिए 1992 जैसा आंदोलन करने और कानून बनाकर सरकार से जमीन अधिग्रहण करने की बात कही है। जस्टिस चेलमेश्वर ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलटने के लिए कर्नाटक के कावेरी जल विवाद और राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद से जुड़े मामलों का भी जिक्र किया।  ...