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मध्यप्रदेश में जल संकट
भोपाल. प्रदेश की एक तिहाई आबादी को रोज पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसा नहीं कि छोटे शहरों में पेयजल संकट है। इंदौर, ग्वालियर सहित 8 बड़े नगर निगम एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई कर रहे हैं। नर्मदा को शिप्रा नदी में मिलाने के बाद उज्जैन को रोज पानी नहीं मिल रहा है।
राजनीति में अच्छी पैठ रखने वाले नेताओं के क्षेत्र में लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। वित्त मंत्री जयंत मलैया, जिनके पास जल संसाधन विभाग भी है। उनके ही गृह क्षेत्र दमोह की स्थिति राज्य में सबसे विकराल है। यहां सप्ताह में एक दिन पानी की सप्लाई हो रही है।
इसी तरह छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद चुने गए कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ के संसदीय क्षेत्र में नगर परिषद बड़कुही में आठ दिन में एक बार पानी मिल रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मत्री गोपाल भार्गव सहित कई मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में आने वाली निकायों में पानी की सप्ल...










