Tuesday, September 23

यमन से 350 भारतीय स्वदेश लौटे

Indians646-1427949002नई दिल्ली/जिबूती। यमन में फंसे 350 भारतीयों को लेकर भारतीय वायु सेना के दो विमान गुरूवार तड़के स्वदेश पहुंच गए। इनमें से एक विमान महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई उतरा, तो दूसरा केरल के कोच्चि शहर उतरा। इन सभी को लेकर भारतीय नौसेना का जहाज बुधवार दोपहर बाद जिबूती पहुंचा, जहां से उन्हें वायुसेना के दो विमानों के जरिए स्वदेश रवाना किया गया था।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया था कि एक विमान कोच्चि और एक विमान मुंबई उतरेगा। स्वराज ने कहा कि सरकार यमन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। यमन में हालात बेहद जटिल हैं। हवाई अड्डे यमन में हैं और हवाई इलाका सऊदी अरब के नियंत्रण में हैं। विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने जिबूती पहुंच कर पूरे अभियान की कमान संभाल ली है।

उधर, आईएनएस सुमित्रा जिबूती में साढ़े तीन सौ लोगों को उतारने के बाद दूसरी खेप लाने के लिए पुन: अदन लौट गया। यह जहाका अदन से मंगलवार को जिबूती रवाना हुआ था। यह युद्धपोत बुधवार दोपहर बाद जब भारतीय नागरिको को लेकर जिबूती पहुँचा तो वहां जनरल (अवकाश प्राप्त) सिंह ने उनका स्वागत किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वे पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन के अनुसार आईएनएस सुमित्रा में सवार लोगों में सौ महिलाओं के साथ 25 बच्चे हैं। इन 350 भारतीयों में केरल के 206, तमिलनाडु के 40,महाराष्ट्र के 31,पश्चिम बंगाल के 23, दिल्ली के 22, कर्नाटक के 15 और आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के 13 लोग शामिल है।

उन्होंने बताया कि अदन तथा सना में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए गुरूवार को नौसेना के दो और जहाजों के पहुंचने की उम्मीद है। नौसेना ने समुद्री मार्ग से 400 से अधिक लोगों को निकालने की तैयारी की है। यमन में करीब चार हजार भारतीय मौजूद हैं जिनमें कामगार, व्यवसायी तथा नर्से शामिल हैं।

यमन में हाउती विद्रोहियों तथा सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब देशों की सेनाओं के बीच जारी लड़ाई के कारण यहां के अधिकांश हवाई अड्डे संचालन के लायक नहीं रह गए हैं और हवाई नियंत्रण सऊदी अरब का हो गया है। यमन में अरसे से जारी संघर्ष के बीच राष्ट्रपति अब्दरब्बूह मंसूर हादी के देश छोड़कर चले जाने के बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए देश छोड़ने का परामर्श जारी किया।

इसके बाद से ही नौसेना एवं भारतीय वायुसेना ने वहां से लोगों को सुरक्षित निकालने के अभियान में सहयोग देना शुरू कर दिया है। नौसेना ने इस काम के लिए तीन जहाज तैनात किए हैं। जबकि वायुसेना ने दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमान लगाए हैं। एयर इंडिया ने भी मस्कट में दो विमान तैनात किए हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने इस अभियान में मदद देने के लिए खाड़ी देशों में भारतीय मिशनों एवं नई दिल्ली स्थित मुख्यालय से पांच वरिष्ठ राजनयिकों को जिबूती में तैनात किया है। अदन की खाड़ी में जल दस्यु विरोधी अभियान के तहत तैनात गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा यमन से भारतीयों को निकालने वाला पहला जहाज था। इस जहाज को सोमवार को अदन बंदरगाह के करीब तैनात किया गया था।