Wednesday, October 22

शिक्षा-ज्ञान

विधायक शशांक भार्गव ने कहा:अशासकीय शैक्षणिक संस्थानों की आर्थिक मदद करें
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विधायक शशांक भार्गव ने कहा:अशासकीय शैक्षणिक संस्थानों की आर्थिक मदद करें

शासकीय शैक्षणिक संस्थानों को कोरोना की गाइड लाइन के चलते आर्थिक एवं कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। इस संबंध में अशासकीय शैक्षणिक संस्थान संघ ने विधायक शशांक भार्गव को ज्ञापन दिया। इस पर श्री भार्गव ने प्रमुख सचिव शिक्षा विभाग मप्र. शासन भोपाल एवं कलेक्टर विदिशा को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि कोविड-19 महामारी के चलते अशासकीय शैक्षणिक संस्थानों के संचालक एवं उक्त संस्थाओं में कार्यरत शैक्षणिक स्टाफ एवं अन्य कर्मचारी लॉकडाउन के कारण संस्थाएं लगातार बंद रहने से विषम आर्थिक हालात का सामना कर रहे हैं। अशासकीय शैक्षणिक संस्थानों के हित में शासन स्तर से न्यायोचित मांगों का समुचित समाधान किए जाने का अनुरोध किया गया है।...
PM की अफसरों से सीधी बात:मोदी 10 राज्यों के 54 कलेक्टरों के साथ आज करेंगे वर्चुअल मीटिंग, कोरोना से निपटने पर होगी चर्चा
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PM की अफसरों से सीधी बात:मोदी 10 राज्यों के 54 कलेक्टरों के साथ आज करेंगे वर्चुअल मीटिंग, कोरोना से निपटने पर होगी चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे कोरोना महामारी पर नियंत्रण को लेकर 10 राज्यों के 54 जिले के कलेक्टरों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान वे कोरोना की दूसरी लहर में बने हालात और उससे निपटने के अनुभवों पर अफसरों के साथ चर्चा करेंगे। यह बैठक वर्चुअल तौर पर आयोजित की जाएगी। इससे पहले PMO की तरफ से मीटिंग को लेकर राज्यों के मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखकर जानकारी दे दी गई थी। इन 10 राज्यों के कलेक्टर होंगे शामिलप्रधानमंत्री जिन 10 राज्यों के कलेक्टरों के साथ बैठक करेंगे, उनमें झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, राजस्थान, ओडिशा, हरियाणा, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और पुडुचेरी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार PM की बैठक से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस मामले में राज्यों से प्रजेंटेशन मांगा था। इसे 19 मई तक PMO ऑफिस भेजने के निर्देश दिए थे।...
स्कूल लॉक, पढ़ाई डाउन:ज्यादातर बच्चे ऑनलाइन क्लास से चिढ़ गए हैं; कई परिवार कर्ज लेने के लिए मजबूर हुए, तो कई बच्चों पर पढ़ाई छूटने का संकट
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स्कूल लॉक, पढ़ाई डाउन:ज्यादातर बच्चे ऑनलाइन क्लास से चिढ़ गए हैं; कई परिवार कर्ज लेने के लिए मजबूर हुए, तो कई बच्चों पर पढ़ाई छूटने का संकट

कोरोना की वजह से देशभर में स्कूल बंद है। करीब एक साल से बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर बच्चे ऐसे भी हैं जिन तक ऑनलाइन क्लास नहीं पहुंच सकी है। कई बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है, कई बच्चों के पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है। ग्रामीण इलाकों में तो बिजली कनेक्शन और पर्याप्त लाइट नहीं होना भी एक बड़ी वजह है जिसके चलते करोड़ों बच्चे पढ़ाई से दूर रह गए हैं। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 32 करोड़ 7 लाख से ज्यादा बच्चे लॉकडाउन की वजह से पढ़ाई से दूर हो गए हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि एक साल से भी ज्यादा समय से चल रही इन ऑनलाइन क्लास से क्या बच्चे खुश हैं ? क्या पढ़ाई की इस वर्चुअल दुनिया से बच्चों के व्यवहार में कोई परिवर्तन आया है? क्या इससे बच्चों के साथ उनके परिवार पर भी कोई असर पड़ा है? ऑनलाइन क्लास से बच्चों में मानसिक तनाव बढ़ा, पेरेंट्स भी परेशान बच्चों क...
आज से 30 मई तक बस स्टैंड पर बसों का प्रवेश प्रतिबंधित
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आज से 30 मई तक बस स्टैंड पर बसों का प्रवेश प्रतिबंधित

शहर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है। मंगलवार को एसडीएम ने यातायात पुलिस व बस संचालकों के साथ एक बैठक रखी। इस बैठक में बस स्टैंड की व्यवस्था में परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें बुधवार 19 मई से 30 मई तक यात्री बसों का संचालन व स्टाप बस स्टैंड पर नहीं होगा। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान बस स्टैंड से ना तो बसें रवाना होंगी और ना ही यहां रुकेंगी। एसडीएम गोपाल सिंह वर्मा ने बताया कि तीस मई तक भोपाल से विदिशा सहित करारिया, अंबानगर, बासौदा, कुरवाई, सिरोंज, अशोकनगर की ओर जाने वाली व इन मार्गों से आने वाली बसें अब विवेकानंद चौराहे पर सवारी छोड़ेंगी। साथ ही विवेकानंद चौराहा से ही बसों में सवारियों को बिठाकर गंतव्य स्थानों के लिए रवाना होंगी। इसी तरह सागर तरफ से विदिशा आने वाली बसें बायपास से होते हुए अहमदपुर चौ...
MP में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ा:अब तक 537 केस आए; 5 मेडिकल कॉलेज में फ्री इलाज, पर इंजेक्शन की कमी ने बढ़ाई मुसीबत, रोकने के लिए टास्क फोर्स
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MP में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ा:अब तक 537 केस आए; 5 मेडिकल कॉलेज में फ्री इलाज, पर इंजेक्शन की कमी ने बढ़ाई मुसीबत, रोकने के लिए टास्क फोर्स

मध्यप्रदेश में कोरोना के केस घट रहे हैं, लेकिन अब ब्लैक फंगस के मरीज तेजी से सामने आ रहे हैं। अब तक 573 मरीज मिल चुके हैं। 31 मरीजों की मौत हो चुकी है। इंजेक्शन की कमी है। कोरोना संक्रमण के बाद सरकार अब ब्लैक फंगस पर फोकस कर रही है। सरकार ने इससे निपटने के लिए टास्क फोर्स टीम का गठन किया है। इसमें सरकार के दो मंत्री भी शामिल हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ब्लैक फंगस से निपटने के लिए टास्क फोर्स टीम बनाने के निर्देश दिए है। टास्क फोर्स में सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मंत्री विश्वास सारंग सहित एसीएस एसपी दुबे और हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक लोकेंद्र दवे भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकॉरमाइकोसिस) की प्राथमिक अवस्था में ही पहचान कर हर मरीज का उपचार करें। इस कार्य को जन-आंदोलन का रूप दिया जाए तथा हर जिले में इसकी जांच की व्यवस्था हो। इस कार्...
मुख्यमंत्री कोविड-19 जन कल्याण योजना:कोरोना से अनाथ बच्चों को 21 साल की उम्र तक मिलेगी हर माह 5 हजार पेंशन, 30 मार्च 2021 से पहले के पीड़ितों को लाभ नहीं
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मुख्यमंत्री कोविड-19 जन कल्याण योजना:कोरोना से अनाथ बच्चों को 21 साल की उम्र तक मिलेगी हर माह 5 हजार पेंशन, 30 मार्च 2021 से पहले के पीड़ितों को लाभ नहीं

मध्यप्रदेश में कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को राहत देने के लिए नियम तैयार हो गए हैं। श्रम विभाग ने मुख्यमंत्री कोविड-19 जन कल्याण (पेंशन, शिक्षा व राशन) योजना का आदेश श्रम विभाग ने जारी कर दिया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि काेरोना से अनाथ हुए बच्चों को 21 साल की उम्र तक हर महीने 5 हजार रुपए की पेंशन दी जाएगी। यह योजना 30 मार्च 2021 से 31 जुलाई 2021 तक लागू रहेगी। इस अवधि के दौरान ही कोरोना से मृत्यु होने पर अनाथ आश्रितों को योजना का लाभ मिलेगा। श्रम विभाग के आदेश के मुताबिक कोविड से माता-पिता या अभिभावक की मौत होने पर अनाथ हुए बच्चों के पालन-पोषण की योजना का लाभ लेने के लिए शहरी क्षेत्र में नगर निगम आयुक्त अथवा नगर पालिका या नगर परिषद के सीएमओ और ग्रामीण क्षेत्र में जनपद पंचायत के सीईओ को आवेदन करना होगा। इसके बाद कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति इसे मंजूर करेगी। पिछले दिनों मुख्...
हेल्थ मिनिस्ट्री की सलाह:बच्चों को कोरोना हो जाए तो ज्यादातर मामलों में घर पर ही इलाज संभव, जानिए कैसे कर सकते हैं देखभाल
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हेल्थ मिनिस्ट्री की सलाह:बच्चों को कोरोना हो जाए तो ज्यादातर मामलों में घर पर ही इलाज संभव, जानिए कैसे कर सकते हैं देखभाल

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ज्यादातर बच्चों की देखभाल या इलाज घर पर ही किया जा सकता है। मंत्रालय ने बच्चों में कोरोना के लक्षण होने या कोरोना पॉजिटिव होने पर उनकी देखभाल के लिए गाइडलाइन जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा है कि " कोरोना से संक्रमित ज्यादातर बच्चे बिना लक्षण (asymptomatic) वाले या बेहद कम हल्के लक्षण वाले (mildly symptomatic) होते हैं।” Asymptomatic यानी बिना लक्षण वाले बच्चों की देखभाल स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव बच्चों की भी घर पर ही देखभाल की जा सकती है। ऐसे बच्चों की पहचान तभी हो पाती है जब उनके परिवार में किसी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सभी की जांच की जाती है।ऐसे बच्चों में कुछ दिनों बाद गले में खराश, नाक बहना, सांस...
गाइड लाइन में छूट की मांग:लॉकडाउन से छोटे व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट, ऑनलाइन, होम डिलीवरी में दी जाए छूट
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गाइड लाइन में छूट की मांग:लॉकडाउन से छोटे व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट, ऑनलाइन, होम डिलीवरी में दी जाए छूट

नगर व्यापार महासंघ ने सीएम के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन नगर व्यापार महासंघ ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम राजेश मेहता को ज्ञापन सौंपा और वर्तमान में चल रहे लॉक डाउन को अव्यवहारिक बताते हुए रोटेशन पद्घति से अलग अलग दिन समय सीमा निर्धारित कर गाइड लाइन के तहत व्यापार करने की छूट देने की मांग की। सरकार की दोहरी नीति के कारण लॉक डाउन के दौरान आधा व्यापार चल रहा है। इसमें आन लाइन और होम डिलेवरी को छूट दी गई है। इससे व्यापार चल रहा है। सिर्फ बाजार बंद है। इस कारण छोटे छोटे व्यापारियों के सामने आर्थिक और परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। इसलिए या तो पूरा कारोबार बंद किया जाए नहीं तो छोटे व्यापारियों को रोजगार करने की छूट जारी की जाए। संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने लॉक डाउन का समय बढ़ाकर 31 मई कर दिया है। इस बार 52 दिन से लगातार व्यापार बंद रहापिछले साल कोरो...
जिपं सीईओ का दौरा:मैडम… अभी गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है, स्थिति सामान्य होगी तो आपका जोरदार स्वागत करेंगे
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जिपं सीईओ का दौरा:मैडम… अभी गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है, स्थिति सामान्य होगी तो आपका जोरदार स्वागत करेंगे

भदारबड़ा गांव का दौरा करने पहुंची जिपं सीईओ को गांव के प्रवेश मार्ग पर ही प्रहरी ने रोका मैडम अभी संक्रमण अवधि में गांव में आना मना है। जब परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी तब हम सभी ग्रामीण मिलकर उनका जोरदार स्वागत करेंगे। ये आग्रह भदारबड़ा गांव पर ग्रामीण प्रहरी मलखान सिंह ने जिपं सीईओ नीतू माथुर से कहे। दरअसल, रविवार को जब गांव में जिपं सीईओ नीतू माथुर पहुंची तो प्रवेश मार्ग पर ही उन्हें रोक दिया गया। गांव में पहले से मौजूद जिपं अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी ने ग्रामीणों को जिपं सीईओ का परिचय कराया। इसके बावजूद उन्हें गांव में प्रवेश नहीं दिया गया। ांव के मुख्य प्रवेश मार्ग पर रस्सी बांधकर बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया है। लेकिन इस बार से अफसर नाराज नहीं हुई। उन्होंने गांव सरपंच सहित ग्रामीणों से कहा कि इस तरह की जागरुकता यदि सभी गांवों में या शहरों के लोगों में आ जाए तो कोरोना संक्रम...
साथी हाथ बढ़ाना:5 किसान अपने तालाब और ट्यूबवेल से सूखी नहर में पानी डालकर दूसरे किसानों की बचा रहे फसल, 60 से 70 एकड़ फसल की हो रही सिंचाई; नाम दिया टेल-टू-हेड
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साथी हाथ बढ़ाना:5 किसान अपने तालाब और ट्यूबवेल से सूखी नहर में पानी डालकर दूसरे किसानों की बचा रहे फसल, 60 से 70 एकड़ फसल की हो रही सिंचाई; नाम दिया टेल-टू-हेड

मध्यप्रदेश के सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक और कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिला हरदा में 5 किसान जलदान कर रहे हैं। नहर में 15 मई से पानी आना बंद हो गया। आसपास के गांवों की मूंग की फसल को पानी की सख्त जरूरत है। जिन किसानों के पास सिंचाई के अन्य साधन नहीं थे उन्हें परेशानी होने लगी। कुछ किसानों की फसल सूखने लगी तो पांचों किसान आगे आए। इन्होंने अपने तालाब और ट्यूबवेल से नहर में पानी देने लगे। इससे डेढ़ से 2 किलोमीटर एरिया में सिंचाई हो सकेगी। 60 से 70 एकड़ में सिंचाई हो रही है। सोनखेड़ी गांव के किसान मुकेश पुनिया अपने 1 एकड़ के तालाब का पूरा पानी नहर में छाेड़ दिया है। उनके चारों मामा ने भी उनकी पहल काे आगे बढ़ाते हुए अपनी निजी ट्यूबवेल चालू कर पानी नहर में लगातार छोड़ रहे हैं। इस पहल की जिलेभर में सराहना की जा रही। इस पहले में अन्य किसानों ने भी जुड़ने की पहल की है। नर्मदापुरम संभाग के होशंग...