
भदारबड़ा गांव का दौरा करने पहुंची जिपं सीईओ को गांव के प्रवेश मार्ग पर ही प्रहरी ने रोका
मैडम अभी संक्रमण अवधि में गांव में आना मना है। जब परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी तब हम सभी ग्रामीण मिलकर उनका जोरदार स्वागत करेंगे। ये आग्रह भदारबड़ा गांव पर ग्रामीण प्रहरी मलखान सिंह ने जिपं सीईओ नीतू माथुर से कहे। दरअसल, रविवार को जब गांव में जिपं सीईओ नीतू माथुर पहुंची तो प्रवेश मार्ग पर ही उन्हें रोक दिया गया। गांव में पहले से मौजूद जिपं अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी ने ग्रामीणों को जिपं सीईओ का परिचय कराया।
इसके बावजूद उन्हें गांव में प्रवेश नहीं दिया गया। ांव के मुख्य प्रवेश मार्ग पर रस्सी बांधकर बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया है। लेकिन इस बार से अफसर नाराज नहीं हुई। उन्होंने गांव सरपंच सहित ग्रामीणों से कहा कि इस तरह की जागरुकता यदि सभी गांवों में या शहरों के लोगों में आ जाए तो कोरोना संक्रमण से जिला जल्द ही मुक्त हो जाएगा।
जागरूकता से खुशी
गांव में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद ग्रामीण पूरी सजगता के साथ संक्रमण की रोकथाम के लिए नियमों का पालन कर रहे हैं। वहीं गांव के दो तीन-लोग ग्रामीणों की जरूरत की सामग्री लाने की व्यवस्था संभाल रहे हैं। मुझे तो खुशी है कि इस गांव में ग्रामीण इतने जागरूक है। दूसरों को भी इससे सीख मिलती है।
– नीतू माथुर, जिपं सीईओ।
सात संक्रमित मरीज
इस गांव में करीब पांच-छह दिन पहले ही सात लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं। इनमें से चार ग्रामीण जिनके पास घरों में पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं उन्हें ग्राम पंचायत ने पंचायत भवन में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में ठहराने सहित इलाज की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा दो ग्रामीण अपने घरों में ही होम आइसोलेशन में हैं। जबकि एक अस्पताल में उपचाररत हैं।