Wednesday, October 29

आंदोलन

विकास की मांग को लेकर सारणी बंद:मुख्यमंत्री को यूनिट लगाने की घोषणा याद दिलाने और उजड़ते शहर को बचाने दुकानों पर लटके ताले
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विकास की मांग को लेकर सारणी बंद:मुख्यमंत्री को यूनिट लगाने की घोषणा याद दिलाने और उजड़ते शहर को बचाने दुकानों पर लटके ताले

विद्युत नगरी सारनी और कोयलांचल पाथाखेड़ा मंगलवार को बंद हैं। मुख्यमंत्री द्वारा यूनिट लगाने की घोषणा को याद दिलाने के साथ शहर को उजड़ने से बचाने के लिए तीन संगठनों ने बंद का आव्हान किया था। इनमें व्यापारी संगठन ने स्वेच्छा से बंद का ऐलान किया था। संघर्ष मोर्चा यहां पिछले 3 महीने से पोस्टकार्ड अभियान चला रहा था। सारनी क्षेत्र को बचाने के लिए सतपुड़ा व्यापारी संघ, युवा संघर्ष मंच एवं सामाजिक संगठन की पहल पर एक दिन का बंद का आह्वान क्षेत्र के व्यापारियों से किया था। इसमें सारनी, पाथाखेड़ा, शोभापुर, कालीमाई, बगडोना के व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। सतपुड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष अरविंद सोनी और विश्व हिंदू परिषद के सुनील भारद्वाज के मुताबिक उजड़ते शहर को बचाने के लिए सभी लोगों को एकजुट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा यूनिट लगाने की घोषणा को याद दिलाने के लिए एक दिन ...
राइट साइड के किसान ही नहरों से सिंचाई करें; रिनिया पहुंचे एसडीओ ने बाकी किसानों को सिंचाई करने से रोका
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राइट साइड के किसान ही नहरों से सिंचाई करें; रिनिया पहुंचे एसडीओ ने बाकी किसानों को सिंचाई करने से रोका

संजय सागर बांध परियोजना के कमांड एरिया के किसान सिंचाई के लिए परेशान हो रहे हैं। नटेरन क्षेत्र के टेल एरिया में पानी नहीं पहुंच रहा है। इसलिए किसान रोजाना प्रदर्शन करके अपनी नाराजी जाहिर कर रहे हैं। शनिवार को संजय सागर बांध के एसडीओ प्रकाश सिंह मुख्य नहर पर रिनिया गांव पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से कहा कि बांध के राइट साइड के किसान ही कमांड एरिया में शामिल हैं। इसलिए वे ही अपने खेतों में सिंचाई कर सकते हैं। इस बात पर वहां मौजूद किसान हैरान रह गए। उनका कहना था कि रिनिया गांव तो कमांड एरिया में आता है। इसलिए नहर के दोनों साइड सिंचाई करने की अनुमति दी जाए। इस बात पर किसानों और अधिकारियों के बीच बहस हुई। एसडीओ और अन्य अधिकारियों ने कई किसानों के पंप भी बंद करा दिए। साथ ही किसानों के पंप जब्त करने की चेतावनी दी। ईई ने कहा, टेल क्षेत्र में पानी पहुंचाना मकसद, ताकि फसलों को पानी मिल सके इस ...
कांग्रेस जिस राजस्थान से महंगाई को लेकर केंद्र को घेरेगी, उस प्रदेश में महंगाई की मार सबसे ज्यादा
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कांग्रेस जिस राजस्थान से महंगाई को लेकर केंद्र को घेरेगी, उस प्रदेश में महंगाई की मार सबसे ज्यादा

पेट्रोल, डीजल पर ज्यादा वैट, महंगी बिजली की मार झेल रहे राज्य के लोग उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा सहित 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस महंगाई को सबसे बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है। इसके लिए वह राजस्थान के जयपुर में महारैली कर रही है, जिसमें देश भर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जमा होंगे। लंबे समय के बाद गांधी परिवार यानी सोनिया, राहुल और प्रियंका एक मंच में नजर आएंगे। इसके जरिए कांग्रेस देश भर में एक मजबूत संदेश देने की तैयारी में है, लेकिन दिलचस्प यह है कि महंगाई के खिलाफ रैली करने के लिए कांग्रेस ने जिस राज्य का चयन किया है। उस कांग्रेस शासित राज्य में पेट्रोल, डीजल और बिजली सबसे अधिक महंगी है, जिसका असर खाने पानी के समान से लेकर हर प्रकार के वस्तुओं पर पड़ता है राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर उत्तर भारत के दूसरे राज्यों के मुकाबले अधिक वैट लिया जा रहा...
MP में कर्मचारी आयोग के गठन की मांग:कर्मचारियों ने CM को लिखी चिट्‌ठी, समिति की बजाय आयोग बने; संविदाकर्मियों के लिए नीति बनाने की मांग
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MP में कर्मचारी आयोग के गठन की मांग:कर्मचारियों ने CM को लिखी चिट्‌ठी, समिति की बजाय आयोग बने; संविदाकर्मियों के लिए नीति बनाने की मांग

मध्यप्रदेश में कर्मचारी आयोग के गठन की मांग एक बार फिर उठने लगी है। कर्मचारियों ने इस संबंध में CM शिवराज सिंह चौहान को चिट्‌ठी (पत्र) भी लिखी है। जिसमें कहा कि कर्मचारी कल्याण समिति की बजाय सरकार कर्मचारी आयोग का ही गठन करें। वहीं, संविदाकर्मियों के लिए नीति बनाने, अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में बदलाव, आवास, दैनिक वेतनभोगी को नियमित करने समेत 10 सूत्रीय मांगों को भी पूरा करने की बात कही है। इंक्रीमेंट और महंगाई भत्ता बढ़ाने के मुद्दे पर जुलाई से अक्टूबर के बीच कर्मचारियों ने सरकार को घेरा था। अक्टूबर में सरकार ने कर्मचारियों को तोहफा दे दिया था। इसके बाद आंदोलन खत्म कर दिया गया, लेकिन अब कर्मचारियों ने आयोग के गठन के साथ अन्य मांगें उठाई है। कर्मचारी आयोग के गठन प्रमुख मांग मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चे ने CM शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर प्रमुख रूप से प्रदेश में कर्मचारी...
2020 का फसल बीमा न मिलने का आक्रोश:विदिशा-सागर हाइवे पर कुआं खेड़ी के पास डेढ़ घंटे तक फंसे वाहन
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2020 का फसल बीमा न मिलने का आक्रोश:विदिशा-सागर हाइवे पर कुआं खेड़ी के पास डेढ़ घंटे तक फंसे वाहन

विदिशा-सागर हाईवे पर कुआंखेड़ी के पास शुक्रवार दोपहर में किसानों के आक्रोश की वजह से डेढ़ घंटे तक जाम लगा रहा। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब 5 किमी तक वाहन फंसे रहे। इस दौरान सागर से भोपाल जाने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी हुए। इस दौरान कई अफसर भी फंस गए। इस दौरान एंबुलेंस भी फंस गई। बड़ी मशक्कत के बाद एंबुलेंस को निकाला गया। किसान साल 2020 का फसल बीमा की मांग पर अड़े थे। मौके पर तहसीलदार सरोज अग्निवंशी पहुंची। वहीं कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने किसानों को बीमा दिलाने का आश्वासन दिया। तब किसान शांत हुए और चक्काजाम खत्म हुआ। दोपहर 1 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक वाहन फंसे होने से लोगों को काफी परेशानी हुई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता देवेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा की फसल बीमा किसानों का न्यायिक अधिकार है। चक्काजाम की वजह से हाईवे पर सैकड़ों की संख्या में बड़े वाहन भी फंस गए थे। ज...
दिल्ली से किसानों की घर वापसी:गुरु ग्रंथ साहिब की अगुआई में सिंघु बॉर्डर से पंजाब रवाना हुआ फतेह मार्च, रास्ते में शानदार स्वागत की तैयारी
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दिल्ली से किसानों की घर वापसी:गुरु ग्रंथ साहिब की अगुआई में सिंघु बॉर्डर से पंजाब रवाना हुआ फतेह मार्च, रास्ते में शानदार स्वागत की तैयारी

तारीख 26 नवंबर 2020, यानी अब से 380 दिन पहले जब किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था, तो उन्हें यहां पहुंचने के लिए कई बाधाएं पार करनी पड़ीं थीं। तब से अब तक हालात बदल चुके हैं। आज, यानी 11 दिसंबर को किसान शौर्य गाथा लिखकर दिल्ली से महाराजाओं की तरह घर वापस जा रहे हैं। ठीक वैसे ही फतेह मार्च निकालते हुए, जैसे पंजाब के राजा जंग जीतने के बाद वापस आया करते थे। इस फतेह मार्च की अगुआई सिख परंपरा के अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब के साथ पंज प्यारों ने की। इस फतेह मार्च में महाराजाओं की तरह किसानों के आगे घोड़ा गाड़ियां और किसान सेना का बड़ा काफिला चल रहा है। किसान नेता कह रहे हैं कि आज हर किसान अपना सिर ऊंचा करके पंजाब में प्रवेश करेगा, सम्मान से घर जाएगा। रास्ते में कई जगह किसानों के स्वागत की तैयारियां की गई हैं। बॉर्डर छोड़ने से पहले सरबत दा भला की अरदास सिंघु बॉर्डर से आज जब किसान रवा...
भोपाल जूनियर डॉक्टर की हड़ताल होल्ड:जूडा का फैसला 16 दिसंबर तक सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो इमरजेंसी के साथ सभी सेवाएं करेंगे बंद
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भोपाल जूनियर डॉक्टर की हड़ताल होल्ड:जूडा का फैसला 16 दिसंबर तक सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो इमरजेंसी के साथ सभी सेवाएं करेंगे बंद

नीट पीजी काउंसलिंग 2021 की काउंसलिंग को लेकर जूनियर डॉक्टर (जूडा) ने गुरुवार को हड़ताल एक सप्ताह के लिए होल्ड कर दी। 16 दिसंबर तक मांगों को पूरा नहीं होने पर जूडा इमरजेंसी के साथ ही सभी सेवाएं बंद करेंगे। गांधी मेडिकल कॉलेज जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर हरीश पाठक ने बताया कि दिल्ली के नेशनल लेवल ऑर्गेनाइजेशन FORDA, FAIMA एवं अन्य राज्य के जेडीए ने यह निर्णय लिया है कि यह देशव्यापी आंदोलन जो neet-pg के काउंसलिंग में हो रहे विलंब के विरुद्ध चल रहा था, उस पर सरकार के सकारात्मक रवैया को देखते हुए गुरुवार से होल्ड पर अगले 1 हफ्ते के लिए रखा जाता है। उसी तर्ज पर अब भोपाल एवं मध्य प्रदेश के बाकी मेडिकल कॉलेज भी 16 दिसंबर तक प्रोटेस्ट को होल्ड पर रखेंगे। डॉक्टर पाठक ने कहा कि इस एक हफ्ते में हम उम्मीद करते हैं कि राज्य सरकार मरीजों की सेवा में आ रहे जूनियर डॉक्टर्स के अभाव को पूर्ण करन...
MP में पंचायत चुनाव पर रोक नहीं:जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर में लगी याचिकाओं पर एक साथ हुई सुनवाई, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर सरकार का निर्णय ही मान्य होगा
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MP में पंचायत चुनाव पर रोक नहीं:जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर में लगी याचिकाओं पर एक साथ हुई सुनवाई, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर सरकार का निर्णय ही मान्य होगा

राज्य में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण प्रक्रिया को लेकर प्रदेश भर में लगाई गई याचिकाओं पर गुरुवार 09 दिसंबर को एक साथ सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की डबल बेंच ने चुनाव पर रोक लगाने से मना कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि ग्वालियर खंडपीठ ने स्टे देने से पहले ही मना कर दिया था, तो बेंच बदलने से क्या होगा। याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता एवं राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने सुप्रीम कोर्ट में प्रकरण ले जाने की बात कही है। गुरुवार 9 दिसंबर को एक साथ पंचायत चुनाव को लेकर दायर याचिकाओं की सुनवाई हुई। हाईकोर्ट में याचिका के जरिए जिला, जनपद और ग्राम पंचायत चुनाव में आरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना व मनमाने प्रावधानों को चुनौती देते हुए स्टे लगाने की मांग की गई थी। मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमथ व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की...
आंदोलन खत्म करने पर बन गई बात!:जल्द केस वापसी पर राजी केंद्र; हाईपावर कमेटी से वार्ता जारी; सिंघु बॉर्डर पर जल्द SKM की मीटिंग
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आंदोलन खत्म करने पर बन गई बात!:जल्द केस वापसी पर राजी केंद्र; हाईपावर कमेटी से वार्ता जारी; सिंघु बॉर्डर पर जल्द SKM की मीटिंग

किसान आंदोलन खत्म करने पर बात बनती नजर आ रही है। केंद्र सरकार ने नया प्रस्ताव भेजते हुए जल्द केस वापसी की हामी भर दी है। केंद्र ने कहा कि वह राज्यों को भी अपील करेंगे कि किसानों पर दर्ज केस वापस हों। इसके अलावा MSP कमेटी में भी सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि रखने पर सहमति बन गई है। दिल्ली में लगातार मोर्चे की 5 मेंबरी हाईपावर कमेटी के साथ केंद्र सरकार की बातचीत चल रही है। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में किसान आंदोलन खत्म करने के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा। यह मीटिंग अब 3 बजे हो सकती है क्योंकि हाईपावर कमेटी की अभी केंद्र सरकार से बातचीत जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर 377 दिन से किसान आंदोलन चल रहा है। यह आया नया प्रस्ताव MSP कमेटी में केंद्र सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि होंगे। कमेटी 3 महीने के भीतर रिपोर्ट देगी। जो किसानों को MSP किस तरह मिल...
साउथ अफ्रीका दौरे से पहले टीम इंडिया को झटका:जडेजा, शुभमन, अक्षर और इशांत की चोट हुई गंभीर, टेस्ट सीरीज से बाहर हो सकते हैं
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साउथ अफ्रीका दौरे से पहले टीम इंडिया को झटका:जडेजा, शुभमन, अक्षर और इशांत की चोट हुई गंभीर, टेस्ट सीरीज से बाहर हो सकते हैं

साउथ अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान जल्द होने वाला है। इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार टीम के ऐलान से पहले टीम के चार खिलाड़ियों की चोट गंभीर पाई गई है। चोटिल खिलाड़ियों में इशांत शर्मा, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और शुभमन गिल शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार ये चारों खिलाड़ी फिट नहीं हैं। रवींद्र जडेजा और इशांत न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भी नहीं खेले थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि जडेजा लिगामेंट टियर से जूझ रहे हैं। वहीं, इशांत की उंगली डिसलोकेट हो गई है। मुंबई टेस्ट से पहले जडेजा को लेकर आया था बयान BCCI ने मुंबई टेस्ट से पहले जडेजा को लेकर कहा था, 'कानपुर में पहले टेस्ट मैच के दौरान ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को दाहिने हाथ में चोट लगी थी। स्कैन कराने के बाद पता चला कि उनके कंधे में सूजन है। उन्हें आराम करने की...