चीन ने पाकिस्तान को 6th जनरेशन विमान दिए तो क्या करेगा भारत, वायु सेना में पायलटों और 26% स्क्वाड्रन की कमी!
भारतीय वायु सेना इस समय अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है, जिसमें स्क्वाड्रन की कमी, पायलटों की भारी कमी, और आधुनिकीकरण में देरी जैसे गंभीर मुद्दे शामिल हैं। ‘द वायर’ को दिए गए साक्षात्कार में, येल विश्वविद्यालय के प्रवक्ता और रक्षा विश्लेषक सुशांत सिंह ने इन चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला, जो भारत की रक्षा तैयारियों के लिए खतरे की घंटी बजा रहे हैं।
भारतीय वायु सेना को अपनी पूर्ण क्षमता के लिए 42 स्क्वाड्रन की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में केवल 31 स्क्वाड्रन ही उपलब्ध हैं, जो 26% की कमी दर्शाता है। इनमें से दो स्क्वाड्रन पुराने मिग-21 विमानों पर आधारित हैं, जो आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं के लिए अप्रचलित हो चुके हैं। 2015 के विवादास्पद राफेल सौदे के बाद, भारत ने कोई नया आधुनिक लड़ाकू विमान नहीं खरीदा है, जिससे वायु सेना की ताकत और कमजोर हुई है।
चीन ने हाल ही में छठी पीढ़ी के स्ट...