
पहलगाम हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में अधिकारी और कर्मचारियों के लंबे अवकाश पर रोक लगा दी गई है। पूर्व से स्वीकृत अवकाश रद्द कर दिए गए हैं। वहीं अवकाश पर चल रहे कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने के आदेश दिए गए हैं। इसे हाल ही में आतंकवादी हमले से जोडकऱ देखा जा रहा है, हालांकि फैक्ट्री प्रबंधन ने इसे प्रशासनिक निर्णय बताया है।
सैन्य सामग्री के उत्पादन में जबलपुर का बड़ा योगदान रहता है। रक्षा कंपनी म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत आयुध निर्माणी खमरिया में देश की तीनों सेनाओं के लिए विध्वंसक बमों का उत्पादन करती है। इस साल कंपनी ने निर्माणी को बड़ा उत्पादन लक्ष्य दिया है। यह समय पर पूरा हो सके, इसलिए वित्तीय वर्ष के पहले और दूसरे महीने से उत्पादन तेज कर दिया गया है। बच्चों के ग्रीष्म कालीन अवकाश पर सामान्यत: अधिकारी और कर्मचारी लंबी छुट्टियों पर जाते हैं। इसका असर उत्पादन पर नहीं हो इसलिए अवकाश को सीमित किया गया है।
इधर, गन कैरिज फैक्ट्री और वीकल फैक्ट्री में भी उत्पादन में तेजी लाने के लिए कहा गया है। वीकल फैक्ट्री के सीजीएम संजीव कुमार भोला ने बताया कि सेना के लिए एलपीटीए और स्टालियन के अलावा सुरंगरोधी वाहनों को तैयार करने के उत्पादन लक्ष्य को समय पर पूरा करने कर्मचारी प्रतिबद्ध हैं। वहीं, गन कैरिज फैक्ट्री में दुनिया की सबसे बड़ी तोप में शामिल धनुष और शारंग का उत्पादन में तेजी लाने के लिए भी कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।