Sunday, October 26

शिक्षा और ज्ञान

परिवार है शिक्षा व संस्कार की पहली पाठशाला – न्यायाधीश श्रीकृष्ण बरार
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परिवार है शिक्षा व संस्कार की पहली पाठशाला – न्यायाधीश श्रीकृष्ण बरार

मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार तहसील विधिक सेवा समिति गंजबासौदा द्वारा रविवार को  ग्राम पंचायत भवन बरेठ के प्रांगण में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें रुद्राक्ष ह्यूमन वेलफेयर समिति एवं कैलास सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सदस्यो द्वारा सहभागिता की गयी। तृतीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ट खण्ड माननीय श्रीकृष्ण बरार ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संस्कार और शिक्षा की पहली पाठशाला परिवार को बताया । बच्चे कच्ची मिट्टी होते हैं जिन्हें अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर मूर्त रूप में प्रस्तुत करना परिवार का कर्तव्य होता है। उन्होंने बाल श्रम निषेद सम्बन्धी विधियां , शिक्षा के अधिकार, मौलिक कर्तव्य तथा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित निःशुल्क विधिक सहायता सम्बंधी योजनाओं एवं कानूनों की जानकारी प्रदान की गई । फाउंडेशन की ओर से जन समूह को अधिक...
रुक जाना नहीं में 9 हजार परीक्षार्थी नहीं दे पा रहेे परीक्षा
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रुक जाना नहीं में 9 हजार परीक्षार्थी नहीं दे पा रहेे परीक्षा

विदिशा। हाई एवं हायर सेकेंड्री परीक्षा में असफल विद्यार्थियों के लिए एक और मौका देने के लिए सरकार की महत्वपूर्ण योजना है रुक जाना नहीं। इस योजना से विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि इस परीक्षा के इस अवसर से वे परीक्षा पास कर अपना एक वर्ष बर्बाद होने से बचा सकेंगे, लेकिन चाहकर भी अधिकांश् परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए हैं और जिले में कुल फैल हुए 12705 परीक्षार्थियों में से सिर्फ 3 हजार 339 परीक्षार्थी ही 4 जून से शुरू हुई इस परीक्षा में शामिल होने का अवसर पा सके और 9 हजार 366 परीक्षार्थी परीक्षा का यह मौका चूक गए हैं। मालूम हो कि जिले में इस वर्ष हाईस्कूल में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी की संख्या करीब 10 हजार 18 एवं हायर सेकेंड्री स्कूल के करीब 2 हजार 687 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहे। इस तरह कुुल 12 हजार 705 विद्यार्थी फैल हुए हैं। इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को ऑन ल...
अब सीएम शिवराज भी बनेंगे शिक्षक, स्कूल में बच्चों को पढ़ाने हर महीने दो बार जाएंगे
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अब सीएम शिवराज भी बनेंगे शिक्षक, स्कूल में बच्चों को पढ़ाने हर महीने दो बार जाएंगे

भोपाल। एक ओर जहां स्कूलों में कभी शिक्षकों की कमी तो कभी उनके देर से स्कूल आने की शिकायतें बनी रहती हैं। वहीं दूसरीे ओर अब मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान जल्द ही शिक्षक की भूमिका में भी नजर आएंगे। इसके तहत वे महीने में एक या दो बार स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे। इस संंबंध में अपनी यह इच्छा जाहिर करते हुए उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग से इजाजत मांगी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में हर महीने पालक-शिक्षक बैठक होनी चाहिए। हमें शिक्षक की भूमिका निभाने भी तैयार होना चाहिए। मैं भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाऊंगा। सीएम शनिवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में लर्निंग्स फ्रॉम नेशनल अचीवमेंट सर्वे कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। शिक्षकों ने बताए नवाचार सीएम ने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में नवाचार करने वाले चार जिलों के शिक्षकों से संवाद किया। पन्ना के शिक्षक संजय जडिय़ा, देवास...
बड़ा फैसला: स्कूलों में अक्टूबर तक पिछली क्लास की पढ़ाई, नवंबर से पढ़ाया जाएगा नई क्लास का कोर्स
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बड़ा फैसला: स्कूलों में अक्टूबर तक पिछली क्लास की पढ़ाई, नवंबर से पढ़ाया जाएगा नई क्लास का कोर्स

भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूलों में इस बार अक्टूबर माह तक पिछली क्लास की पढ़ाई ही कराई जाएगी. नई क्लास का कोर्स नवंबर से पढ़ाना प्रारंभ किया जाएगा. स्कूल शिक्षा विभाग ने केंद्र की नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) की रिपोर्ट जारी होने के बाद यह फैसला लिया है। इसमें स्कूलों के पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों के सीखने की क्षमता पर फोकस किया जा रहा है। इसके लिए तीन स्तर पर कार्ययोजना बनाई गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एनएएस रिपोर्ट के साथ ही पांचवीं व आठवीं के परिणामों की समीक्षा के बाद यह कार्ययोजना तैयार की है। सरकारी स्कूलों में इस बार नए सत्र की शुरुआत 16 जून से की जा रही है। स्कूल खुलते ही बच्चों की सीखने की क्षमता पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने साल भर के लिए शैक्षणिक कार्ययोजना बनाई है। इसमें हर माह मूल्यांकन से लेकर विशेष कक्षाएं भी लगाने की बात है। साथ ही बच्चों को पिछली कक्षा...
चुनाव और परीक्षाएं एक साथ, ग्रीष्मकालीन अवकाश किए निरस्त
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चुनाव और परीक्षाएं एक साथ, ग्रीष्मकालीन अवकाश किए निरस्त

मध्यप्रदेश में जून 2022 में शिक्षा विभाग को चुनौती से जूझना पड़ रहा है। नगरीय निकाय और पंचायतों के चुनाव होना है। साथ ही विभिन्न परीक्षाएं भी होंगी, इस दौरान नया शिक्षा सत्र भी शुरू होगा। शिक्षा विभाग के सामने चुनाव और परीक्षा निर्विघ्न कराना चुनौती है। इसे देखते हुए शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के स्कूलों में 1 मई से 9 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश निरस्त कर दिए। आदेश में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव के पत्र के परिपालन में चुनावों का हवाला दिया है। शिक्षा विभाग की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा रुक जाना नहीं है जिसमें इस वर्ष फेल हुए हाई एवं हायर सेकंडरी के विद्यार्थियों को पास होने का एक और मौका मिलना है। इस वर्ष हाई स्कूल परीक्षा में नियमित छात्र 8633 एवं छात्राएं 8409 शामिल हुईं। इस तरह कुल 17042 विद्यार्थी इसमें शामिल हुए और उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या कुल 8768 रही। इसी तरह स्व...
गर्मी की छुट्टियों पर कलेक्टर ने लगाई रोक, पहले से लिए अवकाश भी कैंसिल
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गर्मी की छुट्टियों पर कलेक्टर ने लगाई रोक, पहले से लिए अवकाश भी कैंसिल

ग्वालियर. मध्यप्रदेश में चल रही गर्मी की छुट्टियों पर कलेक्टर ने सख्ती से रोक लगा दी है, गर्मी की छुट्टियां कैंसिल करने के साथ ही उन्होंने उन अवकाशों को भी कैंसिल कर दिया है, जो अधिकारी-कर्मचारियों ने पहले से स्वीकृत करा रखे थे, ऐसे में अब उन बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टियां किसी काम की नहीं रही, जिनके माता-पिता सरकारी नौकरी कर रहे हैं, हालांकि ये छुट्टियां बगैर काम के कैंसिल नहीं की है, इसका मुख्य कारण चुनाव है। जानकारी के अनुसार कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष तिवारी ने नगरीय व ग्रामीण निकाय के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही सभी छुट्टियों पर रोक लगा दी है, जिसके तहत अब कोई भी शासकीय अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी पर नहीं रहेगा, ये आदेश केंद्रीय कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर भी लागू होगा, कलेक्टर ने उन सभी छुट्टी के आवेदनों को भी निरस्त कर दिया है, जो पहले से मंज...
जिले के 52 हाईस्कूल के शिक्षकों को मिलेंगे नोटिस, रुक सकती वेतनवृद्धि
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जिले के 52 हाईस्कूल के शिक्षकों को मिलेंगे नोटिस, रुक सकती वेतनवृद्धि

विदिशा। जिले में हाई एवं हायर सेकेंड्री स्कूलों का परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से कम देने वाले स्कूलों की सूची लोक शिक्षण संचालनालय ने बुलवाई है। जिले में यह िस्थति 52 हाई स्कूलों में बनी है। वहीं एक हायर सेकेंड्री स्कूल भी कमजोर रिजल्ट देने में शामिल रहा। यह सूची भोपाल लोक शिक्षण संचालनालय को भेजी गई है। जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कमजोर रिजल्ट के लिए स्कूलों को नोटिस दिए जाएंगे और कारण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई हो सकती है। मालूम हो कि इस वर्ष जिले में जिले में कक्षा 10 वीं का परीक्षा परिणाम 51.45 प्रतिशत रहा जबकि पिछले वर्ष का कारोना काल 2021छोड़ दें तो इससे पूर्व के वर्षों में 2020 में 65.31 एवं इससे पूर्व 2019 में 63.74 प्रतिशत रहा था। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष आए रिजल्ट की समीक्षा वर्ष 2020 के परीक्षा परिणा...
खेल शिक्षक भर्ती की मांग, भोपाल की पदयात्रा पर निकले डिग्रीधारी
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खेल शिक्षक भर्ती की मांग, भोपाल की पदयात्रा पर निकले डिग्रीधारी

  विदिशा। खेल शिक्षकों की भर्ती किए जाने की मांग को लेकर डिग्रीधारी खेल प्रशिक्षकों का दल भोपाल के लिए पदयात्रा पर रवाना हुए। इससे पूर्व उन्होंने तहसीलदार सरोज अग्निवंशी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा और नीमताल चौराहा पर एकत्रित हुए, जहां विदिशा के अलावा सागर, हरदा, और अन्य शहरी के डिग्रीधारी खेल प्रशिक्षक भी शामिल हुए और यहां से भोपाल के लिए पदयात्रा शुरू हुई। खेल प्रशिक्षकों ने बताया कि वे बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर भगवान के दर्शन करना चाहते थे लेकिन यहां पुलिस कर्मचारियों ने रोक दिया। फलस्वरूप मंदिर के बंद गेट पर ज्ञापन चस्पा कर खेल प्रशिक्षकों ने सरकार की सदबुद्धि के भगवान गणेशजी से प्रार्थना की। इन प्रशिक्षकों का कहना है कि पदयात्रा कर वे भोपाल पहुंचेंगे जहां अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को दिया जाएगा। रैली के संयोजक रविकांत नामदेव एवं सह संयोजक संजय ठाकुर ने बताया की मध्...
धर्मांतरण मामले पर सख्त हुई सरकार, इन स्कूलों पर अब नजर रखेगी इंटेलिजेंस
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धर्मांतरण मामले पर सख्त हुई सरकार, इन स्कूलों पर अब नजर रखेगी इंटेलिजेंस

-स्कूल में धर्मांतरण मामले पर सख्त हुई सरकार -बैरागढ़ के मिशनरी स्कूल में चल रहा था धर्मांतरण -क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज -प्रदेश के सभी मिशनरी स्कूलों की होगी जांच -गृहमंत्री नरोतत्म मिश्रा बोले- इंटेलिजेंस रखेगी नजर भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरागढ़ इलाके में स्थित मिशनरी स्कूल में दलितों के धर्मांतरण मामले को लेकर सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मामले को लेकर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि, संबंधित स्कूल प्रबंधन के खिलाफ तत्काल एफआईआर कर दी गई है। साथ ही, गृहमंत्री ने इंटेलिजेंस को भी एक्टिव करके प्रदेशभर में मिशनरी स्कूलों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि, सूबे की राजधानी भोपाल में धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। यहां के एक क्रिश्चियन स्कूल में कई हिंदू युवक-युवतियों का धर्मांतरण किया जा रहा था। इसी दौरा...
अब बिना पैसा खर्च किए सबको साक्षर करने पर दाव
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अब बिना पैसा खर्च किए सबको साक्षर करने पर दाव

विदिशा. प्रौढ़ शिक्षा अभियान पूरा हो जाने के बाद अब फिर एक बार साक्षरता अभियान शुरू हो गया है। नाम है नवभारत साक्षरता अभियान, लेकिन इस बार सरकार ने बिना पैसा खर्च किए सबको साक्षर करने का दाव खेला है। अब भी जिले में करीब 5 लाख से ज्यादा निरक्षर हैं, लेकिन इस बार इन निरक्षरों को साक्षर करने वालों और पढ़ाने वालों को भी एक रूपए का मानदेय तक नहीं दिया जाएगा। भारत सरकार अपनी इस योजना में केवल स्लेट-बत्ती का खर्च सरकार वहन करेगी। जबकि पिछले साक्षरता अभियान में प्रेरकों को मानदेय दिया गया था। जिले में 5 लाख से ज्यादा निरक्षरजिले में अगर आंकड़ों पर नजर डालेंं तो करीब 70.53 प्रतिशत साक्षरता प्रतिशत है। इसमें निरक्षरों की संख्या करीब 5 लाख से अधिक है। ऐसे में इनका पुख्ता सर्वे करना और फिर बिना खर्च के हर निरक्षर को साक्षर करना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि पिछले कई ऐसे अभियान आंकड़ों की बाजीगरी बन कर र...