भोपाल। एक ओर जहां स्कूलों में कभी शिक्षकों की कमी तो कभी उनके देर से स्कूल आने की शिकायतें बनी रहती हैं। वहीं दूसरीे ओर अब मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान जल्द ही शिक्षक की भूमिका में भी नजर आएंगे। इसके तहत वे महीने में एक या दो बार स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे।
इस संंबंध में अपनी यह इच्छा जाहिर करते हुए उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग से इजाजत मांगी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में हर महीने पालक-शिक्षक बैठक होनी चाहिए। हमें शिक्षक की भूमिका निभाने भी तैयार होना चाहिए। मैं भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाऊंगा। सीएम शनिवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में लर्निंग्स फ्रॉम नेशनल अचीवमेंट सर्वे कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
शिक्षकों ने बताए नवाचार
सीएम ने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में नवाचार करने वाले चार जिलों के शिक्षकों से संवाद किया। पन्ना के शिक्षक संजय जडिय़ा, देवास की शीला मरावी, दमोह के माधव पटेल और गुना के शिक्षक प्रशांत श्रीवास्तव के साथ सवाल-जवाब का सत्र हुआ। शिक्षकों ने बताया कि कोविड की वजह से हमारा घर-हमारा विद्यालय के अंतर्गत प्रश्न तैयार कर बच्चों को भिजवाए गए।
ज्ञान के स्तर की परख करते हुए समझाया। दशहरा, दिवाली के साथ अन्य पर्वों पर भी स्कूलों में विद्यार्थियों की कक्षाएं लगीं। अनुप्रयोग और कौशल आधारित शिक्षण पद्धति का लाभ बच्चों को दिलवाया। शिक्षा विभाग की रणनीति से शैक्षिक संवाद निरंतर रहा। राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशों के पालन के प्रति शिक्षक गंभीर रहे। रविवार को भी बच्चे पढऩे आते थे। सीएम ने उनके प्रयासों की प्रशंसा के लिए बधाई दी।
प्रार्थना, राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत अनिवार्य हो
शिवराज ने कहा, प्रदेश में नई शिक्षा नीति के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। स्कूलों की रैंकिंग होनी चाहिए। श्रेष्ठ परफॉर्मेंस वाले शिक्षकों को पुरस्कृत करने का काम भी किया जाए। स्कूल में प्रार्थना, राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत भी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए।
अब अंतरराष्ट्रीय सर्वे के लिए कोशिश
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में जिन जिलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वे जिले आगामी समय में और अच्छा प्रदर्शन करें। जो जिले निचले पायदान पर हैं, उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने आगामी रणनीति साझा करने के लिए कार्यशाला रखी है। अब मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्तर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक सर्वे की भी तैयारी करेगा।