भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूलों में इस बार अक्टूबर माह तक पिछली क्लास की पढ़ाई ही कराई जाएगी. नई क्लास का कोर्स नवंबर से पढ़ाना प्रारंभ किया जाएगा. स्कूल शिक्षा विभाग ने केंद्र की नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) की रिपोर्ट जारी होने के बाद यह फैसला लिया है। इसमें स्कूलों के पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों के सीखने की क्षमता पर फोकस किया जा रहा है। इसके लिए तीन स्तर पर कार्ययोजना बनाई गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एनएएस रिपोर्ट के साथ ही पांचवीं व आठवीं के परिणामों की समीक्षा के बाद यह कार्ययोजना तैयार की है।
सरकारी स्कूलों में इस बार नए सत्र की शुरुआत 16 जून से की जा रही है। स्कूल खुलते ही बच्चों की सीखने की क्षमता पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने साल भर के लिए शैक्षणिक कार्ययोजना बनाई है। इसमें हर माह मूल्यांकन से लेकर विशेष कक्षाएं भी लगाने की बात है। साथ ही बच्चों को पिछली कक्षा के कोर्स को भी पढ़ाया जाएगा।
अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में स्पेशल क्लासेस लगाई जाएंगी- स्कूल खुलने के बाद 16 जून से 15 अगस्त तक दक्षता उन्नयन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके अलावा पहली से आठवीं के बच्चों के लिए ब्रिज कोर्स भी चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में स्पेशल क्लासेस लगाई जाएंगी. इसमें पहली से आठवीं तक के बच्चों को एक साल पहले का यानि पिछली क्लास का कोर्स पढ़ाया जाएगा। वर्तमान कक्षा का कोर्स बच्चों को नवंबर से पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही बेहतर रिजल्ट के लिए भी कवायद की जा रही है. इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र पांचवीं व आठवीं कक्षा के परीक्षा परिणामी की गहराई से समीक्षा कर रहा है। इन क्लासेस की 60 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का प्रश्नवार विश्लेषण किया जा रहा है. ज्ञातव्य है कि एनएएस की रिपोर्ट में खास तौर पर तीसरी व पांचवीं के बच्चों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।