युवा सोचें कि भारत को विश्व में नं.एक कैसे बनाएँ – मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान
युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी से ही लोकतंत्र सशक्त होगा। भारत में एक पार्लियामैन्टिरियन की औसत आयु 50 वर्ष है, जबकि विश्व के अन्य बड़े लोकतंत्रों में यह औसत काफी कम है। हमारे देश में युवाओं को राजनीति में अधिक से अधिक मौका मिलना चाहिए। लोकतंत्र में केवल वोट देने मात्र से हमारा लोकतंत्र महबूत नहीं होगा, अपितु युवाओं को आगे आकर चुनाव लड़ना चाहिए। स्वामी विवेकानंद, शहीद भगत सिंह, शहीद चंद्रशेखर आजाद जैसे युवाओं ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। युवा बड़ा सोचें, सोचें कि भारत को विश्व में नं. एक कैसे बनाएँ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेल की वर्ल्ड क्लास सुविधाएँ उपलब्ध हैं, इनका पूरा लाभ युवा लें। मध्यप्रदेश भारत का अग्रणी राज्य है। यहाँ विकास की अपार संभावनाएँ हैं। गत वर्ष यहाँ की विकास दर देश...










