Sunday, October 19

आंदोलन

किसानों पर हमला:ऐसा लगा कि बदमाश सभी की हत्या कर देंगे
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किसानों पर हमला:ऐसा लगा कि बदमाश सभी की हत्या कर देंगे

मिर्जापुर अनाज मंडी में बुधवार-गुरुवार की रात करीब 2 बजे 25 से ज्यादा बदमाशों ने सोते हुए किसानों पर हमला कर दिया। हथियारों से लेस बदमाशों ने आधा घंटे तक मंडी परिसर में दहशत मचाई। इस हमले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा किसान घायल हुए है। वहीं सलैया निवासी किसान 45 वर्षीय भवानी सिंह विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हुए है और उन्हें भोपाल रेफर किया गया है। किसान की स्थिति गंभीर है और उसके सिर में चोट आई है। घायलों का कहना है कि हम लोग अपनी ट्राॅलियों में सो रहे थे। तब अचानक 25 लोगों ने लाठी, फरसा, हाॅकी से हमला किया। हम जब तक कुछ समझ पाते तब तक बदमाशों ने बुरी तरह घायल कर दिया। हमला करने वाले सिर्फ किसानों के सिर पर चोट कर रहे थे। किसान पौन घंटे तक मंडी में तड़पते रहे। पौने 3 बजे पुलिस पहुंची और इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जिला अस्पताल में सलैया निवासी सलीम खान, सीह...
बंगाल में नेता के घर EVM, असम में भी धांधली:बंगाल के उलुबेड़िया में TMC नेता के घर EVM मिली; असम में एक बूथ पर 90 वोटर, लेकिन EVM में 181 वोट पड़े
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बंगाल में नेता के घर EVM, असम में भी धांधली:बंगाल के उलुबेड़िया में TMC नेता के घर EVM मिली; असम में एक बूथ पर 90 वोटर, लेकिन EVM में 181 वोट पड़े

बंगाल में आज तीसरे फेज की वोटिंग के दौरान बंगाल के दौरान चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों की लापरवाही सामने आई है। उलुबेड़िया में TMC नेता के घर से EVM और VVPAT मिली हैं। इस मामले में चुनाव आयोग ने सेक्टर ऑफिसर तपन सरकार को सस्पेंड कर दिया है। आयोग ने कहा है कि ये रिजर्व EVM और VVPAT थीं, जिन्हें अब इलेक्शन प्रोसेस से हटा दिया गया है। इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं असम के हाफलोंग पोलिंग बूथ पर एक अप्रैल को हुई दूसरे फेज की वोटिंग में गड़बड़ी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इस बूथ पर कुल 90 वोटर हैं, लेकिन वोटों की संख्या 181 हो गई। प्रदेश के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने बताया कि मामले में सेक्टर अधिकारी, पीठासीन अधिकारी और 4 कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। इनमें एक बूथ लेवल का अधिकारी भी शामिल है। असम में BJP उम्मीदवार की गाड़ी से मिली थी EVMएक अप्...
बंगाल में 30 सीटों पर वोटिंग कल:मेदिनीपुर का इलाका शुभेंदु अधिकारी का गढ़; पर वे TMC को बहुत नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे, शुभेंदु से लोकल BJP कैडर नाराज
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बंगाल में 30 सीटों पर वोटिंग कल:मेदिनीपुर का इलाका शुभेंदु अधिकारी का गढ़; पर वे TMC को बहुत नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे, शुभेंदु से लोकल BJP कैडर नाराज

एक अप्रैल को पश्चिम बंगाल में दूसरे फेज की वोटिंग होगी। इसमें 30 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। जिसमें पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर की 9-9 सीटें भी शामिल हैं। एक दर्जन सीटें हाईप्रोफाइल हैं। सबसे दिलचस्प और बड़ा संग्राम नंदीग्राम की सीट पर है जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कभी उनके सबसे भरोसेमंद रहे शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने हैं। इसके बाद दूसरी बड़ी हाईप्रोफाइल सीट खडगपुर सदर है, जहां भाजपा की तरफ से हिरन चटर्जी और तृणमूल की तरफ से प्रदीप सरकार मैदान में हैं। वहीं डेबरा सीट पर दो पूर्व IPS अधिकारी आमने-सामने हैं। भारती घोष भाजपा की तरफ से तो हुमायूं कबीर तृणमूल से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके साथ ही क्रिकेटर अशोक डिंडा भी भाजपा की तरफ से मोयना सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। यहां भी दूसरे फेज में ही वोटिंग होनी है। राज्यसभा सांसद मानस भूनिया और ममता सरकार में मंत्री सोमेन महापात्रा की किस्मत ...
राकेश टिकैत ने खत्म होते किसान आंदोलन में जान डाली; अब वही मनमुटाव की वजह बन रहे हैं, उन पर आम आदमी पार्टी से नजदीकी का आरोप
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राकेश टिकैत ने खत्म होते किसान आंदोलन में जान डाली; अब वही मनमुटाव की वजह बन रहे हैं, उन पर आम आदमी पार्टी से नजदीकी का आरोप

संयुक्त मोर्चे के कुछ नेताओं का कहना कि टिकैत के कार्यक्रम में 'आप' के झंडे नजर आते हैंआंदोलन स्थल पर पक्के निर्माण वाले बयान पर भी किसान मोर्चे के कुछ नेता नाराज हैं किसान आंदोलन को शुरू हुए चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन सरकार और किसानों के बीच बात बनती नहीं दिख रही। उधर, देश के तकरीबन 40 किसान संगठनों को एक छतरी के नीचे लाने के लिए बने संयुक्त किसान मोर्चे के बीच रह-रहकर दरारें दिखने लगी हैं। 26 जनवरी को लाल किले पर हुई ट्रैक्टर परेड और हिंसा के बाद आंदोलन लगभग खत्म होने की कगार पर था, लेकिन 29 जनवरी को 'राकेश टिकैत' के आंसू रंग लाए और आंदोलन फिर खड़ा हो गया। टिकैत के आंसुओं ने आंदोलन को खत्म होने से तो बचाया साथ ही उन्हें किसान आंदोलन का चेहरा भी बना दिया। टिकैत के आंदोलन का चेहरा बनने से संयुक्त मोर्चे में शामिल किसान संगठन बिदकने लगे हैं। राकेश टिकैत के 26 मार्च को आए एक बयान से...
कलेक्ट्रेट में हंगामा:मजदूरी नहीं मिली तो शिकायत करने पहुंचे कलेक्टर ने जांच की बात की पर नहीं माने
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कलेक्ट्रेट में हंगामा:मजदूरी नहीं मिली तो शिकायत करने पहुंचे कलेक्टर ने जांच की बात की पर नहीं माने

नहरयाई के वन क्षेत्र में गड्ढे खोदने का मामला शमशाबाद क्षेत्र के जमनेयाई तहसील के नहरयाई गांव में सोमवार को वन विभाग का एक मामला सामने आया है। इसमें 35 लोगों से परिवार सहित वन विभाग के जंगलों में गड्ढों की खुदाई कराई गई लेकिन इसका भुगतान न करने की शिकायत पीड़ितों ने सोमवार को कलेक्टर से की है। इस दौरान मजदूरों ने काफी देर तक कलेक्ट्रेट में हंगामा किया। वह कलेक्टर को ही ज्ञापन देने की बात पर अड़े रहे और जब कलेक्टर ने उनसे मिलकर 3 लोगों की टीम भेजकर जांच कराने की बात कही तो मजदूरों ने उनकी बात नहीं मानी। वह वहां जाने के लिए तैयार नहीं हुए। जानकारी के मुताबिक वन विभाग ने इन मजदूरों को भुगतान किया है लेकिन कुछ भुगतान शेष रह गया था। आवेदन में आरोप लगाए गए हैं कि वन विभाग के नाकेदार व डिप्टी रेंजर द्वारा प्रति नग की दर के हिसाब से गड्ढे खुदवाए। लेकिन उन्हें इसकी मजदूरी नहीं दी गई। पीड़ित मजदूरो...
केजरीवाल ने फ्री स्कीम्स के जरिए दिल्ली में हासिल की थी सत्ता; अब उसी राह पर ममता भी चल रहीं, लेकिन कटमनी से नाराज हैं लोग
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केजरीवाल ने फ्री स्कीम्स के जरिए दिल्ली में हासिल की थी सत्ता; अब उसी राह पर ममता भी चल रहीं, लेकिन कटमनी से नाराज हैं लोग

छात्राओं को मुफ्त में साइकिल, मुस्लिम स्टूडेंट्स को लैपटॉप के लिए दे रहीं पैसेबंगाल में लॉकडाउन से ही राशन फ्री, कुछ इलाकों में 5 किलो तो कहीं 8 किलो तक फ्री करीब एक साल पहले दिल्ली में फ्री स्कीम्स ने जिस तरह अरविंद केजरीवाल को किंग बनाया था, कुछ वैसी ही उम्मीद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी भी कर रही हैं। ममता ने ढेरों ऐसी स्कीम्स चला रखी हैं, जिनमें मुफ्त में लोगों को कुछ न कुछ मिलता है। जैसे, छात्र-छात्राओं को मुफ्त में साइकिल देती हैं। लड़कियों को दो बार 25-25 हजार रुपए देती हैं। पहली बार 18 साल की उम्र पूरे होने पर मिलते हैं तो दूसरी बार शादी के पहले मिलते हैं। मुस्लिम समुदाय के स्टूडेंट्स को लैपटॉप के लिए पैसे मिलते हैं। इसके अलावा लॉकडाउन के पहले सभी स्टूडेंट्स को दस-दस हजार रुपए टैबलेट के लिए सरकार ने अकाउंट में डाले। लॉकडाउन के पहले से ही वे फ्री में राशन बांट रही हैं, जो अब ...
बंगाल चुनाव में राम कार्ड:योगी ने चार रैलियों में 88 बार राम का नाम लिया, अमित शाह ने दो रैलियों में 26 तो स्मृति ने पहली रैली में ही एक दर्जन से ज्यादा बार जय श्रीराम बोला
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बंगाल चुनाव में राम कार्ड:योगी ने चार रैलियों में 88 बार राम का नाम लिया, अमित शाह ने दो रैलियों में 26 तो स्मृति ने पहली रैली में ही एक दर्जन से ज्यादा बार जय श्रीराम बोला

बंगाल चुनाव में जय श्री राम का नारा अभी टॉप पर है। गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित तमाम नेता बखूबी इस नारे का इस्तेमाल अपनी रैलियों में कर रहे हैं। अब तक योगी ने बंगाल में चार सभाएं की हैं। इस दौरान उन्होंने 88 बार राम का नाम लिया है। 2 मार्च को मालदा की सभा में उन्होंने 15 बार, 16 मार्च को पुरुलिया में 9 बार, बांकुरा में 35 बार और पश्चिम मेदिनीपुर में 29 बार राम का नाम लिया। दिलचस्प बात ये भी है कि हर सभा में उनकी स्क्रिप्ट बहुत हद तक एक जैसी ही रही है। राम नाम के आगे गरीबी और विकास के मुद्दे पीछे छूट गए। बांकुरा की सभा के दौरान योगी ने कहा कि कोई राम को हमारे जीवन से अलग नहीं कर सकता है। जो भी राम से हमें अलग करने का प्रयास करेगा, उसे सत्ता से वंचित होना पड़ेगा। बंगाल की जनता ने अब तय कर लिया है कि राम का विरोध करने वाली ममता द...
कोरोना सख्ती पर MP के 10 शहरों से रिपोर्ट:नाइट कर्फ्यू की पहली रात भोपाल-इंदौर में बाजार 10 बजे से बंद, बाहर निकले लोगों के नाम पुलिस ने किए नोट; ग्वालियर-जबलपुर में मामूली सख्ती
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कोरोना सख्ती पर MP के 10 शहरों से रिपोर्ट:नाइट कर्फ्यू की पहली रात भोपाल-इंदौर में बाजार 10 बजे से बंद, बाहर निकले लोगों के नाम पुलिस ने किए नोट; ग्वालियर-जबलपुर में मामूली सख्ती

ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में रात 10 बजे के बाद भी कुछ बाजार खुले रहे मध्यप्रदेश में एक बार फिर रोजाना 800 से ज्यादा कोरोना के केस आ रहे हैं। इसे लेकर बुधवार की रात से सख्ती शुरू हो गई है। भोपाल-इंदौर में बुधवार से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के 8 शहरों में रात 10 बजे के बाद बाजार बंद करने के आदेश दिए गए हैं। प्रतिबंधाें की पहली रात भोपाल और इंदौर में तय समय 10 बजे बाजार और खाने-पीने की सभी स्टॉल बंद हो गए। बाहर निकलने वालों से वजह पूछी गई। वहीं, ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में कुछ बाजार खुले रहे। पुलिस रात 11 बजे सख्ती करके बाजार बंद कराया। उज्जैन में बारिश होने की वजह से बाजार 10 बजे से पहले ही बंद हो गए। भोपाल- 100 फीसदी मॉर्केट बंद, बाहर निकलने वालों से किए सवाल भोपाल में बुधवार रात 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लगने के पहले ही 100% मार्केट और दुकानें ब...
पश्चिम बंगाल में हिंसा:भाजपा सांसद के घर और ऑफिस के पास बम फेंके गए; BJP का TMC पर आरोप, चुनाव आयोग से शिकायत भी करेगी
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पश्चिम बंगाल में हिंसा:भाजपा सांसद के घर और ऑफिस के पास बम फेंके गए; BJP का TMC पर आरोप, चुनाव आयोग से शिकायत भी करेगी

पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के बीच हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। उत्तरी 24 परगना के जगदल में बुधवार देर रात कई जगहों पर क्रूड बम से हमला किया गया। जहां यह हमला हुआ, वह जगह भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के घर से ज्यादा दूर नहीं है। भाजपा इस हमले की शिकायत चुनाव आयोग से करेगी। मामले में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि करीब 15 स्थानों पर बम फेंके गए और पुलिस द्वारा लगाए गए CCTV कैमरों को भी तोड़ दिया गया। इसके लिए उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया। इस बीच ACP एपी चौधरी ने बताया कि इस हमले में एक बच्चे सहित 3 लोग घायल हुए हैं। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही : भाजपाभाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि उनके ऑफिस 'मजदूर भवन' पर शाम को बमबारी हुई। इसके बाद उनके वाहन को निशाना बनाकर बमबारी की गई। सांसद ने कहा कि मेरे ऑफिस पर हुई बमबारी के बाद जब मैं रात में घर लौटा तब बंगाल पुलिस की म...
बंगाल चुनाव 2021:10 साल पहले जिस रास्ते चलकर ममता ने लेफ्ट के गढ़ पर कब्जा किया था, अब उसी राह पर चल रही BJP
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बंगाल चुनाव 2021:10 साल पहले जिस रास्ते चलकर ममता ने लेफ्ट के गढ़ पर कब्जा किया था, अब उसी राह पर चल रही BJP

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जंगलमहल में मिली थी बड़ी सफलताममता ने सड़क-पुल-पुलिया तो बनाए लेकिन नौजवानों को काम नहीं दे पाईं, भ्रष्टाचार भी बड़ा मुद्दा सालों तक वामपंथ का अभेद किला रहे 'जंगलमहल' (पुरुलिया, बांकुड़ा, झाड़ग्राम, विष्णुपुर, बीरभूम, पश्चिम मेदिनीपुर) में 2011 से तृणमूल कांग्रेस का राज है। ममता बनर्जी ने जिस रास्ते पर चलकर जंगलमहल की सत्ता पाई थी, अब एकदम उसी रास्ते पर BJP भी चल रही है। तब ममता ने यहां विकास को मुद्दा बनाया था, क्योंकि वामपंथियों ने सालों तक जंगलमहल में राज किया लेकिन लोगों को सुविधाएं नहीं दीं। सड़कें, पुल-पुलिया नहीं बना पाए। रोजगार नहीं दे पाए। घरों तक पानी नहीं पहुंचा सके। स्वास्थ्य में कुछ नहीं किया। 2011 में यही ममता के मुद्दे थे, जिसकी बदौलत वे जंगलमहल की सत्ता तक पहुंचीं। अब TMC को सरकार चलाते हुए दस साल हो चुके हैं और यही मुद्दे BJP उठा रह...