
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अपना आठवां बजट पेश करने जा रही हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस बजट में उनका मुख्य उद्देश्य देश की धीमी पड़ती विकास दर को फिर से गति देना और विभिन्न क्षेत्रों से आ रही मांगों को संतुलित करते हुए आर्थिक सुधार की दिशा में कदम उठाना होगा। वित्त मंत्री ने बजट की तैयारियों के अंतिम चरण को चिह्नित करने के लिए शुक्रवार को पारंपरिक ‘हलवा समारोह’ आयोजित किया, जो बजट प्रक्रिया के समापन का प्रतीक माना जाता है। इस बार का बजट भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए बहुत अहम होगा, और इस बजट को आकार देने वाली टीम में कई प्रमुख अधिकारी शामिल हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञता का योगदान दे रहे हैं।
तुहिन कांता पांडे, जो 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, इस बार के बजट में वित्त और राजस्व सचिव के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनका काम विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली कर रियायतों की अपेक्षाओं को संतुलित करते हुए राजस्व जुटाना है। उनके लिए यह कार्य चुनौतीपूर्ण है क्योंकि उन्हें देश की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए टैक्स सुधारों को भी लागू करना होगा। पांडे आयकर कानून में सुधार की देखरेख कर रहे हैं, और यह सुधार आगामी सत्र में पेश किए जा सकते हैं, जो देश के कराधान प्रणाली को और अधिक प्रभावी बना सकते हैं।