Monday, September 22

सभी कार्यों के लिए कर सकते हैं इस लोन का इस्तेमाल, सस्ता और आसान कर्ज

पहले से चल रहे होम लोन पर जब ग्राहक को और कर्ज दिया जाता है तो उसे टॉप-अप होम लोन कहते हैं। यह पर्सनल लोन की ही तरह होता है, लेकिन उससे काफी सस्ता है। चूंकि कर्ज देने वाली संस्था यह नहीं देख पाती कि रकम का इस्तेमाल कहां हो रहा है, इसलिए उधार लेने वाला उसे मनचाहे तरीके से खर्च करता है। इस कर्ज का इस्तेमाल तमाम मकसदों के लिए किया जा सकता है। इससे घर की मरम्मत कराई जा सकती है, बच्चे की शिक्षा का खर्च उठाया जा सकता है या स्वास्थ्य से जुड़े किसी संकट में काम लिया जा सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) टॉप-अप होम लोन पर पैनी नजर रख रहा है। रिजर्व बैंक को चिंता है कि लोग मकान की मरम्मत या प्रॉपर्टी खरीदने के बदले अन्य कार्यों के लिए टॉप-अप होम लोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया तो उसे चुकाने में चूक यानी डिफॉल्ट भी बढ़ जाएगा। इससे वित्तीय क्षेत्र की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा।

बैंकबाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ने बताया, शुरुआत में मंजूर किए गए कर्ज में से इस समय बचा मूलधन घटाने पर जो रकम बचती है, उतना टॉप-अप होम लोन लिया जा सकता है। मान लीजिए कि आपने 50 लाख रुपए कर्ज लिया था और अभी तक 8 लाख रुपए चुकाए हैं तो अभी बैंक का 42 लाख रुपए मूलधन आप पर बकाया है। इस मामले में आप 8 लाख रुपए तक टॉप-अप होम लोन ले सकते हैं। टॉप-अप पर ब्याज दर आमतौर पर होम लोन की ब्याज दर के बराबर ही होती है। इसकी मियाद पहले से चल रहे कर्ज की बची मियाद से ज्यादा नहीं हो सकती।