Tuesday, September 23

इतिहास की गाथा

मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद पहली रामनवमी:कोरोना के चलते अयोध्या सूनी, बॉर्डर सील होंगे; निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही मंदिर में एंट्री
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मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद पहली रामनवमी:कोरोना के चलते अयोध्या सूनी, बॉर्डर सील होंगे; निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही मंदिर में एंट्री

राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद यह पहली राम नवमी है। कुछ दिन पहले तक सरकार से लेकर साधु-संत तक इस तैयारी में जुटे थे कि 21 अप्रैल को राम नवमी भव्य तरीके से मनाई जाए, लेकिन कोरोना के बेकाबू संक्रमण ने इस उत्साह पर पानी फेर दिया है। पिछले 24 घंटे में अयोध्या में कुल 200 संक्रमित मिले हैं। अब यहां कुल मरीजों की संख्या 1311 पहुंच गई है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि राम नवमी बिना श्रद्धालुओं के मंदिर में पूजा-अर्चना तक सीमित रहेगी। पिछले साल 2020 में भी लॉकडाउन के चलते राम नवमी के कार्यक्रम नहीं हो सके थे। यह लगातार दूसरा साल होगा, जब अयोध्या में राम नवमी का मेला नहीं लगेगा। राम मंदिर के पुजारी सत्येंद्र दास कहते हैं, 'बहुत सीमित संख्या में लोग रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे हैं और उनको 5-5 के बैच में ही प्रवेश दिया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाना अनिवार्य है। ऐसे में जाहि...
CBSE के बाद अब ICSE बोर्ड परीक्षाएं भी रद्द, 12वीं के लिए बाद में जारी होगा शेड्यूल
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CBSE के बाद अब ICSE बोर्ड परीक्षाएं भी रद्द, 12वीं के लिए बाद में जारी होगा शेड्यूल

संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए काउंसिल फॉर दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) ने 10वीं बोर्ड (ICSE) की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। मंगलवार की सुबह बोर्ड ने इसका आदेश जारी कर दिया। 12वीं (ICS) की परीक्षा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इसका शेड्यूल बाद में जारी किया जाएगा। बता दें कि दो दिन पहले ही बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा को स्थगित करने का आदेश जारी किया था। इसमें 10वीं की परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स को ऑप्शन दिया गया था। इसके मुताबिक, कक्षा 10वीं के जो छात्र परीक्षा में उपस्थित नहीं होना चाहते हैं, बोर्ड उनके लिए स्पेशल इवैल्युवेशन सिस्टम से रिजल्ट जारी करने वाला था। अब बोर्ड ने अपना पुराना आदेश वापस लेते हुए 10वीं की परीक्षा पूरी तरह से रद्द कर दी है।...
कोरोना में सांस मिलना दूभर:हम हवा में सांस लेते हैं, तो हवा को सिलेंडरों में क्यों नहीं भर लेते? मेडिकल ऑक्सीजन के बारे में जानिए सब कुछ
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कोरोना में सांस मिलना दूभर:हम हवा में सांस लेते हैं, तो हवा को सिलेंडरों में क्यों नहीं भर लेते? मेडिकल ऑक्सीजन के बारे में जानिए सब कुछ

कोरोना की दूसरी लहर ने हमारी सभी तैयारियों की कलई खोलकर रख दी है। अस्पतालों में बेड और दवा तो दूर, मरीजों को ऑक्सीजन भी नहीं मिल रही। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि सरकार 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन खरीदने के लिए दुनिया के बाजार में खड़ी है। ऐसे में लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर हम सब हवा में सांस लेते हैं और वह हमारे चारों ओर मौजूद है...तो क्यों नहीं हम इस हवा को सिलेंडरों में भरकर मरीजों को लगा देते? आखिर अस्पतालों में पाइप से आने वाली ऑक्सीजन यानी मेडिकल ऑक्सीजन है क्या? यह बनती कैसे है? और क्यों इसकी कमी है? तो आइये जानते हैं ऐसे सभी सवालों के जवाब... Q मेडिकल ऑक्सीजन क्या है? कानूनी रूप से यह एक आवश्यक दवा है जो 2015 में जारी देश की अति आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल है। इसे हेल्थकेयर के तीन लेवल- प्राइमरी, सेकेंडरी और टर्शीयरी​ के लिए आवश्यक करार दिया गया ...
देवेंद्र फडणवीस के 22 साल के भतीजे को वैक्सीन लगी तो ट्रोल हुए पूर्व CM, कांग्रेस ने पूछा- आपके भतीजे फ्रंटलाइन वर्कर हैं क्या?
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देवेंद्र फडणवीस के 22 साल के भतीजे को वैक्सीन लगी तो ट्रोल हुए पूर्व CM, कांग्रेस ने पूछा- आपके भतीजे फ्रंटलाइन वर्कर हैं क्या?

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। वजह उनके भतीजे तन्मय फडणवीस हैं, जिनकी कोरोना वैक्सीन लगवाने की फोटो वायरल हुई है। इस पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि तन्मय की उम्र सिर्फ 21-22 साल बताई जा रही है। जबकि 45 साल से कम उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन तो अभी शुरू ही नहीं हुआ है। तन्मय के वैक्सीन लगवाने पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस ने तंज कसते हुए फडणवीस से पूछा है कि आपके भतीजे आरोग्य कर्मचारी या फ्रंटलाइन वर्कर हैं क्या? महाराष्ट्र कांग्रेस के 5 सवाल महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोशल मीडिया में एक स्लाइड शेयर कर तन्मय के वैक्सीनेशन को लेकर 5 सवाल किए हैं- क्या तन्मय की उम्र 45 साल से ज्यादा है?क्या वे कोई फ्रंटलाइन वर्कर हैं?क्या वे कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं?यदि नहीं, तो उनका टीकाकरण कैसे हुआ?क्या BJP के...
मोक्ष की डुबकी लगाने के लिए कोरोना को निमंत्रण:साेमवती स्नान के लिए धार्मिक आस्था के सैलाब में सामाजिक दूरी भूले, समूहों में बैठाया; पुलिसकर्मी भी बगैर मास्क
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मोक्ष की डुबकी लगाने के लिए कोरोना को निमंत्रण:साेमवती स्नान के लिए धार्मिक आस्था के सैलाब में सामाजिक दूरी भूले, समूहों में बैठाया; पुलिसकर्मी भी बगैर मास्क

त्रिवेणी संगम में 50 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकीसाेमवती अमावस्या पर ध्रुव कुंड, नागेश्वर महादेव कुंड और हथवारी में भी उमड़ी आस्था की भीड़ जिले में राेजाना काेराेना संक्रमित मरीजाें की संख्या दहाई में पहुंचने के बावजूद 60 घंटे का लाॅकडाउन साेमवार सुबह खत्म हाेते ही काेराेना गाइडलाइन के तहत जारी शासन-प्रशासन के आदेश भीड़ में खाे गए। इस साल की पहली और आखिरी साेमवती अमावस्या पर माेक्ष की कामना से धार्मिक आस्था के ज्वार में हजाराें की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। जिला मुख्यालय से 39 किमी दूर मप्र और राजस्थान की सीमा पर त्रिवेणी संगम और भगवान परशुराम की तपाेभूमि के लिए विख्यात रामेश्वर धाम में 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस दाैरान उस पार परशुराम घाट पर स्नान और भगवान चतुर्भुज नाथ के दर्शन की चाहत में श्रद्धालुओं के लिए नाव कम पड़ गई। भारीभीड़ जुटने के कारण पहली ब...
MP में कोरोना LIVE:लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी 24 घंटे में 4 बड़े शहरों में 4 हजार से ज्यादा केस, अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ रहा है इंतजार
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MP में कोरोना LIVE:लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी 24 घंटे में 4 बड़े शहरों में 4 हजार से ज्यादा केस, अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ रहा है इंतजार

ग्वालियर में संक्रमण दर 33 फीसदी, भोपाल में 28 फीसदी पर पहुंचा मध्यप्रदेश में लाॅकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी कोरोना की रफ्तार काबू नहीं हो रही है। मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही संसाधन खत्म होते जा रहे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। चिताएं ठंडी होने से पहले ही दूसरे शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। 24 घंटे में यहां डेढ़ गुना ज्यादा मरीज मिले हैं। इन 4 बडे़ शहरों में 4136 नए केस और 21 मौतें हुई हैं। इंदौर में सबसे ज्यादा 1552 संक्रमित आए हैं, जहां 6 मौतें हुई हैं। भोपाल में 1456 नए केस और 5 मौत हुई है। ग्वालियर में 576 संक्रमित मिले, 6 की जान गई है। जबलपुर में 552 नए मरीज आए, 4 की मौत हो गई। ग्वालियर में सबसे ज्यादा संक्रमण दर 33 फीसदी और भोपाल में 28 फीसदी है। जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट में सोमवार को...
सोनिया की मोदी को चिट्‌ठी:कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा- वैक्सीन की शॉर्टेज चिंताजनक, रोज कमाकर पेट भरने वालों को 6 हजार रुपए महीना दे सरकार
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सोनिया की मोदी को चिट्‌ठी:कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा- वैक्सीन की शॉर्टेज चिंताजनक, रोज कमाकर पेट भरने वालों को 6 हजार रुपए महीना दे सरकार

देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों ने सभी को चिंता में डाल दिया है। अधिकारियों से लेकर राज्यों के मुख्यमंत्री तक रोजाना मीटिंग कर समीक्षा कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्‌ठी लिखकर हालात पर चिंता जाहिर की है। सोनिया ने लिखा है कि मैंने उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की, जहां कांग्रेस या उसकी सहयोगी पार्टी की सरकार है। कई मंत्रियों से भी मेरी बात हुई। कोरोना की स्थिति काफी बुरी है। कई राज्यों से आ रही वैक्सीन शॉर्टेज की खबर चिंता में डालने वाली है। ये समय तकलीफ देने वाला है। केंद्र सरकार को ऐसे लोगों की चिंता खासतौर पर करनी चाहिए, जो रोज पैसे कमाकर अपना पेट भरते हैं। उनके खाते में 6 हजार रुपए महीने डालने चाहिए, ताकि उन्हें ज्यादा परेशानी न हो। संक्रमण के हिसाब से राज्यों को सप्लाई करें वैक्सीनवैक्सीन महामारी से लड़ने में...
बंगाल चुनाव 2021:BJP-TMC के सरकार बनाने के दावों के बीच यहां अब ये बात भी जोर पकड़ रही है कि कहीं नतीजे त्रिशंकु तो नहीं होंगे
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बंगाल चुनाव 2021:BJP-TMC के सरकार बनाने के दावों के बीच यहां अब ये बात भी जोर पकड़ रही है कि कहीं नतीजे त्रिशंकु तो नहीं होंगे

पश्चिम बंगाल में हर चरण के साथ चुनावी माहौल और भी ज्यादा गर्म होता जा रहा है। कौन जीतेगा, किसकी सरकार बनेगी...इसका आकलन न तो अभी चुनावी गुणा-गणित के एक्सपर्ट कर पा रहे हैं और न ही चुनावी अटकलबाज। आजादी के बाद से कांग्रेस, लेफ्ट फ्रंट और पिछले 10 साल से तृणमूल को सत्ता देने वाले बंगाल की गलियों में अब एक चर्चा यह भी जोर पकड़ रही है कि नतीजे कहीं त्रिशंकु विधानसभा न बना दें। इस चर्चा का आधार यह माना जा रहा है कि बाकी के चार चरणों की सीटों पर जहां TMC को मजबूत माना जा रहा था, वहां भी अधिकतर सीटों पर भाजपा कांटे की टक्कर दे रही है। ऐसे में सूत बराबर का फर्क भी सभी दलों को सत्ता के जादुई आंकड़े से दूर कर सकता है। ऐसा हुआ तो असल राजनीतिक उठापटक चुनाव के बाद ही देखने को मिलेगी। दोस्ती-दुश्मनी चुनाव नतीजों के बाद ही तय होगी ऐसा भी नहीं है कि इस स्थिति से राजनीतिक दल अनजान हैं। मुख्यमंत्री मम...
कोरोना देश में:लगातार दूसरे दिन 1.60 लाख से ज्यादा मरीज मिले; एक्टिव केस 12.5 लाख के पार, इसमें 12 दिन में ही 6.78 लाख से ज्यादा की बढ़ोतरी
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कोरोना देश में:लगातार दूसरे दिन 1.60 लाख से ज्यादा मरीज मिले; एक्टिव केस 12.5 लाख के पार, इसमें 12 दिन में ही 6.78 लाख से ज्यादा की बढ़ोतरी

देश में कोरोना की रफ्तार डराने वाली है। सोमवार को 1 लाख 60 हजार 694 नए मरीज मिले। 96,727 ठीक हुए और 880 की मौत हो गई। यह लगातार दूसरा दिन था जब नए मरीज 1 लाख 60 हजार से ज्यादा मिले। एक दिन पहले रविवार को 1 लाख 59 हजार 914 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। देश में अब तक करीब 1.37 करोड़ लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1.22 करोड़ ठीक हो चुके हैं। 1 लाख 71 हजार 89 ने जान गंवाई है। एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में इस महीने 11 दिन में ही 6 लाख 78 हजार 519 की बढ़ोतरी हुई है। 1 अप्रैल को 5 लाख 80 हजार 387 एक्टिव केस थे, जो अब बढ़कर 12 लाख 58 हजार 906 हो गए हैं। सोमवार को इसमें 62,946 का इजाफा हुआ। कोरोना अपडेट्स देश में कोरोना की दूसरी लहर का असर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सूत्रों की मानें तो सुप्रीम कोर्ट के स्‍टाफ के कई मेंबर्स कोरोना संक्रमित...
औरंगाबाद में लापरवाही भारी पड़ी:विदर्भ स्ट्रेन से कोरोना केस तेजी से बढ़े; प्रशासन का फोकस इंजेक्शन-ऑक्सीजन तक रहा, संक्रमण रोकने पर नहीं
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औरंगाबाद में लापरवाही भारी पड़ी:विदर्भ स्ट्रेन से कोरोना केस तेजी से बढ़े; प्रशासन का फोकस इंजेक्शन-ऑक्सीजन तक रहा, संक्रमण रोकने पर नहीं

जानिए क्या हैं औरंगाबाद के जमीनी हालात... लापरवाही की वजह से केस और नए स्ट्रेन से मौतें बढ़ीं उल्कानगरी में आर्मी की हेल्थ सर्विस के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सतीश ढगे से बात की। डॉ. ढगे पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट भी हैं। वो बताते हैं कि अभी जो विदर्भ स्ट्रेन चर्चा में है, वही औरंगाबाद में मरीजों के बढ़ने की वजह है। डेढ़ साल में कोरोना वायरस में 4 हजार से ज्यादा बार बदलाव हुआ। इसमें से कुछ ही मौतों के बढ़ने की वजह हैं। दुर्भाग्य से विदर्भ स्ट्रेन भी उनमें से एक है। इसे डबल म्यूटेटेड स्ट्रेन भी कहते हैं, जिसमें दो बार जेनेटिक बदलाव हुए हैं। डॉ. ढगे के मुताबिक, सुपर स्प्रेडिंग इवेंट्स, खतरनाक नए कोरोना वायरस और रिलैक्सेशन की वजह से लोगों की आवाजाही बढ़ने की वजह से भी औरंगाबाद सहित अन्य जिलों में कोरोना के केस बढ़े हैं। क्राइसेस मैनेजमेंट, विशेषज्ञता और महारत डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट क...