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उत्तराखंड तबाही में बिछड़ गई थी पत्नी, खोज निकाला
अलवर
हिम्मत नहीं हारने वालों की अंत में जीत होती ही है। इस बात को एक बार फिर सच साबित किया है ट्रैवल कंपनी में काम करने वाले विजेंद्र सिंह ने। विजेंद्र जून 2013 में उत्तराखंड में आई भीषण तबाही में अपनी पत्नी से बिछड़ गए थे। उनकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया और रिश्तेदारों ने उम्मीद छोड़ दी। लेकिन, विजेंद्र ने हार नहीं मानी और तब से लगातार उन्हें ढूंढ रहे थे। 19 महीने बाद विजेंद्र की पत्नी लीला 27 जनवरी को हिमालय की गोद में एक गांव में मिलीं ।
अलवर के भीखमपुरा गांव में रहने वाले विजेंद्र बताते हैं, '12 जून 2013 को मैं ओर मेरी पत्नी अपनी ही ट्रैवल कंपनी की बस से 30 यात्रियों के साथ चार धाम की यात्रा के लिए निकले थे। केदारनाथ में त्रासदी के बाद 16 जून को उनसे मेरी अंतिम बार बात हुई थी।'
उन्होंने कहा, 'उस समय से मैं उत्तराखंड में ही रह रहा हूं और पत्नी की तलाश में हजारों गांवों में गया।...