Sunday, October 19

मैंने सुना था धमाका- पाक छात्र

 नईदिल्ली |भारतीय वायुसेना की द्वारा पकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में 26 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित मदरसे को निशाना बनाया था. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने मदरसे को खाली कराया और छात्रों को कुछ दिनों के लिए सुरक्षित स्थान पर रखा गया. जहां से इन छात्रों को घर भेज दिया गया. बालाकोट के जाबा टॉप पहाड़ी पर स्थित तालीम-उल-कुरान मदरसा जिसे भारतीय वायुसेना ने निशाना बनाया, वहां मौजूद लोगों से पहली बार किसी ने अपना अनुभव साझा किया है. एक निजी समाचार पत्र एजेंसी को आतंकवादी सगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित मदरसा तालीम-उल-कुरान के एक छात्र के से मिली है. छात्र ने समाचार पत्र एजेंसी को बताते हुये कहा की कि 26 फरवरी अलसुबह जब वे सो रहे थे तब उसे और कुछ अन्य लोगों को धमाके की आवाज सुनाई दी. छात्र के मुताबिक यह धमाका बहुत दूर नहीं बल्की काफी नजदीक हुआ था.धमाके से घबराकर छात्र उठे लेकिन इसे वहम या भूकंप समझ कर फिर सोने चले गए. सुबह की पहली नमाज के वक्त जब वे उठे तो पाकिस्तानी सेना ने वहां के लोगों जगह खाली करने को कहा. छात्र ने बताया- सेना उन लोगों को कहीं और ले गई जहां उन्हें दो-तीन दिन के लिए रखा गया. छात्र ने बताया कि मदरसे में उस वक्त काफी लोग थे लेकिन सभी को सुरक्षित स्थानों पर नहीं ले जाया गया. सिर्फ उसे और उसकी उम्र के कुछ लोगों को वहां से ले जाया गया, इसलिए उसे पता नहीं चल पाया कि और लोगों के साथ क्या हुआ और धमाका आखिर हुआ कहां था.