अमृतसर/जालंधर/बठिंडा.कल हुये निरंकारी भवन बम कांड के पीछे पाकिस्तान में आईएसआई की शरण लिए हुए खालिस्तानी आतंकियों का हाथ होना बताया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्र से पता चला हैं कि आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू की मौत के बाद आईएसआई ने हरमीत को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह राज्य में माहौल खराब करने के लिए अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा हैं । हरमीत भी अमृतसर के छेहर्टा का मूल निवासी है। डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने आतंकी हमले की पुष्टि की है माना जा रहा है कि हमले में इस्तेमाल ग्रेनेड जम्मू-कश्मीर से ही लाया गया था, क्योंकि इस तरह के ग्रेनेड आतंकी वहां आर्मी पर हमला करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। कश्मीर में भी आतंकियों के मददगार इस तरह के हमले कर भाग जाते हैं।