गंजबासौदा शासन ने आरएपीडीआरपी योजना के तहत 9.50 करोड़ की लागत से पुरानी और क्षतिग्रस्त बिजली की लाइनों को बदलने और सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए निर्माण कार्य करवाया जिसका मुख्या उद्दयेश आम नागरिको को होने वाली परेशानी से निजात दिलाना था किंतु करोडो रूपए खर्च करने के बाद भी आम नागरिको को इस समस्या से कोई मुक्ति नहीं मिल पा रही हे पुरानी और क्षतिग्रस्त बिजली की लाइनों को बदलने का कार्य लगभग 2 साल पहले पूरा हो चूका हैं किन्तु अभी भी चौक-चौराहों पर लगे बिजली सप्लाई के ट्रांसफार्मरों और उनके पैनलों की दशा नहीं बदली है। ट्रांसफार्मरों के पैनल और सर्किट अभी भी खुले पड़े हैं। जिसकी चपेट में कोई भी आ सकता है ये खुले पैनल बच्चों , राहगीरों व जानवरों की पहुंच में रहते हैं लेकिन शहर में मार्गों और गलियों का सीसी करण किए जाने से उनकी ऊंचाई डेढ़ से दो फीट ओर कम हो गई। पूरे शहर में चालीस फीसदी ट्रांसफार्मर रहवासियों को चिंता का कारण बने हुए हैं।