
भटगामा (मधेपुरा)।प्रमोद बाबा (मौनी बाबा) पिछले 28 फरवरी से समाधि लिए हुए हैं। हजारों लोग रोज यहां पूजा करने आ रहे हैं। समाधि स्थल पर 24 घंटे रामायण पाठ जारी है। भक्त बाबा को साक्षात विष्णु का अवतार बताते हैं। बाबा के विरोध में कोई एक शब्द सुनने को तैयार नहीं है।
-बाबा 13 मार्च को समाधि से बाहर आएंगे। इसके अगले दिन बाबा विजय घाट जाकर स्नान करेंगे।
– वहीं से कोसी का पानी लाकर भटगामा के नाथ बाबा स्थान परिसर में विराट विष्णु यज्ञ का शुभारंभ करेंगे।
– भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर वहां आधा दर्जन चौकीदार तैनात कर दिया है।
– इसमें तीन की ड्यूटी दिन में और तीन की रात में रहती है।
– बाबा मूल रूप से पूर्णिया जिले के रहने वाले हैं। भटगामा में इनके रिश्तेदार हैं।
– लोगों का कहना है कि पहले बाबा दो माह के लिए समाधि लेने की बात कह रहे थे, लेकिन गांव वालों ने मना कर दिया।
– फिर एक माह की जिद पर अड़े, लेकिन इसका भी जब विरोध हुआ तो बाबा ने पंद्रह दिनों की समाधि ली।
– प्रशासन की इतनी हिम्मत नहीं है कि बाबा को समाधि से बाहर निकाल सके।
– डीएसपी रहमत अली और एसडीओ मुकेश कुमार समाधि स्थल तक गए, लेकिन कोई बात सुनने को तैयार नहीं हुआ।
– गुरुवार को एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि आस्था का सवाल है। कोई जबरदस्ती भी नहीं कर सकता है।
– लोगों से आग्रह भी किया गया, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा।
– वहीं से कोसी का पानी लाकर भटगामा के नाथ बाबा स्थान परिसर में विराट विष्णु यज्ञ का शुभारंभ करेंगे।
– भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर वहां आधा दर्जन चौकीदार तैनात कर दिया है।
– इसमें तीन की ड्यूटी दिन में और तीन की रात में रहती है।
– बाबा मूल रूप से पूर्णिया जिले के रहने वाले हैं। भटगामा में इनके रिश्तेदार हैं।
– लोगों का कहना है कि पहले बाबा दो माह के लिए समाधि लेने की बात कह रहे थे, लेकिन गांव वालों ने मना कर दिया।
– फिर एक माह की जिद पर अड़े, लेकिन इसका भी जब विरोध हुआ तो बाबा ने पंद्रह दिनों की समाधि ली।
– प्रशासन की इतनी हिम्मत नहीं है कि बाबा को समाधि से बाहर निकाल सके।
– डीएसपी रहमत अली और एसडीओ मुकेश कुमार समाधि स्थल तक गए, लेकिन कोई बात सुनने को तैयार नहीं हुआ।
– गुरुवार को एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि आस्था का सवाल है। कोई जबरदस्ती भी नहीं कर सकता है।
– लोगों से आग्रह भी किया गया, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा।
– भटगामा जीरो माइल के बगल में बने नाथ बाबा स्थान में अभी दिन और रात में कोई अंतर ही नहीं रह गया है।
– बाहर से या फिर अगल बगल के आने वाले सारे लोगों को बिना प्रसाद लिए जाने नहीं दिया जाता है।
– चाय को बाबा का प्रसाद माना जाता है क्योंकि 12 साल तक बाबा एक गिलास दूध और दो बार चाय का सेवन किए हैं।
– अगर बाबा को समाधि स्थल में कुछ हो गया तो? इस सवाल को लोग अशुभ मानते हुए हिदायत देते हैं कि ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए।
– बाबा मनुष्य नहीं। साक्षात भगवान के अवतार हैं।
– मधेपुरा जिला प्रशासन ने दावा किया था कि समाधि स्थल पर मेडिकल टीम रहेगी। मगर गुरुवार को वहां टीम नहीं थी।
– बाहर से या फिर अगल बगल के आने वाले सारे लोगों को बिना प्रसाद लिए जाने नहीं दिया जाता है।
– चाय को बाबा का प्रसाद माना जाता है क्योंकि 12 साल तक बाबा एक गिलास दूध और दो बार चाय का सेवन किए हैं।
– अगर बाबा को समाधि स्थल में कुछ हो गया तो? इस सवाल को लोग अशुभ मानते हुए हिदायत देते हैं कि ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए।
– बाबा मनुष्य नहीं। साक्षात भगवान के अवतार हैं।
– मधेपुरा जिला प्रशासन ने दावा किया था कि समाधि स्थल पर मेडिकल टीम रहेगी। मगर गुरुवार को वहां टीम नहीं थी।
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