
सोनीपत/चंडीगढ़.जाट आंदोलन के दौरान महिलाओं से गैंगरेप की अफवाह उड़ने के बाद इलाके के लोगों ने सोनीपत के पास मुरथल हाईवे पर कुछ कपड़े मिलने का दावा किया है। यहां करीब दस मीटर एरिया में जगह-जगह महिलाओं की लैगींग्स, जींस, अंडर गारमेंट्स और टॉप्स फटे पड़े हैं। दबी जुबान लाेकल लोग कह रहे हैं कि ये महिलाओं से हुई दरिंदगी के ही निशान हैं। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अगर गैंगरेप हुआ है तो कोई विक्टिम तो सामने आए। उधर, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है।
– अफवाह है कि बीते हफ्ते जब जाटों का आरक्षण आंदोलन हिंसक हो गया, उस दौरान कुछ महिलाओं से गैंगरेप किया गया।
– आसपास के लोगों का कहना है कि डर और अपनी इज्जत की खातिर किसी महिला ने शिकायत नहीं की।
– वे कहते हैं हालात इतने खराब थे कि लोग मारकाट और आगजनी कर रहे थे, पुलिस मौन खड़ी थी। हमें भी यहां कारोबार करना है इसलिए खुलकर शिकायत नहीं कर सकते।
– उधर, पुलिस अभी इस मामले को सिरे से नकार रही है। एसपी अभिषेक गर्ग का कहना है कि यह कोई चोरी नहीं जो किसी पर भी मामला दर्ज कर लिया जाए।
– एसपी ने कहा- अगर गैंगरेप का मामला है, तो किसी पीड़िता को तो सामने आना ही पड़ेगा। उन्होंने इन कपड़ों को भी पुराना बताया है।
– डीएसपी मुरथल अजय धनखड़ का कहना है कि 23 लोगों से पूछताछ कर चुके हैं, एक ने भी ऐसी शिकायत नहीं की है।
क्या है पूरा मामला
– ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक सोनीपत में जीटी रोड किनारे मुरथल और गन्नौर के बीच हाईवे पर प्रदर्शन के दौरान कुछ बदमाशों ने खेत में महिलाओं के साथ रेप किया।
– महिलाएं तब तक खेत में रहीं,जब तक कि गांववालों और परिजनों ने उन्हें शरीर ढंकने के लिए कंबल और कपड़े लेकर खेत तक नहीं पहुंचे।
– कुछ महिलाओं ने भागकर जान बचाई। आरोप है कि पुलिस से जब मामले की शिकायत की गई तो उन्होंने सम्मान की खातिर चुप रहने की हिदायत दी थी।
– ट्रिब्यून की इस रिपोर्ट के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।
– इससे पहले हाईकोर्ट के जज एन. के. सांघी ने मीडिया में अाई खबरों पर चीफ जस्टिस को लेटर लिखकर संझान लेने का आग्रह किया था।
– मामले की सुनवाई गुरुवार को जस्टिस एस.के. मित्तल और एन.के. सांघी की कोर्ट में हुई।
– कोर्ट में सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल बी.आर. महाजन पेश हुए।
– जब कोर्ट ने शेम फुल की टिप्पणी की तो एजी ने कहा कि इस तरह की कोई घटना अभी सामने नहीं आई है।
– एजी ने कहा- प्रशासन के आला अधिकारियों और महिला आयोग की टीम ने भी घटनास्थल और आसपास के इलाकों का दौरा किया है। गांव के लोगों से बात की है, लेकिन किसी ने भी घटना की पुष्टि नहीं की है।
–