Wednesday, September 24

इंदौर में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट खोलेगी –माइक्रोमैक्स

12इंदौर। देश की अग्रणी मोबाइल कंपनी माइक्रोमैक्स प्रदेश में निवेश की तैयारी कर रही है। इसके लिए कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने शहर में गुरुवार को जमीन देखी है। उन्हें सिंहासा आईटी पार्क और सुपर कॉरिडोर पर जमीन पसंद आई है।

15 एकड़ जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट व एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस खोलेगी। देश की 10 बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनियों में से एक माइक्रोमैक्स ने राजस्थान के अलवर और हैदराबाद में 500-500 करोड़ रुपए का निवेश कर यूनिट खोलने का फैसला लिया है।

सेंट्रल इंडिया में भी कंपनी लंबे समय से नई यूनिट के लिए प्रयासरत थी। कंपनी की यह खोज इंदौर में पूरी हो गई। कंपनी के फाउंडर मेंबर राजेश अग्रवाल ने पीथमपुर सेक्टर में सबसे पहली जमीन देखी, लेकिन उन्हें वह जगह कम पसंद आई। सिंहासा आईडी पार्क की सात एकड़ जमीन को उन्होंने मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के लिए पसंद किया, जबकि सुपर कॉरिडोर पर मेडिकल हब की जमीन आईडीए सीईओ राकेश सिंह ने उन्हें दिखाई।

कंपनी यहां एडमिनिस्ट्रेशन, एचआर व अन्य ऑफिस खोलेगी। माइक्रोमैक्स मोबाइल के अलावा टेबलेट्स एलसीडी, डाटा केबल व इलेक्ट्रॉनिक कंज्यूमर पार्ट्स में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर रही है। इससे पहले सरकार पीथमपुर में इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स बनाने वाली कंपनी को जमीन दी चुकी है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली स्टरलाइट कंपनी ने देपालपुर के पास चिरखान गांव में 180 एकड़ से ज्यादा जमीन पसंद की है। प्रशासन ने वह जमीन आईटी विभाग को हस्तांतरित भी कर दी है।

मुख्यमंत्री से भी की मुलाकात

कंपनी के फाउंडर मेंबर अग्रवाल बुधवार को भोपाल में थे। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान, आईटी सचिव हरिरंजन राव से मुलाकात की और भोपाल के समीप बड़वई में जमीन देखी। गुरुवार सुबह वे इंदौर आए। उन्हें एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम, आईडी विभाग के वरिष्ठ प्रबंधन द्वारकेश सराफ तीन स्थानों पर जमीन दिखाने ले गए थे। दोपहर में अग्रवाल फिर भोपाल पहुंचे और निवेश को लेकर उद्योग सचिव से मुलाकात की।