Sunday, October 19

खरगे ने पदाधिकारियों को लगाई फटकार, बैठकें क्यों नहीं ली? सह प्रभारी ने गहलोत की तबियत का दिया हवाला

 कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘संविधान बचाओ रैली’ के बाद अलग-अलग तीन संगठनात्मक बैठकें ली। कांग्रेस वॉर रूम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष और कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक ली। तोतूका भवन में प्रदेश कांग्रेस की विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक ली। इन बैठकों में संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की। वहीं, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश संगठन के बारे में प्रजेंटेशन दिया।

खरगे ने साफ हिदायत दी कि संगठन में कितना काम हुआ है उसकी उन्हें लिखित रिपोर्ट चाहिए। इस दौरान टोंक जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा से पूछा कि मंडल स्तर पर कितना काम हुआ है तो वे अच्छे से जवाब नहीं दे सके। इस पर खरगे ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि आप बिना तैयारी के बैठक में आए हैं इस तरह से काम नहीं चलेगा। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि बैठक में जो भी बात होती है तो वह बाहर नहीं जानी चाहिए।

खरगे ने सह प्रभारी ऋतिक मकवाना की भी खिंचाई की। उनसे जोधपुर जिले में बैठकें लेने के बारे में पूछा गया। तो उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए बैठकें नहीं कर पाने के बारे में बताया। इस पर खरगे ने कहा कि इससे कोई लेना-देना नहीं हैं, आपको बैठकें लेनी चाहिए।

इससे पहले खरगे ने संविधान बचाओ रैली को संबोधित कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाया लेकिन, हमारे देश की बदकिस्मती,सभी पार्टी के लोग आए। मोदी जी नहीं आए। बड़े शर्म की बात है। देश के स्वाभिमान को धक्का लगा। तब आप बिहार में चुनावी भाषण करते हो, दिल्ली नहीं आ सकते। बात तो बड़ी -बड़ी करते हो, 56 इंच की छाती है, मैं लड़ूंगा, घर में घुसूंगा।