
ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से गंवाने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा लंबे समय से चले आ रहे खराब फॉर्म के चलते आलोचकों के निशाने पर हैं। भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी सिडनी टेस्ट मैच हारने के बाद रोहित-विराट समेत सभी खिलाड़ियों को इशारों-इशारों में घरेलू टूर्नामेंट में खेलने की नसीहत दे डाली थी।
वैसे तो दोनों धुरंधर खिलाड़ियों को फॉर्म वापसी के लिए रणजी ट्रॉफी के अलावा कोई बड़ा प्लेटफॉर्म मिलता नहीं दिखाई पड़ा रहा। विराट कोहली और रोहित शर्मा के पास 23 से 26 जनवरी तक रणजी ट्रॉफी में खेलकर अपनी खोई हुई फॉर्म पाने का सुनहरा मौका है। इस दौरान विराट कोहली को जहां एलीट ग्रुप-डी मुकाबले में दिल्ली की ओर से सौराष्ट्र के खिलाफ खेलने का, वहीं रोहित शर्मा को मुंबई के लिए एलीट ग्रुप-ए मैच में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ फॉर्म तलाशने का मौका मिलेगा। चूंकि, दोनों टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और भारत-इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज अगले महीने से शुरू होनी है,। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के पास रणजी ट्रॉफी खेलकर खोया हुआ आत्मविश्वास फिर से पाने का बेहतरीन मौका है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबद्धताओं के चलते विराट कोहली और रोहित शर्मा ने लंबे समय से घरेलू मुकाबलों से दूरी बनाई हुई है। विराट कोहली ने अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए आखिरी बार रणजी ट्रॉफी मैच 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेला था। वहीं, रोहित शर्मा ने 2015 में आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए कदम मैदान पर रखा था।