पूंजी बाजार नियामक सेबी एसएमई आईपीओ की निगरानी करने वाले निSEBI: पूंजी बाजार नियामक सेबी एसएमई आईपीओ की निगरानी करने वाले नियमों को कड़ा करने जा रही है। यह फैसला निवेशकों के हित होंगे।
छोटे और मझोले उद्यमों (एसएमई) के आईपीओ के लेकर निवेशकों में उन्माद है। वर्ष 2024 में अब तक लॉन्च 180 से अधिक एसएमई आईपीओ का औसत सब्सक्रिप्शन 200 गुना से भी अधिक है, जबकि मेनबोर्ड के आईपीओ का औसत सब्सक्रिप्शन 48 गुना है। एसएमई के आईपीओ के पीछे निवेशकों के पागलपन की वजह ग्रे मार्केट में जबरदस्त प्रीमियम और लिस्टिंग के दिन मिलने वाला मोटा मुनाफा है। हालांकि, इस साल लॉन्च 50 प्रतिशत से अधिक एसएमई आईपीओ ने लिस्टिंड के दिन तगड़ा मुनाफा देने के बाद निवेशकों को भयंकर नुकसान कराया है और इनके शेयर लिस्टिंग डे के शेयर प्राइस से अभी 73 प्रतिशत तक नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
प्राइमडेटा बेस के मुताबिक, इस साल ल़ॉन्च करीब 20 प्रतिशत एसएमई आईपीओ अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लिस्टिंग के बाद एसएमई स्टॉक्स में आई तेज गिरावट की असली वजह स्पेकुलेटिव इन्वेस्टर्स यानी शेयर में हेर-फेर करने वाले निवेशकों की अधिक संख्या है। साथ ही एसएमई आईपीओ बाजार में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने वाले निवेशकों की कमी है। निवेशक इन स्टॉक्स से जल्दी एग्जिट कर रहे हैं।