जुलाई में रिकॉर्ड 12 लाख नए निवेशक म्यूचुअल फंड्स से जुड़े। यह आंकड़ा दिसंबर 2021 के बाद सबसे अधिक है। जोखिम का आकलन किए बगैर आक्रामाक निवेश रणनीति अपनाने से बाजार में गिरावट आने पर नए निवेशकों को बड़ा घाटा हो सकता है और बाजार से उनका मोहभंग हो सकता है।
शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड्स में निवेश की शुरूआत करने से पहले निवेशकों को पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसा अधिक ब्याज वाला कर्ज चुका लेना चाहिए, फिर बाजार में एंट्री करनी चाहिए। निवेश पर सालाना 12-14 प्रतिशत कमाने का कोई औचित्य नहीं है अगर आप अपने लोन पर 14-15 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं।
जोखिम वाले फंड से बचें
सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार दीपेश राधव ने बताया, नए निवेशकों को शुरुआत में अधिक उठापटक वाले सेक्टर्स, थीमैटिक-सेक्टोरल फंड्स, स्मॉलकैप फंड्स आदि से दूर रहना चाहिए, भले ही इन्होंने हाल के दिनों में काफी बेहतर रिटर्न दिया हो।