नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ना सिर्फ देश की राजनीति बल्कि पूरी दुनिया में एक जाना पहचाना नाम हैं। वे भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। 21 मई को उनकी पुण्यतिथि है।जब राजीव और सोनिया गांधी के बीच लव अफेयर चल रहा था। यह 1968 का वर्ष था। जब सोनिया को राजीव ने शादी करने के लिए चुपके से इंडिया बुलाया था। इस बात की खबर उनकी मां इंदिरा को भी नहीं थी। सोनिया के भारत पहुंचे के बाद राजीव ने अमिताभ बच्चन के घर पर उन्हें रुकवाया था और यहीं उनकी शादी भी हुई।
अमिताभ की मां ने की थी सोनिया की देखभाल
3 साल की डेटिंग के बाद 1968 में दिल्ली में अमिताभ बच्चन के घर पर राजीव और सोनिया की शादी हुई थी। बताया जाता है कि अमिताभ की मां तेजी बच्चन और राजीव की मां इंदिरा गांधी बहुत अच्छी दोस्त थीं। इंदिरा को राजीव और सोनिया के रिश्तों की खबर नहीं थी। दोनों के रिश्ते की बात प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को खबर करने की जिम्मेदारी तेजी बच्चन को निभानी थी। इसमें लंबा समय लग गया। इसलिए पूरे दो महीने तक सोनिया, बच्चन परिवार के घर में एक सदस्य की तरह रहीं। अंतत: इंदिरा गांधी जी भी इस रिश्ते के लिए तैयार हो गईं।
अमिताभ के माता-पिता ने किया कन्यादान
दरअसल, शादी के समय सोनिया के परिवार वाले इटली में थे। इसलिए अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंशराय बच्चन और उनकी मां तेजी बच्चन ने सोनिया का कन्यादान किया था।
लंदन में हुई थी राजीव-सोनिया की पहली मुलाकात
1965 में लंदन में भारत के शक्तिशाली राजनीतिक परिवार के बेटे राजीव गांधी की मुलाकात सोनिया माइनो से हुई। 1964 में सोनिया ब्रिटेन के कैम्ब्रिज शहर में इंग्लिश पढ़ने गई थीं, जबकि राजीव गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ ट्रिनिटी में पढ़ाई कर रहे थे। राजीव और सोनिया की मुलाकात एक रेस्टोरेंट में हुई थीं, जहां सोनिया पार्ट टाइम वेट्रेस का काम करती थीं। एक दिन इसी रेस्टोरेंट में इस वेट्रेस को देखते ही राजीव उन्हें दिल दे बैठे थे।