Tuesday, October 21

मंडी में आवक सीजन से पहले दुरुस्त नहीं हुए मार्ग तो बढ़ेगी आफत

विदिशा। अनाज मंडी में आवक सीजन कुछ ही दिन बाद शुरू हो जाएगा और मंडी में सैकड़ों की संख्या में अनाज से भरी ट्रॉलियां पहुंचेगी, लेकिन मंडी के पहुंच मार्ग में कई तरह की बाधाएं अनाज व्यापारी व किसान महसूस कर रहे हैं। इनका कहना है कि इन मार्गों की कमियों को समय रहते दूर नहीं किया गया तो किसानों व व्यापारियों दोनों को ही आवागमन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ——-
रेलवे सागर पुलिया, एक में भरा पानी, दूसरी पुलिया में गड़ढे

यहां पुरानी और नई मंडी दोनों में ही काम होता है। नई मंडी में नीलामी प्रक्रिया तो वहीं पुरानी में तौल का कार्य होता आ रहा है। इन दोनों मंडी के बीच रेलवे सागर पुलिया आवागमन का आसान मार्ग है, लेकिन यहां बनी रेलवे की दोनों पुलिया का हाल ठीक नहीं है। एक पुलिया गंदा पानी और कीचड़ से भरी है तो दूसरी पुलिया का सड़क के नीचे पूर्व में हुए सीसी कार्य से इस पुलिया की ऊंचाई पहले से कम हो गई। इससे अधिक अनाज से भरी ट्रॉली नहीं निकल पाती और किसानों को आरओबी से होकर शहर की अंदरूनी सड़क से पुरानी मंडी पहुंचना पड़ता है। इससे जाम की नौबत बनती है।

इधर साइड रोड के बीच ट्रांसफार्मर बनेगा मुसीबत
वहीं पुरानी मंडी में आरओबी की तीसरी लेग बनने से कुछ दुकानों को हटाकर यहां साइड रोड बनाई गई है, लेकिन इस साइड रोड के बीच में बिजली का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। इससे कई बार वाहन खंभों से टकराते हैं और विद्युत व्यवस्था बार-बार प्रभावित होती है। इस ट्रांसफार्मर को हटाने के लिए कई बार अनाज तिलहन संघ जिला प्रशासन से कह चुका पर कोई ठोस प्रयास अब तक नहीं हो पाए हैं। व्यापारियों का कहना है कि इससे आवागमन भी अवरुद्ध होता है तो वहीं हादसे का डर भी बना रहता है।

वर्जन
रेलवे सागर पुलिया किसानों के आवागमन का बेहतर रास्ता है। पूर्व से कई गांव के किसान भी इस पुलिया से निकलकर आते रहे हैं, लेकिन अब बड़े ट्रेक्टर व अनाज से ज्यादा भरी ट्रॉलियां निकलने में परेशानी आ रही है। आवक सीजन से पूर्व प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

मोहरसिंह रघुवंशी, किसान नेता

मंडी की साइड रोड से ट्रांसफार्मर को शीघ्रता से हटाया जाना चाहिए।
सड़क के बीचोंबीच होने से इस ट्रांसफार्मर के रहने से वाहन निकलने में परेशानी होती है। इससे हादसे का डर भी बना हुआ है। पूर्व में इस समस्या से कई बार जिला प्रशासन का अवगत कराया जा चुका है।

-महेंद्र जैन, महामंत्री, अनाज तिलहन व्यापार संघ