भोपाल। मध्यप्रदेश के डॉ. आंबेडकर नगर (महू) में एक आदिवासी युवती के साथ गेेंगरेप कर उसकी हत्या के बाद बवाल मच गया है। घटना के विरोध में आदिवासियों ने हंगामा कर दिया। गुस्साए लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फायरिंग भी की। इसपर लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। पुलिस गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी युवक की मौत हो गई जबकि एक अन्य युवक घायल हो गया। घटना में एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घटना पर जहां प्रदेश के गृहमंत्री ने बयान देते हुए जांच कराने की बात कही वहीं मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। इधर कांग्रेस ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की है।
गोलीबारी में एक युवक की मौत-
बताया जा रहा है कि युवती का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने की जानकारी लगते ही शाम को ही डोंगरगांव चौकी पर बड़ी संख्या में आदिवासी एकत्रित हो गए। उन्होंने शव को चौकी के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस अफसरों की समझाइश के बाद लोग बमुश्किल सडक़ से हटे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी यदुनंदन के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए उसको हिरासत में भी ले लिया। रात करीब 9.45 बजे भीड़ में से एक महिला उठी और थाने में घुस गई। इसके बाद भीड़ ने चौकी पर पथराव शुरू कर दिया। तब पुलिस ने भी लाठी चार्ज करते हुए टियर गैस के गोले छोडऩा शुरू किया। पुलिस ने गोलीबारी भी की, कई राउंड फायर किए गए। गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई और एक युवा घायल हो गया। कुल 13 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है।
ये है घटनाक्रम
खरगोन जिले के मंडलेश्वर थाना क्षेत्र की आदिवासी युवती की महू के पास संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। परिजनों और आदिवासी समुदाय ने युवती के साथ दबंगों द्वारा गेंगरेप करने के बाद हत्या कर देने का आरोप लगाते हुए डोंगरगांव चौकी पर जमकर हंगामा किया। परिजन और अन्य आदिवासी आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने पर अड़ गए। घटना की जानकारी लगते ही एएसपी, एसडीओपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। परिजनों से बात कर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 और 365 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
22 साल की मृतका धामनोद में किराये से रूम लेकर पटवारी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वह पलासिया निवासी यदुनंदन पाटीदार के साथ रह रही थीं। इधर, यदुनंदन का कहना है कि वह युवती का पति है। हम दोनों साथ रह रहे थे। बुधवार को सुबह पानी गर्म करते हुए रॉड से करंट लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
शरीर पर चोट के निशान
परिजन ने बताया कि युवती के शव पर कई जगह चोट के निशान हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि यदुनंदन युवती का अपहरण कर गवली पलासिया लाया और उसे मार दिया। युवती की बुआ ने आरोप लगाया कि उनकी भतीजी की हत्या पाटीदार समाज के युवकों ने की है। पहले उसके साथ गैंगरेप किया फिर हत्या कर दी। युवती के मामा के बेटे ने भी आरोप लगाया है कि उनकी बहन का मर्डर किया गया है। पुलिस ने उनसे सिर्फ इतना कहा था कि आपकी बेटी की मौत हो गई है। पुलिस ने युवती का पोस्टमार्टम कराकर शव दे दिया था।
शहर में धारा 144, डोंगरगांव थाना क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात
बुधवार रात से मचे बवाल के बाद कलेक्टर इलैया राजा टी ने इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। डोंगरगांव थाना क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए—
बवाल मचने के बाद गुरुवार सुबह सरकार सक्रिय हुई। विधानसभा में बयान देते हुए न्यायिक जांच की बात कही गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच कराई जा रही है। उज्जैन महाकाल दर्शन करने पहुंचे गृहमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस को ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना पर शिवराज सरकार पर करारा हमला किया है। गुरुवार को ट्वीट के जरिए कमलनाथ ने कहा कि इंदौर के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या और पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदय विदारक घटना से आहत हूं। व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं।
कमलनाथ ने घटना की जाँच के लिए वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जाँच दल भी गठित किया, जो गुरुवार सुबह महू पहुंच गया है। कांग्रेस का कहना है कि आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।