40 किमी सफर 2.5 घंटे में, ठेकेदारों की खामी भुगत रहे लोग
betwaanchal news
विदिशा। गढ़ीमार्ग करीब 6 साल से खस्ताहाल पड़ा हुआ है। दो जिलों के लोगों के लिए इस सड़क पर सफर करना मुश्किलों भरा हो गया है। उक्त सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान दोनों ही ठेकेदारों ने नहीं रखा। इसका खामियाजा आज तक राहगीर भुगत रहे हैं।
विदिशा से गढ़ी तक करीब 40 किमी का सफर लोग 2.5 घंटे में तय कर पा रहे हैं। रायसेन जिले की सीमा में जहां मार्ग बदहाल है, वहीं विदिशा सीमा क्षेत्र जगह-जगह हुई मरम्मत से काम चल रहा है।
दो ठेकेदारों द्वारा इस मार्ग का निर्माण कार्य कराया गया था। दोनों ही ठेकेदार राजनीतिक रसूख वाले हैं। विदिशा जिले के हिस्से में जहां कांग्रेसी नेता डल्लू गुप्ता ने सड़क का निर्माण किया था, वहीं रायसेन सीमा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य रायसेन के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष शिवाजी पटेल ने किया था। करीब 10 किमी के दायरे में तो लोगों को गड्ढे और ऊबड़-खाबड़ सड़क पर दचके से जूझना पड़ रहा है।
इससे लोगों की हालत खराब हो जाती है। प्रतिदिन हजारों मुसाफिर इस मार्ग पर आवागमन करते हैं। जिन्हें खस्ताहाल मार्ग पर पीड़ा भरा सफर करना पड़ रहा है। खास बात यह है कि जब यह सड़क बनी थी, उसके कुछ माह के अंदर ही सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। कई बार औपचारिकता की मरम्मत की गई, लेकिन हालात ज्यों के त्यों रहे। दो जिलों दो ठेकेदारों में सड़क निर्माण उलझ कर रह गई है।
सड़क के निर्माण में 5 किमी का हिस्सा छोड़ दिया था अधूरा
संबंधित ठेकेदार की 73 लाख रुपए धरोहर राशि हुई जब्त
गढ़ी मार्ग मरम्मत को तरस रहा है। कई जगह से सड़क हुई खराब।
ठेकेदार शिवाजी पटेल की अमानत राशि जब्त : सड़क निर्माण में लापरवाही बरतने पर रायसेन के पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष शिवाजी पटेल की धरोहर राशि जब्त की गई है। पीडब्ल्यूडी रायसेन के अधिकारियों के मुताबिक सड़क की मरम्मत कराने में ठेकेदार शिवाजी पटेल की धरोहर राशि उपयोग में लाई जाएगी। शिवाजी पटेल की करीब ७३ लाख रुपए अमानत राशि जब्त की जाने की बात कही जा रही है। उल्लेखनीय है कि सबसे घटिया निर्माण रायसेन जिले की सीमा क्षेत्र में किया गया था।
कई बार निकाले टेंडर लेकिन फिर भी नहीं मिल रहे ठेकेदार : रायसेन की सीमा में कुल १८ किमी का दायरा आता है। इस सड़क निर्माण में अहमदपुर से आगे गढ़ी मार्ग की तरफ का करीब किमी का हिस्सा अधूरा छोड़ दिया गया था। यह जानकारी रायसेन पीडब्ल्यूडी के अधिकारी बता रहे हैं। उक्त अधूरे हिस्से का निर्माण कराने के लिए विभाग ने कई बार टैंडर निकाले चुका है, लेकिन अभी तक कोई ठेकेदार सड़क निर्माण के लिए आगे नहीं आया है। करीब करोड़ ४९ लाख रुपए की लागत से अधूरा मार्ग का काम पूरा कराया जाना है।
करोड़ों की सड़क चंद माह में उखड़ी अब वाहन चालक हो रहे परेशान : उल्लेखनीय है कि करीब साल पहले उक्त सड़क का निर्माण किया गया था। विदिशा से गढ़ी तक की सड़क की लागत करीब २० करोड़ आई थी। दोनों ठेकेदारों ने अपने अपने हिस्से में सड़क निर्माण कार्य को अमलीजामा पहनाया था। करोड़ों रुपए लागत की यह सड़क बनते बनते ही उखड़ गई थी। एक बारिश में सड़क जगह जगह से गायब हो गई थी। महज कुछ दिन तक ही लोगों को इस सड़क पर चलने में राहत मिली।
ठेकेदार की राशि जब्त की है : ठेकेदार शिवाजी पटेल की ७३ लाख रुपए धरोहर राशि जब्त कर ली गई है। अधूरे हिस्से का निर्माण कराने टैंडर निकाले गए हैं। केएस कौशिक, ईई पीडब्ल्यूडी रायसेन courtesy bhaskar