
रांची| झारखण्ड में फैले नक्सलियों को जड़ से ख़त्म करने के लिए झारखण्ड पुलिस अब कमर कस चुकी हैं | झारखण्ड पुलिस अब जम्मू-कश्मीर में चलाये जा रहे ऑपरेशन की तर्ज पर योजना बना कर नक्सलियों का सफाया करेगी| पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार झारखंड में तकरीबन 550 नक्सली सक्रिय हैं, जिसमें से 250 पर इनाम घोषित है। इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग खुद डीजीपी कमल नयन चौबे कर रहे हैं। उन्होंने नक्सल अभियान में लगे पुलिस अफसरों व जवानों को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने की बात कही है।
झारखंड से नक्सलियों को समाप्त करने के लिए चल रहे ऑपरेशन में पड़ोसी राज्यों से भी सहयोग मिलेगा। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के अलावा सीआरपीएफ, इंटेलिजेंस ब्यूरो और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) सहयोग करेगा। पूर्वी भारत में झारखंड, बिहार, बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ को माओवादियों की उर्वरा भूमि कही जाती है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के निरंतर दबिश, कार्रवाई और सटीक इंटेलिजेंस के बूते हुए ऑपरेशन ने माओवादियों की कमर तोड़ रखी है, परंतु सुरक्षा बलों ने अब इस समस्या की जड़ से निदान की योजना बनाई है।