Tuesday, October 21

आखिर इतनी बैचेनी क्यो

जम्मूकश्मीर से धारा 370 के हटाये जाने के बाद से केंद्र सरकार की कोशिश हैं की वह कश्मीर में हालात सामान्य कर एक सुरक्षा का माहौल तैयार करे | इसके लिए केंद्र सरकार अपनी और से पूर्ण प्रयास कर रही हैं, इतना ही नहीं केंद्र आला अधिकारी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कश्मीर पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं| और हर संभब सुरक्षा और शांति के प्रयास जारी हैं इसके लिए साकार को जो भी कदम उठाने चाहिए उसने वह पूरी तरह से उठाये हैं क्योँकि जब भी कोई ऐतिहासिक फैसला लिया जाता हैं तो उसके तहत ऐसी ही प्रक्रिया अपनाई जाती हैं भले ही सरकार के इन कदमो को लोग तानाशाही कहे पर हकीकत यही हैं |

कि प्रशासन हर हाल में नागरिको को सुरक्षित देखना चाहता हैं पर दुर्भाग्य हैं की तथाकथित राजनैतिक पार्टी के लोग इस शक्ति से इतने बैचेन हैं की उन्हें कुछ सूझ ही नहीं रहा हैं की वे क्या बोल रहे हैं | उनकी से ऐसा प्रतीत हो रहा हैं की वह कश्मीर के मुद्दे को सुलझा नहीं उलझना चाहते हैं एक राष्ट्र भक्त होने के नाते इस गौरव मई कार्य के लिए सभी को एक जुट होकर राष्ट्रहित में बात करनी चाहिए और विदेशी ताकतों को भी इस बात के लिए अहसास करना चाहिए कि हम सब एक हैं पर ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा हैं |

धारा 370 और 35A के हटने से भले ही कश्मीरियों को आज कोई लाभ दिखाई नहीं दे रहा हो पर आने वाले समय में इसके परिणाम बड़े ही सकारात्मक दिखाई देंगे | तब उन्हें अहसास होगा की ये निर्णय पहले ही क्योँ नहीं ले लिया गया आज भारत ने जिस तरह से एक राष्ट्र की कल्पना और आगे बड रहा हैं तो उसमे इतिहास के पन्ने पर अपनी नई गाथा लिखते हैं इसमें जो लोग अपने आप को जिस रूप में प्रस्तुत करते हैं वह उसी रूप में अपने आप को प्रस्तुत करते हैं पर उसी रूप में दर्ज हो जाते हैं इसलिए जो लोग कश्मीरियों में शंका और दहशत का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं वह कही न कही इस इतिहासिक कदम में रोड़ा हैं | उनकी ये बैचेनी समझ से परे हैं | क्योँकि 72 बर्षो तक इस धारा के जुड़े रहने से वहा के नागरिको का उस क्षेत्र का कितना विकास हुआ हैं इसका भी आकलन करना चाहिए