Wednesday, October 22

चाँद के नजदीक पंहुचा चंद्रयान 2

बेंगलुरु। 22 जुलाई को रवाना हुए चंद्रयान-2 को आज चाँद की कक्षा में सफलता पूर्वक स्थापित कर लिया गया हैं चंद्रयान-2 की कक्षा में अब तक छह बार बदलाव किया गया है। छठा बदलाव 14 अगस्त को किया गया था। इस बदलाव के जरिए यान को लूनर ट्रांसफर ट्रैजेक्टरी (एलटीटी) पर पहुंचा दिया गया था। चंद्रयान-2, 118 किमी की एपोजी (चांद से कम दूरी) और 18078 किमी की पेरीजी (चांद से ज्यादा दूरी) वाली अंडाकार कक्षा में अगले 24 घंटे तक चक्कर लगाएगा.

इस दौरान चंद्रयान की गति को 10.98 किमी प्रति सेकंड से घटाकर करीब 1.98 किमी प्रति सेकंड किया गया. चंद्रयान-2 की गति में 90 फीसदी की कमी इसलिए की गई है ताकि वह चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के प्रभाव में आकर चांद से न टकरा जाए. 20 अगस्त यानी मंगलवार को चांद की कक्षा में चंद्रयान-2 का प्रवेश कराना इसरो वैज्ञानिकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था. लेकिन, हमारे वैज्ञानिकों ने इसे बेहद कुशलता और सटीकता के साथ पूरा किया. 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा.