गंजबासौदा | नगर की जीवनदायनी बेतवा नदी भी परसरि नदी की भाति हो जाएगी जिस तरह से बेतवा नदी के आसपास कलोनियो का निर्माण हो रहा हैं, उससे निकलने वाला गन्दा पानी नाले के माध्यम से बेतवा नदी में गिरेगा, जिसपर अभी तक किसी का ध्यान नहीं हैं| शासन -प्रशासन व स्वय सेवी संस्थाएं भी भविष्य की इस आशंका से कोसो दूर हैं | जिस तरह परासरी नदी के रूप कल-कल बहा करती थी उसके आसपास बढ़ते निवास का गन्दा पानी उसमे गिरना शुरू हुआ हैं |
वह नदी न रहकर एक नाला हो गयी हैं इसी तरह बेतवा नदी के आसपास विकास का स्वरुप तैयार हो रहा हैं, वह एक दिन बेतवा के स्वरुप को खतरा वन सकता हैं आज जितनी निर्मल और साफ़ बेतवा गंजबासौदा नगर में बहती हैं उतनी विदिशा में भी नहीं बहती ऐसे में जागरूक लोगो को शासन – प्रशासन को और बेतवा में श्रमदान करने वाले श्रमदानीयो को भविष्य की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए उसके अस्तित्व पर अभी से विचार करना चाहिए | नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब निर्मल बहने वाली बेतवा भी पारासरी के रूप में दिखाई दे |