Monday, October 27

कश्मीर मसले को लेकर अमेरिका का मध्यस्थता से इंकार

नईदिल्ली | भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने इस मसले को सुलझाने की लिए कई देशो से बात की जिसका पाकिस्तान को कोई फायदा नहीं मिला पाकिस्तान अमेरिका की शरण में भी गया था लेकिन अब अमेरिका ने भी कश्मीर मुद्दे को लेकर मध्यस्था करने से इंकार कर दिया हैं. इस बारे में भारतीय राजदूत के हबाले से कहा गया हैं की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान चाहते हैं कि वे मध्यस्थता करें तो वे मध्यस्थता कर सकते हैं. लेकिन भारत का रुख साफ है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है, जिस पर फैसला केवल दोनों देश कर सकते हैं.

भारत का कश्मीर पर हमेशा से रुख स्पष्ट रहा है कि यह एक आंतरिक मुद्दा है, जिस पर किसी तीसरे देश की दखल स्वीकार नहीं की जाएगी.जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया के सामने मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को किसी देश में तवज्जो नहीं मिल रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन दौरे पर मदद मांगने गए थे लेकिन वहां भी पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी है.