इंदौर| इंदौर और भोपाल के बीच बनने वाले एक्सप्रेस वे लिए 15 हजार पेड़ों को काटा जाएगा। कटाई के कारण आसपास के क्षेत्रों में हरियाली घट जाएगी। स्थानीय वातावरण पर इस का विपरित असर पड़ेगा। इसके लिए पेड़ काटने से पहले जरूरी पर्यावरण अनुमति के लिए मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।नोडल एजेंसी एमपीआरडीसी ने इस एक्सप्रेस वे की जो रिपोर्ट बनाई है। उस रिपोर्ट में 22 हजार पौधे चिन्हित किए हैं। इनमें से 15 हजार पौधे ऐसे हैं जो निर्माण में आड़े आ रहे हैं। इनकी कटाई जरूरी है। बाकी के पौधे रोड के किनारे निर्माण के दायरे से बाहर आ रहे हैं। इनकी कटाई की जरुरत नहीं पड़ेगी। हालांकि ऐनवक्त पर ये पेड़ भी कटाई के दायरे में आ सकते हैं।
लोगों को एक्सप्रेस वे की सुविधा तो मिल जाएगी, लेकिन पेड़ों की कटाई से होने वाले नुकसान की भरपाई लंबे समय तक होना मुश्किल है। हालांकि काटे जाने वाले पेड़ों की भरपाई करने पौधे लगाने के नियम हैं, लेकिन भोपाल के ही कई पुराने प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनके लिए पेड़ तो काटे गए लेकिन दूसरी जगह पेड़ नहीं लगाए गए।